
सिलवासा मुंबई से करीब 175 किमी की दूरी पर स्थित है। पुर्तगालियों के शासन के दौरान दादर नगर हवेली की राजधनी सिलवासा को विला दे पाको छी एक्रोस के नाम से जाना जाता था।इस जगह कई सालों तक पुर्तगालियों ने शासन किया था..जिसके चलते यहां आज भी कई रोमन कैथोलिक चर्च देखे जा सकते हैं।
सिलवासा की संस्कृति में काफी जगहों का मिश्रण देखने को मिलता है। यहां कुछ लोग वर्ली जनजाति के हैं इसलिए वो वर्ली भाषा बोलते हैं तो कुछ मराठी और गुजराती भाषा का प्रयोग करते हैं। इस शहर में हरियाली और प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है।
आपके वीकेंड यात्रा को सफल बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण ट्रैवल टिप्स!
धीरे धीरे यह जगह औद्योगिक हब के रूप में लोगो के सामने आ रहा है..यहां कई बड़ी बड़ी कम्पनियां अपर, रामको और रिलायंस अपने पाँव पसार रही है। हाल ही में सिलवासा को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए कई अन्य जगहों से फंड मिल चुका है।

सिलवासा आने का सही समय
सिलवासा में मॉनसून और सर्दी में मौसम सुहावना रहता है। हालांकि, मॉनसून के दौरान थोड़ी मुश्किल हो सकती है लेकिन सर्दी के मौसम यानि अक्टूबर से फरवरी तक सिलवासा बहुत खूबसूरत दिखाई देता है।PC:Vishnukumar Jangid

मुंबई से सिलवासा का रूट
रूट 1 : छेद्दा नगर - पूर्वी एक्सप्रेस राजमार्ग - एनएच 48 - भिलाड़ - सिलवासा-भिलाड़ रोड़ - सिलवासा (173 किमी - 3 घंटे)
रूट 2 : छेद्दा नगर - ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे - एनएच 160 - वाशिंद - दहागाँव रोड़ - शिरीष पाडा में एनएच 848 - वाडा-मैनोर रोड़ - तकवहल में एनएच 48 - सिलवासा-भिलाड रोड़ - सिलवासा (204 किमी - 4 घंटे)
सिलवासा के रास्ते में इन जगहों पर भी घूम सकते हैं :-

ठाणे एम्यूज़मेंट पार्क
मुंबई से सबसे पहले ठाणे पड़ेगा जोकि 23 किमी दूर है। तिकुजी नी वाड़ी और संजय वॉटर पार्क एक दूसरे से 4 किमी की दूरी पर स्थित हैं। अपने पूरे परिवार के साथ आप यहां मस्ती करने आ सकते हैं।
इन वॉटर पार्क में आसपास के शहरों से काफी लोग आते हैं। यहां वॉटर राइड और लैंड राइट और एंटरटेनमेंट जैसे डायनोसॉर वर्ल्ड आदि का मज़ा ले सकते हैं।PC:Martin Lewison

बसिन किला
वर्सइ शहर में भी पुर्तगाली प्रभाव देख सकते हैं। पुर्तगाली शब्द बकेम का अंग्रेजी शब्द है बसिन। बसनि किले को वसई किले के नाम से जाना जाता है। इस इमारत को 16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा बनवाया गया था।
फिलहाल इस किले के काफी हिस्से नष्ट हो चुके हैं लेकिन फिर भी इसकी खूबसूरत स्थापत्यकला को देखा जा सकता है। बढ़िया लोकेशन के कारण इस किले में कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
PC: Jordi2727

वैतरणा नदी में रिवर राफ्टिंग
वैतरणा नदी मुंबई से सिलवास के रूट में ही बहती है। मनोर आकर ये कई सहायक नदियों में बंट जाती है। इस नदी में कई तरह के एडवेंचर किए जा सकते हैं। इस नदी में मुख्य रूप से व्हाइट रिवर राफ्टिंग की जाती है। इसके अलावा कायाकिंग, बोटिंग, रिवर रैपेलिंग जैसे कई अन्य वॉटर स्पोर्ट्स किए जाते हैं।PC:Balaji Photography

मनोर
मनोर को पालघर का गेटवे माना जाता है क्योंकि महाराष्ट्र के पालघर जिले में मनोर सबसे पहला शहर पड़ता है। यहां पर कई समुद्रतट हैं जहां आप वीकेंड पर आराम से छुट्टियां मना सकते हैं। इस तट के आसपास कुछ लग्जरियर रिजॉर्ट भी हैं जहां आप अपने परिवार के साथ आराम फरमा सकते हैं।PC: Dinesh Valke

वसोना लॉयन सफारी
सिलवासा का प्रमुख पर्यटन आकर्षण है वसोना लॉयन सफारी। सिलवास में वैन में बैठकर एशियाई शेरों को देखना एक अलग ही अनुभव होता है। दादर और नागर हवेली वन्यजीव अभ्यारण्य का ये हिस्सा 25 हेक्टेयर में फैला हुआ है।
ये सफारी लगभग 1 से 2 घंटे तक की होती है और से सप्ताह के सातों दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तकखुली रहती है। यहां से कुछ किलोमीटर दूर ही है सतमलिआ डियर पार्क जहां आप हिरणों को उछलते कूदते हुए और घूमते हुए देख सकते हैं।
PC: Tambako The Jaguar

वनगंगा झील गार्डन
इस झील के मध्य में एक छोटा सा आईलैंड है जिस वजह से इसे आईलैंड गार्डन कहा जाता है। हरियाली, फूलों और पानी से घिरी वनगंगा लेक गार्डन खूबसूरत जगह है। लोग जॉगिंग के लिए यहां आते हैं और यह जगह सिर्फ स्थानीय ही नहीं बल्कि बॉलीवुड को भी खूब भाती है, यहां अब तक करीबन 40 से भी अधिक गानों की शूटिंग सम्पन्न हो चुकी है।PC:Ashish Gupta

हिरवा वन गार्डन
हिरवा वन गार्डन मानव निर्मित शानदार बगीचा है जहां बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने आते हैं। इस बगीचे में काफी हरियाली है इसीलिए इसका नाम हिरवा रखा गया है जिसका मतलब होता है हरा जंगल। यहां पर बच्चों के खेलने के लिए कई झूले भी हैं।PC: Balaji Photography