ये तो हम सभी जानते हैं, मकर संक्रांति के दिन गुजरात में पतंगे उड़ाई जाती हैं, लेकिन शायद ही कुछ लोग वाकिफ होंगे कि, यहां मकर संक्रांति के दौरान इंटरनेशनल काईट फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। सिर्फ गुजरात ही नहीं, भारत के कई अन्य हिस्सों में भी इसी प्रकार मकर संक्रांति के दिन पतंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इस दौरान आसमान में उड़ती हुई रंग बिरंगी और फैंसी पतंगें देखना काफी सुखद होता है।
इस पर्व के दौरान सबसे अच्छे पतंग उड़ाने वाले अपने पतंग उड़ने वाले हुनर दिखाते हैं। पूरे आकाश में कई डिजाइनों और आकृतियों के पतंग के साथ रंगीन हो जाता है। सबसे रोमांच क्षण आता है, जब पेंच लड़ाया जाता है,जिसमे लोग एक दूसरे की पतंग से पेंच लड़ाकर उसे काटने का प्रयास करते हैं। इस त्योहार पर पतंग उड़ने की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है।
पतंग उड़ाने की परम्परा पीढ़ी दर पीढ़ी से चली आ रही है, पतंग के इतिहास को अहमदाबाद के पतंग संग्रहालय में बहुत ही सुंदर ढंग से वर्णित है। यह त्यौहार सिर्फ गुजरात ही नहीं बल्कि भारत के हर प्रान्त में बेहद हर्षौल्लास के साथ मनाया जाता है।
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इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनायी जा रही है। इस दिन आसमान में हर रंग के पतंग जैसे गेरु, लाल, नीले, पीले, हरे, फेशिया, इंडिगो, गेरु, गुलाबी, नारंगी कि उडती हुई पतंगे देखना एक मनोरम नजारा होता है।
मकर संक्रांति त्योहार का महत्व
इसके नाम में ही छुपा हुआ है। मकर का अर्थ है मकर राशि और संक्रांति का अर्थ है संक्रमण। इस दिन सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। बारह महीने बारह राशियों के लिए हैं। सूर्य के सभी संक्रमणों में से यह संक्रमण जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में में प्रवेश करते हैं, सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन को पवित्र माना जाता है तथा इस दिन से छह महीने के उत्तरायण का प्रारंभ होता है। ऐसा भी माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन से दिन थोड़े गर्म और थोड़े बड़े होने लगते हैं तथा फिर धीरे धीरे ठण्ड कम होने लगती है।
आइये जानते हैं कहां कहां मनाया जाता है पतंग महोत्सव
गुजरात
गुजरात में मकर संक्रांति के पर्व पर पतंगोत्सव बेहद हर्षौल्लास के साथ मनाया जाता है..इस दिन सभी अपनी छतों पर निकलकर रंग बिरंगी बिरंगी पतंगे उड़ाते हैं..और चिक्की, गजक और मूंगफली खाकर इस पर्व का लुत्फ उठाते हैं।
इतना ही नहीं गुजरात में हर वर्ष 7 जनवरी से 15 जनवरी के बीच इंटरनेशनल काईट फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाता है। इस दौरान इस पर्व कई विदेशी शहर हिस्सा लेने पहुंचते हैं जैसे जापान,मलेशियाचाइना ,सिंगापुर आदि।
तेलांगना इंटरनेशनल काईट फेस्टिवल
तेलांगना में पिछले तीन सालों से मकर संक्राति के दौरान इंटरनेशनल काईट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस बार ये पर्व 13 जनवरी से 15 जनवरी के बीच परेड ग्राउंड में मनाया जायेगा, जिसमे करीबन 40 से ज्यादा देश हिस्सा लेंगे।
इसी के साथ स्वीट फेस्टिवल भी आयोजित किया जायेगा, जिसमे करीबन 1000 की मिठाइयां भारत के राज्यों समेत विदेशी देशों की मिठाइयां भी शामिल होंगी।
जयपुर इंटरनेशनल काईट फेस्टिवल
मकर संक्रांति के दौरान मनाया जाने वाला पतंगोत्सव पूरे राजस्थान में बेहद ही हर्षौल्लास के साथ मनाया जाता है। इसकी आधिकारिक तिथि 14 जनवरी है, मकर संक्रांति के दिन जो तीन दिन तक जारी होती है।
पतंगोतस्व राजधानी जयपुर के पोलो ग्राउंड में मनाया जाता है, जहां दुनिया भर से सबसे अच्छे पतंग उड़ाने वाले अपने पतंग उड़ने वाले कौशल दिखाते हैं।
बसंत पंचमी काईट फेस्टिवल
पंजाब प्रान्त में यह त्यौहार बसंत पंचमी के दिन मनाया जाता है, इस दिन सभी सरसों के लहलहाते खेतों के बीच पतंग उड़ाते हुए नजर आते हैं। इस पर्व के दौरान मुख्य आकर्षण होता है पेंच लड़ाना। इस त्योहार पर पतंग उड़ने की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है। जिसमे लोग जीतने के लिए अच्छे अच्छे मांझे का प्रयोग करते हैं, जिससे दूसरे प्रतियोगी की पतंग तुरंत कट जाये...हालांकि इस दौरान सावधानी बरतने की जरूरत होती है।Pc:Rich Anderson
पोंगल
दक्षिण भारत में पोंगल के पर्व पतंग उड़ाने का विशेष महत्व है। इस पर्व के मौके पर कई लोग अपनी छतों पर तो समुद्री तटों पर पतंग उड़ाते हुए दिखाई देते हैं। इस पर्व के दौरान गली,मोहल्ले में पतंग की दुकाने रंग बिरंगी पतंगो से सजी हुई होती हैं।
दिल्ली पतंग महोत्सव
भारत की राजधानी दिल्ली में भी जनवरी के महीने में पतंग महोत्सव का आयोजन किया जाता है। दिल्ली में पतंग महोत्सव पालिका बाजार और कनाट प्लेस पर होता है। जहां पूरी दिल्ली से लोग आकर पतंग महोत्सव का मजा लेते हैं। आसमान में उडती हुई रंग बिरंगी पतंगे देखना काफी मनोरम होता है। इस दौरान कई पतंग प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं और जीतने वाले को इनाम भी प्रदान किया जाता है।