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सोलो ट्रैवलिंग के लिहाज से ये हैं नार्थ इंडिया के टॉप 5 सोलो ट्रैवल डेस्टिनेशंस

By Super

आज भारत का शुमार विश्व के उन चुनिंदा देशों में है जहां घूमने के लिहाज से एक पर्यटक कहीं का भी रुख कर सकता है। कहा जा सकता है कि भारत ही वो देश है जो एक ट्रैवलर की उन जरूरतों को पूरा करता है जिसकी उसे तलाश है। ज्ञात हो कि ट्रैवल हमेशा से ही खुशगवार रहा है और दोस्तों, परिवार, रिश्तेदारों के साथ घूमने का अपना एक अलग ही मज़ा है जिसकी ख़ुशी को किसी भी प्रकार के शब्दों में नहीं पिरोया जा सकता। कुल मिलाके ये कहा जा सकता है कि घूमने का असल मज़ा तब है जब आप अपनी जान पहचान के लोगों संग यात्रा कर रहे हों। लेकिन अब जो हम आपको बताने जा रहे हैं आश्चर्य चकित करने के लिए काफी है।

Read in English: 5 Travel Destinations in North India for a Solo Traveller

जी हां हम बात कर रहे हैं सोलो ट्रैवलिंग यानी अकेले घूमने की। यूं तो अकेले घूमना थोड़ा अटपटा है लेकिन अकेले घूम के आपको ऐसा बहुत कुछ मिलता है जिसे आप ग्रुप में यात्रा करते हुए कभी नहीं पा सकते हैं। अकेले यात्रा करके जहां एक तरफ आप नए लोगों से मिलते हैं तो वहीँ दूसरी तरफ आप जिस स्थान पर जा रहे हैं वहां की सभ्यता और संस्कृति को और बेहतर ढंग से समझ पाते हैं।

सोलो ट्रैवलिंग की एक बात और है कि ऐसे में आप पूर्ण रूप से स्वतंत्र होते हैं और अपने फैसले खुद ले सकते हैं। तो इसी क्रम में आज अपने इस आर्टिकल के जरिये हम आपको अवगत कराने वाले हैं उत्तर भारत के उन टॉप 5 डेस्टिनेशंस से जो सोलो ट्रैवल करने वालों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं। तो आइये जानें कि आखिर वो कौन कौन से डेस्टिनेशन हैं जहां आप अकेले घूमने जा सकते हैं। घरेलू राउंड ट्रिप उड़ानों पर - 1000 रुपए की छूट, जल्दी करे

त्रिउंड

त्रिउंड, मेकलियोदगंज का प्रमुख पर्यटन स्थल है और यह हिमालय की धौलाधार श्रेणियों पर समुद्र सतह से 2827 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। त्रिउंड से मेकलियोदगंज तक ट्रेकिंग के रास्ते की दूरी 9 किलोमीटर है। धर्मशाला से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित त्रिउंड पर्यटकों के बीच लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। त्रिउंड से मून चोटी और इन्द्र दर्रे का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है।

Photo Courtesy: Kiran Jonnalagadda

टैली घाटी

जाइरो की टैली घाटी साहसिक व्यक्तियों को प्रकृति के हर पहलू को भरपूर जीने के पर्याप्त मौके देती है। यह ट्रेकिंग के लिये प्रसिद्ध है और एक आदर्श पर्यटक स्थान है। यहाँ के चीड़ के सुन्दर जंगल और बाँस, ऑर्किड, रोडोडेन्ड्रॉन और देवदार के पेड़ पर्यटकों के लिये मनमोहक दृश्य सृजित करते हैं। प्रसिद्ध टैली घाटी वन्य जीव अभ्यारण्य अरुणाचल प्रदेश के जाइरो से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। यह एक पठार पर स्थित है। अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा घोषित यह वन्यजीव अभ्यारण्य कई पौधों और जीवों के साथ-साथ लुप्तप्राय प्रजातियों का घर है। क्लाउडेड तेंदुआ यहाँ की दुर्लभ प्रजातियों में से एक है। इसमें एक प्राकृतिक वनस्पति उद्यान है जिसमें कई प्रकार के सुन्दर ऑर्किड् पाये जाते हैं। इस स्थान की ख़ास बात ये है कि ये स्थान पूरे देश के 40 प्रतिशत पौधों और वन्यजीवों की प्रजातियाँ को अपने में समेटे हुए है।

