उत्तर भारत में स्थित पंजाब अमृतसर के पूरे विश्व में विख्यात है।लेकिन इसके अलावा भी कई पंजाब में कई जगहें हैं, जहां पर्यटक घूम सकते हैं, जिनमे से एक है मोहाली।
जिसे प्राचीन समय में अजीतगढ़ नाम से जाना जाता है। यह चंडीगढ़ का उपग्रह शहर है। मोहाली, चंडीगढ़ और पंचकुला आपस में मिलकर चंडीगढ़ त्रिनगरी कहलाते हैं।
गुरू गोबिंद सिंह के सबसे बड़े बेटे साहिबजादा अजीत सिंह की स्मृति में मोहाली को आधिकारिक रूप से एसएएस नगर के नाम से जाना जाता है।
मोहाली राजधानी चंडीगढ़ के अंतर्गत आता है,जिससे इसका विकास तेजी से हुआ है, आज यह मोहाली पंजाब की आईटी सिटी के नाम से जाना जाता है।
अगर आप सोच रहे हैं,मोहाली में घुमने के लिए कुछ नहीं है, तो आप गलत हैं क्यों कि आपने मोहाली स्टेडियम के बारे में तो सुना ही होगा,इसके अलावा सुखना झील की मंत्रमुग्ध कर देने वाली खूबसूरती सहित सबकुछ है।
गुरुद्वारा अम्ब साहिब
गुरु द्वारा अम्ब साहिब मोहाली का प्रमुख पर्यटन स्थल है। पौराणिक कथाओं के अनुसार काबूल के भाई कुर्म जी ने पांचवें सिक्ख गुरू, गुरू अर्जुन देव जी का आशीर्वाद लेने के लिए अमृतसर की यात्रा की।
हर कोई जहां गुरू साहिब को उपहार भेंट कर रहा था, वहीं वह खाली हाथ उनके सामने खड़ा था। इससे शर्मिदा होकर उन्होंने प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले अम्ब को बचाकर रखा और अगली सुबह उसे गुरू को देना चाहा। गुरू अर्जुन देव जी ने उन्हें प्रसाद खाने को कहा और उनसे वादा किया उनका चढ़ावा एक दिन जरूर स्वीकार किया जाएगा। अपने दादा गुरू अर्जुन देव जी के वादे को पूरा करने के लिए सातवें सिक्ख गुरू, गुरू हर राय जी ने इस गुरुद्वारा का भ्रमण किया। उन्होंने यहां एक अम्ब का पेड़ लगाया और तब से इस जगह को गुरुद्वारा अम्ब साहिब के नाम से जाना जाने लगा।Pc:Amanpreet7
मोहाली क्रिकेट स्टेडियम
भारत के सबसे बड़े स्टेडियम में से एक मोहाली स्टेडियम पहले पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम के नाम से जाना जाता था। 1993 में बना यह शानदार स्टेडियम विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैश है। यहां अभ्यास के लिए काफी बड़ी जगह है और करीब 45 हजार लोग बैठकर मैच का आनंद ले सकते हैं। 22 नवंबर 1993 को यहां हीरो कप के दौरान भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेला गया था। इसके बाद दिसंबर 1994 में यहां भारत-वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच खेला गया। आज यह स्टेडियम आईपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब का घरेलू मैदान है। अगर आप मोहाली घूमने आ रहे हैं, तो इस स्टेडियम को घूमना कतई भी ना भूले।Pc:The strokes
सुखना झील
सुखना झील एक बेहद ही खूबसूरत मानवनिर्मित झील है,जिसका निर्माण वर्ष 1958 मेंशिवलिक पहाड़ी से नीचे आने वाले पानी पर बांध बनाकर किया गया था। इस झील का प्राकृतिक सौंदर्य बड़ी संख्या में पैदल चलने वालों, फोटोग्राफरों और पेंटरों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
यह झील स्कीइंग, सर्फिंग और स्कलिंग जैसे अन्य वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिए भी काफी लोकप्रिय है। ठंड के दौरान यहां विदेशी प्रवासी पक्षियां भी बड़ी संख्या में आते हैं, जिससे यह बर्डवाचिंग के लिए भी एक आदर्श स्थान है। झील के निर्मल वातावरण में आप पिकनिक, बोटिंग और मेडिटेशन का आनंद ले सकते हैं।
Pc:Nitin Badhwar
थंडर जोन
थंडर जोन मोहाली से सिर्फ 4 किमी की दूरी पर स्थित थंडर जोन उत्तरी भारत का सबसे बेहतरीन एम्यूजमेंट पार्क है। प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत 11 एकड़ के भूभाग में फैले इस पार्क का शुभारंभ 15 मई 2002 को किया गया था। आप यहां ऑक्टोपस, कोलंबस, सन एंड मून और केटरपीलर सहित 12 तरह के रोमांचक राइड का आनंद ले सकते हैं। थंडर जोन में अन्य रोमांचक राइड में म्यूजिक बॉब, स्ट्राइकिंग कार, स्पैश, बोट क्लब और स्विंगिग चेयर प्रमुख है।
कैसे आयें मोहाली?
वायु द्वारा: मोहाली में कोई हवाई अड्डा नहीं है; हालांकि,चंडीगढ़ से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
ट्रेन द्वारा
मोहाली में रेलवे स्टेशन नहीं है, इसके लिए पर्यटक चंडीगढ़ पहुंच सकते हैं, जिसके बाद चंडीगढ़ से बस या टैक्सी द्वारा यहां पहुंच सकते हैं।
सड़क से: सड़क के रास्ते मोहाली आसानी से पहुंचा जा सकता है, यह राज्य के सभी प्रमुख शहरों से भलीभांति जुड़ा हुआ है।