बिलासपुर, भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर है, जो ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक रूप से काफी ज्यादा मायने रखता है। इस शहर की गिनती राज्य के बड़े व्यावसायिक केंद्रों में होती है। इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि यहां कभी रतनपुर के कलचुरी राजवंश का शासन चलता था। हालांकि इस शहर ने ज्यादा प्रसिद्धी मराठा शासनकाल के दौरान प्राप्त की।
वर्तमान में यहां के अतीत से जुड़े स्थलों को किले और मंदिरों के अवशेषों के रूप में देखा जा सकता है। पर्यटन के लिहाज से यह एक आदर्श विकल्प है, जहां घूमने-फिरने और देखने योग्य कई स्थल मौजूद हैं। इस लेख के माध्यम से जानिए अपने विभिन्न पर्यटन आकर्षणों के साथ बिलासपुर आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है।
अचानकमार वन्यजीव अभयारण्य
बिलासपुर भ्रमण की शुरुआत आप यहां के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अचानकमार वन्यजीव अभयारण्य की रोमांचक सैर से कर सकते हैं। लगभग 555 वर्ग कि.मी के क्षेत्र में फैला यह अभयारण्य विभिन्न वनस्तपियों और जीव जन्तुओं को सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है। घने जंगलों से घिरा यह अभयारण्य पर्यटकों को काफी ज्यादा रोमांचित करता है।
इस सेंचुरी को 1975 में स्थापित किया गया था, और 2009 में इसे एक टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। जंगली जीवों में आप यहां बाघ, गौर, गीदड़, सियार, भालू, सांभर, नील गाय, चिंकारा, जंगली सूअर आदि देख सकते हैं।
रतनपुर
वन्यजीवों को देखने के अलावा आप यहां के ऐतिहासिक स्थलों में से एक रतनपुर की सैर का प्लान बना सकते हैं। रतनपुर एक प्राचीन स्थल है, जो अपनी प्राचीन संरचनाओं के लिए जाना जाता है। इस शहर को बसाने का श्रेय राजा रतनदेव को जाता है।
यहां के दार्शनिक स्थलों में आप यहां स्थित महामाया मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आप यहां के मुख्य आकर्षण रतनपुर फोर्ट की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह एक अद्भुत किला है, जिसे देखने के लिए देशभर से पर्यटकों का आगमन होता है। बिलासपुर से यहां तक की दूरी मात्र 25 कि.मी की है।
खूंटाघाट
बिलासपुर से आप खूंटाघाट नामक स्थल की सैर का प्लान बना सकते हैं। खूंटाघाट मुख्यत अपने रिवर डैम के लिए जाना जाता है, जो यहां की खारुन नदी पर बना हुआ है। यह एक लोकप्रिय बांध है, जो मुख्य शहर से लगभग 33 कि.मी की दूरी पर स्थित है। यह स्थल बिलासपुर - अंबिकापुर हाइवे के पास स्थित है। यह एक लोकप्रिय पिकनिक स्पार्ट है, जहां स्थानीयों के साथ आसपास के पर्यटकों का आगमन भी होता है। इस स्थल पर आप खूबसूरत फूल उद्यान देख सकते हैं। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए यहां बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। एक रिफ्रेशिंग यात्रा के लिए आप यहां आ सकते हैं।
तालगांव
बिलासपुर के पर्यटन स्थलों की श्रृंखला में आप मुख्य शहर से 30 कि.मी की दूरी पर बसे तालगांव की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह एक खूबसूरत गांव है जो यहां की मनियारी नदी के तट पर बसा है। यह राज्य के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में भी गिना जाता है। यह स्थल अपने प्रसिद्ध देवरानी-जेठानी मंदिर के लिए जाना जाता है, जो हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। माना जाता है ये मंदिर 1500 साल पुराने हैं, जहां रुद्रशिव की अद्भुत प्रतिमा मौजूद है। देवरानी और जेठानी दो अलग-अलग मंदिर हैं जो एक दूसरे के नजदीक स्थित हैं।
मलहार
उपरोक्त स्थलों के अलावा आप यहां के एक अन्य ऐतिहासिक स्थल मलहार की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह पुरातात्विक महत्व रखने वाला स्थल है, जो मुख्य शहर से लगभग 30 कि.मी की दूरी पर स्थित है। यहां 11वीं और 12वीं शताब्दी के दौरान बनाए गए कई मंदिरों के अवशेष मौजूद हैं। माना जाता है कि कलचुरी राजवंश के दौरान यह एक महत्वपूर्ण स्थल था। इतिहास प्रेमियों के लिए यह स्थल काफी ज्यादा मायने रखता है। कुछ नया जानने के लिए आप यहां की सैर का प्लान बना सकते हैं।