Photo Courtesy: rajkumar1220

पुष्कर

पुष्‍कर, भारत के सबसे पवित्र शहरों में से मान्‍यता प्राप्‍त शहर है। यह अजमेर शहर से 14 किमी. दूर है। इस पवित्र शहर के संदर्भ में 4 सदी के चीनी यात्री फा- हियान के यात्रा वृत्‍तांत से और भारत पर मुगलों द्वारा किए गए हमले की अवधि के दौरान लिखे गए लेखन से पता चलता है। एक प्रख्‍यात भारतीय कवि कालिदास ने अपनी प्रसिद्ध रचना अभिज्ञान शाकुंतलम में पुष्‍कर को काफी वरीयता दी है। इस छोटे से शहर में 400 से अधिक मंदिर और 52 घाट हैं। पुष्‍कर में स्थित ब्रहमा मंदिर, भारत में भगवान ब्रहमा को समर्पित कुछ मंदिरों में से एक है। पुष्‍कर के अन्‍य प्रसिद्ध मंदिरों में वारह मंदिर, अप्‍टेश्‍वर मंदिर और सावित्री मंदिर हैं।

Photo Courtesy: Ryan

उदयपुर

उदयपुर एक खूबसूरत जगह है, जो 'झीलों का शहर' के रूप में भी जाना जाता है और अपने शानदार किलों, मंदिरों, खूबसूरत झीलों, महलों, संग्रहालयों, और वन्यजीव अभयारण्यों के लिए प्रसिद्ध है। महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने वर्ष 1559 में इस शहर की स्थापना की। यह जगह भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपरा के लिए विख्यात है। यदि बात उदयपुर के पर्यटन की हो तो आपको बताते चलें कि यहां ऐसा बहुत कुछ है जिसने अपने शुरूआती दिनों से ही पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित किया था। ज्ञात हो कि आज उदयपुर का शुमार विश्व के उन डेस्टिनेशनंस में है जो अपनी अनूठी वास्तुकला के चलते देश दुनिया के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। यदि आप उदयपुर की यात्रा पर जा रहे हैं तो हमारा सुझाव है कि आप अपने साथ कैमरा ;ले जाना बिलकुल न भूलें।

Photo Courtesy: Jon Connell

खजुराहो

खजुराहो, मध्‍यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित एक सुरम्‍य स्‍थल है जो विंध्‍य पर्वत श्रृंखला की पृष्‍ठभूमि में स्थित है। खुजराहो का नाम दुनिया के नक्‍शे पर विश्‍व धरोहर के रूप में जाना जाता है, यहां का प्रसिद्ध खजुराहो मंदिर ही इस गांव की शान है। खजुराहो के पर्यटन में सबसे प्रमुख मंदिर है जहां पत्‍थरों पर खुदाई करके, बलुआ पत्‍थर से मूर्तियों को तैयार किया गया था, आज भी यह मूर्तियां सारी दुनिया में विख्‍यात है। अनूठी और जूनून से भरी ये मूर्तियां देखने में वाकई खास लगती है। यदि बात खजुराहो के पर्यटन आयामों पर हो तो आपको बताते चलें कि खजुराहो पर्यटन को यहां स्थित मंदिर बढ़ावा देते है जहां प्‍यार के कई रूपों को दर्शाया गया है। यहां का अन्‍य आकर्षण खजुराहो नृत्‍य महोत्‍सव है। यह महोत्‍सव हर साल 25 फरवरी से 2 मार्च तक चलता है। इस सप्‍ताह में सारी दुनिया से पर्यटक हिस्‍सा लेने और देखने आते है।

नार्थ के टॉप 5 सोलो ट्रैवल डेस्टिनेशंस

Photo Courtesy: Partha Sarathi Sahana

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