हम अभी तक उत्तराखंड में मसूरी देहरादून धनोल्टी आदि सब घूम चुके थे । इसलिए सबने सोचा क्यों ना इस बार चोपता चला जाये। दिल्ली से चोपता जाने के लिए हमने दिल्ली से कैब बुक कर ली, और दूसरे दिन ही हम सभी निकल पड़े चोपता। बता दें,चोपता दिल्ली से 405 किलोमीटर, देहरादून से लगभग 246 किलोमीटर और ऋषिकेश से लगभग 211 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और तीनों ही जगहों से चोपता पहुँचने के लिए आप नेशनल हाईवे 58 द्वारा पहुँच सकते हैं।
दिल्ली-हरिद्वार-देवप्रयाग-रुद्रप्रयाग-चोपता
यात्रा- दिल्ली से चोपता
उचित समय- अक्टूबर से मार्च
पहुँचने का समय- एक दिन
कितने दिन- चार दिन
जरुरी सामान- ऊनी कपड़े
पहला दिन
हमने दिल्ली से हरिद्वार की यात्रा सुबह 4 बजे शूरु की,जिससे हम सुबह 10 बजे हरिद्वार पहुंच गये थे। हरिद्वार पहुंचने के बाद हम सभी ने गंगा स्नान किया और हर की पौड़ी पर थोड़ी देर आराम करने के बाद हम सब करीबन 4 बजे ऋषिकेश के लिए निकल पड़े।6 घटें की लम्बी यात्रा के बाद हम रात 10 बजे ऋषिकेश पहुंचे। ऋषिकेश पहुंचते पहुंचते हम सभी बुरी तरह थक चुके थे, इसीलिए हम सभी ने होटल मे आराम बेहतर समझा..होटल मे पहले हम सभी ने डिनर किया उसके बाद सभी सोने चले गये।
दूसरा दिन
दूसरे दिन हम सभी की आंख मदिंर की घंटियों से खुली। सुबह उठने के बाद हम सभी फ्रेश होकर लक्ष्मण झूला पहुंचे, हम सभी ने लक्ष्मण झूला का लुत्फ उठाया उसके बाद हम सभी ने ऋषिकेश में राफ्टिंग का भी मजा लिया।राफ्टिंग करने के बाद हम सभी ऋषिकेश के ढाभे पर ही खाना खाया और फिर निकल पड़े चोपता के लिए। करीबन रात 9 बजे हम चोपता पहुंचे। चोपता पहुंचते रत हो चुकी थी, इसलिए हमने होटल लेकर आराम करना बेहतर समझा।
तीसरे दिन
तीसरे दिन हम सभी ने सुबह जल्दी उठकर चोपता घूमने का प्लान बनाया। इसमें कोई शक नहीं कि चोपता एक बेहद ही खूबसूरत जगह है, जहां आप यहाँ बिना किसी बाधा या रोक-टोक के पर्वतों और प्रकृति के बीच एक खास शांति और सुख का अनुभव कर सकते हैं।
अगर आपको ट्रेकिंग का भी शौक है तो आप यहां ट्रेकिंग का भी लुत्र्फ़ उठा सकते हैं। यह जगह टूरिस्ट के बीच ख़ासा पॉपुलर नही है, इस कारण आपको यहां पर सैलानियों की ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं मिलेगी।हम सभी ने यहां ट्रेकिंग का आनन्द भी लिया। हालांकि यहां ट्रेकिंग करना थोड़ा सा कठिन है लेकिन जब आप चन्द्रशिला पीक पर पहुचेंगे, तो आपको एक ही अनुभूति होगी। पहाड़ों पर घूमते हुए हम सभी ने खूब सारी तस्वीरें भी क्लिक की।शाम होते होते हम सभी नीचे वापस वापस आये। खाना खाने के बाद हम सभी ने यहां से निकलने की सोची। शाम को 3 बजे हम सभी हरिद्वार के लिए रवाना हो लिए। रात में 10 बजे हरिद्वार पहुंचने के बाद सभी होटल की ओर हो लिए।
चौथा दिन
अगली सुबह जल्दी उठकर हम सभी गंगा के घाट पर डुबकी लगाने जा पहुंचे। गंगा स्नान करने के बाद हम सभी ने मंशा देवी और चंडी देवी के दर्शन किये। औरस शाम को वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गये।