हम अपने पिछले कई लेखों में आपको मणिपुर की सुंदरता से अवगत करा चुके हैं। साथ ही उन लेखों में हमने आपको ये भी बताया है कि भारत के नार्थ ईस्ट में स्थित मणिपुर का शुमार भारत के उन राज्यों में है जहां हर साल एडवेंचर के शौक़ीन और प्रकृति प्रेमी आते हैं। इसी क्रम में आज हम आपको जिस डेस्टिनेशन से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं उसे मणिपुर के स्थानीय लोगों द्वारा पवित्र जंगलों एवं अज्ञात पहाड़ियों की सुरम्य भूमि कहा जाता है।
आज अपने इस लेख में हम आपको अवगत कराने जा रहे हैं तामेंगलांग से। तामेंगलांग पहाड़ियों, घाटियों, एवं पर्वतमालाओं से युक्त एक पहाड़ी जिला है। खूबसूरत तामेंगलांग जिला, मणिपुर के नौ जिलों में से एक है। तामेंगलांग सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विभिन्नताओं से परिपूर्ण एक अद्भुत जिला है। दुर्लभ आर्किड, पवित्र जंगलों जानवरों एवं पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियों से युक्त तामेंगलांग को हॉर्नबिल की भूमि भी कहा जाता है।
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बात यदि पर्यटन के इर्द गिर्द हो तो पहाड़ियों और पर्वतमालाओं के बीच बसे इस शहर के आस पास के छोटे छोटे गाँव, इन घाटियों की सुंदरता को चार चाँद लगा देते हैं। बराक नदी एवं सात जलप्रपात, थारोन गुफा, ज़िलाद झील एवं बुनिंग(एन-पिउलोंग) चारागाह (घास के मैदान) कुछ ऐसे पर्यटक स्थल हैं जो तामेंगलांग पर्यटन को महत्वपूर्ण बनाते हैं। आइये जानें कि यदि आप तामेंगलांग में हों तो वहां आपको क्या क्या अवश्य देखना चाहिए।
ज़िलाद झील
मणिपुर के तामेंगलांग जिले में सबसे अधिक संख्या में झीलें हैं, बल्कि केवल ये ही वह क्षेत्र है जिसमें सबसे अधिक जल-निकाय हैं। अपवाद केवल इम्फाल जिले की लोकटक झील है। ज़िलाद झील तामेंगलांग की कई झीलों में से एक है और बहुत प्रसिद्ध भी है। पहाड़ी पर एक उच्च मंच पर स्थित यह झील, सुरम्य स्थान एवं साहसिक कार्यों के लिए प्रचुर मात्रा में गुंजाइश के लिए जानी जाती है।
यहाँ अजगर, मछलियाँ, कछुए एवं जलीय पक्षी पाए जाते हैं। यह एक अन्य कारण है कि पर्यटक ज़िलाद झील को देखने यहाँ आते हैं। कई प्रवासी पक्षी भी प्रत्येक वर्ष यहाँ आते हैं। ज़िलाद झील को हाल ही में मणिपुर के चार वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक घोषित किया गया है।
बराक नदी
बराक नदी एवं इसके साथ सात जलप्रपात तामेंगलांग के सबसे अधिक भ्रमण किये जाने वाले क्षेत्रों में से एक है। ये सातों जलप्रपात पास पास हैं और इस क्षेत्र की सुंदरता को बढ़ाते हैं। तामेंगलांग जिले से बहने वाली बराक नदी जिले में पानी एवं सिंचाई का प्रमुख स्रोत है। नदी के किनारे पर पिकनिक मनाना एक दिन की छुट्टी बिताने का सबसे उत्तम तरीका हो सकता है। तामेंगलांग में पर्यटन अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है अत: ये सातों जलप्रपात कम या अधिक अछूते हैं एवं इस कारण इनकी सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है।
बुनिंग घास के मैदान
बुनिंग चारागाह जिसे एन-पिउलोंग घाटी भी कहा जाता है तामेंगलांग जिले का एक अन्य प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। तामेई जिले में स्थित बुनिंग चारागाह छोटे असमान पहाड़ों का एक खंड है। इन चारागाहों में उगने वाले कई प्रकार के आर्किड इसे खासकर गर्मियों के दौरान, लगभग जून के महीने में, बहुत सुंदर बनाते हैं। एन-पिउलोंग में जंगली लिली भी उगती हैं। हूलोक, गिब्बन एवं लोमड़ियाँ आदि बुनिंग चरागाहों में देखे जा सकते हैं।बुनिंग चारागाह ऐसा स्थान है जिसने मणिपुर में तामेंगलांग जिले को एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बना दिया है।
थारोन गुफा
थारोन गुफा एक 655.6 मीटर लंबी एक गुफा है जो तामेंगलांग के जिला मुख्यालय से 27 किमी दूर स्थित है। थारोन गुफा को थायूलुँ गुफा भी कहा जाता है एवं इसमें पांच निर्गमन एवं 34 जुडाव बिंदु हैं। गुफा की खुदाई पर उत्तरी वियतनाम की होबोनियन संस्कृति के प्रमाण मिले हैं और वे यहाँ कई युगों से हैं।
गुफा के अंदर खोज करने वालों के लिए पूरे 655.6 मीटर रास्ते का नक्शा गुफा के प्रवेश द्वार पर चित्रित किया गया है। यह उत्साही लोगों को गुफा के अंदर जाने, प्रत्येक कोने तक पहुचने एवं गलियों को खोजने में सहायता करता है। यह नक्शा प्रवेश द्वार पर एक पत्थर पर उकेरा गया है एवं चित्रित किया गया है।
कैसे जाएं तामेंगलांग
फ्लाइट द्वारा : इम्फाल हवाईअड्डा तामेंगलांग के सबसे नजदीक का हवाईअड्डा है। इमोफाल तामेंगलांग से 158 किमी दूर है जबकि हवाईअड्डा इस राजधानी शहर से 8 किमी दूर स्थित है। इम्फाल का हवाईअड्डा देश के अन्य हिस्सों से दैनिक आधार पर अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। हवाईअड्डे से तामेंगलांग जाने के लिए शटल वाहनों का लाभ उठाया जा सकता है।
रेल द्वारा : मणिपुर में भी क्योंकि रेलवे स्टेशन नहीं है इसलिए सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन दीमापुर है। तामेंगलांग पहुँचने के लिए यात्रियों को अपनी यात्रा इम्फाल से छोडनी पड़ती है। दीमापुर इम्फाल से 215 किमी दूर है एवं तामेंगलांग जाने के लिए 158 किमी और आगे यात्रा करनी पड़ती है। दीमापुर एवं इम्फाल दोनों स्थानों से तामेंगलांग पहुँचने के लिए वाहन नियमित रूप से उपलब्ध हैं।
सड़क द्वारा : राष्ट्रीय राजमार्ग 53 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 39 मणिपुर को देश के अन्य भागों से जोड़ते हैं। तामेंगलांग पहुँचने के लिए पर्यटकों को एनएच 53 पर पुरानी कछार रोड और तामेंगलांग खोंगसंग रोड द्वारा यात्रा करनी पड़ती है। इम्फाल से तामेंगलांग तक पहुँचने के लिए राज्य राजमार्ग भी हैं जिन पर राज्य परिवहन की बसें चलती हैं।