Search
  • Follow NativePlanet
Share
» »गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड्स में शामिल है दुनिया की ये सबसे ऊँची शिव प्रतिमा, जानिए कैसे पहुंचें

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड्स में शामिल है दुनिया की ये सबसे ऊँची शिव प्रतिमा, जानिए कैसे पहुंचें

By Goldi

यूं तो देश में शिव भगवान के मंदिर है..जिसके दर्शन करने हेतु हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। साल 2017 को महा शिवरात्रि के दिन (24/25 फरवरी को) भगवान शिव की 112 फुट ऊंची मूर्ति का अनावरण कोयंबटूर में किया गया था।

भारत का ऐसा मंदिर..जिसमे प्रसाद में मिलता है भारत का ऐसा मंदिर..जिसमे प्रसाद में मिलता है "सोना-चांदी"

2017 में इस मूर्ति "आदियोगी" को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड्स में शामिल कर दिया गया था। गौरतलब है कि इस प्र‍तिमा को इशा योगा फाउंडेशन ने स्थापित किया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इशा योगा फाउंडेशन की ओर से तमिलनाडु के कोयंबटूर में स्थापित भगवान शिव के आदियोगी स्वरूप की आवक्ष प्रतिमा का नाम दर्ज किया जा चुका है। बता दें कि इस प्रतिमा का अनवारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी 2017 को किया था।

कहां है स्थित?

कहां है स्थित?

भगवान शिव की यह मूर्ति तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित वेल्लिंगिरी की पहाड़ियों की तलहटी में स्थित है।PC: wikimedia.org

दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति

दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति

इस मूर्ति का निर्माण ईशा योग फाउंडेशन द्वारा किया। यह दुनिया की सबसे बड़ी शिव की मूर्ति है।

ऊंचाई

ऊंचाई

इसकी ऊंचाई 112 फुट है।

500 टन स्टील

500 टन स्टील

इसे बनाने में 500 टन वजन के स्टील का प्रयोग किया गया है।

ढाई साल में बना डिजाइन

ढाई साल में बना डिजाइन

इस विशाल कृति का डिजाइन तैयार करने में ढाई साल का समय लगा जबकि इसे बनाने में 8 महीने की कड़ी मेहनत।

ऊंचाई को लेकर खास वजह

ऊंचाई को लेकर खास वजह

शिव की इस प्रतीमा का जहां धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है वहीं इसका ज्यामितीय महत्व भी है। इसकी ऊंचाई 112 फुट रखने के पीछे भी एक खास वजह है। दरअसल, शिव ने आदियोगी रूप में मुक्ति के 112 मार्ग बताए हैं।

नंदी की मूर्ति है खास

नंदी की मूर्ति है खास

इसी आधार पर इसकी ऊंचाई रखी गई है।इसे एक खास तरीके से बनाया गया है। शिव के वाहन नंदी को बनाने के लिए महज 6 से 9 इंच के धातु टुकड़ों का प्रयोग किया गया है। इस प्रतिमा को तिल के बीज, हल्दी, भस्म और रेत-मिट्टी भरकर इसे बनाया गया है।

कैसे पहुंचे

कैसे पहुंचे

हवाईजहाज द्वारा
पर्यटक कोयंबटूर हवाईजहाज द्वारा पहुंच सकते हैं..यहां से आदियोगी मंदिर के लिए टैक्सी मिल जायेगी।

ट्रेन द्वारा
कोयंबटूरका रेलवे स्टेशन कोयंबटूर रेलवे स्टेशन जंक्शन है...स्टेशन से पर्यटक टैक्सी द्वारा आदियोगी के दर्शन कर सकते हैं।

सड़क द्वारा
कोयंबटूर देश के सभी राजमार्गो से जुड़ा हुआ है...

Adiyogi Shiva Statue coimbatore

बस की टाइमिंग (Bus timings to Isha)

अगर आप बस से आदि योगी आश्रम जाना चाहते हैं तो गांधीपुरम से सुबह 5:55 बजे पहली बस चलती है वहीं ईशा से गांधीपुरम के लिए 5:20 बजे। दिन भर आपको हर आधे घंटे या 45 मिनट पर बसें मिलेंगी। गांधीपुरम से लास्‍ट बस 9 बजे रात को है जबकि ईशा से साढ़े नौ बजे। इसके अलावा गांधीपुरम जाने के लिए पूंडी से हर एक घंटे पर बसें मिलती हैं। ईशा से गांधीपुरम और गांधीपुरम से पूंडी तक की बसों के बारे में जानकारी ईशा की अधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्‍ध है।

ईशा फाउंडेशन कोयंबटूर के लिए बसों का समय (अप्रैल 2024 के अनुसार)

ईशा से गांधीपुरम गांधीपुरम से ईशा
बस नंबर छूटने का समय बस नंबर छूटने का समय
1
14 D 5:20 AM 14 D 5:55 AM
2
14 A 5.40 AM 14 D 7:00 AM
3
14 G 6:00 AM 14 G 7:25 AM
4
14 D 6:50 AM 14 D 8:25 AM
5
14 D 7:25 AM 14 D 8:50 AM
6
14 D 8:30 AM 14 D 9:00 AM
7
14 G 9:00 AM 14 C 9:20 AM
8
14 D 9:50 AM 14 D 10:15 AM
9
14 D 10:40 AM 14 D 11:15 AM
10
14 C 10:50 AM 14 D 11:45 AM
11
14 D 11:45 AM 14 G 12:20 PM
12
14 D 12:40 PM 14 D 12.45 PM
13
14 G 1:55 PM 14 D 1:25 PM
14
14 D 2:10 PM 14 C 1:40 PM
15
14 D 3:00 PM 14 D 2:30 PM
16
14 C 3:20 PM 14 G 3:20 PM
17
14 D 3:55 PM 14 D 3:50 PM
18
14 G 5:00 PM 14 D 4:20 PM
19
14 D 5:25 PM 14 D 5:30 PM
20
14 D 6:15 PM 14 C 6:20 PM
21
14 D 7:15 PM 14 G 6:25 PM
22
14 G 8:00 PM 14 D 7:10 PM
23
14 C 8:30 PM 14 D (HALT) 8:05 PM
24
14 D 9:00 PM 14 G (HALT) 9:40 PM
25
14 A (HALT) 9:50 PM
26
14 D (HALT) 10:10 PM

Table Source: Isha Foundation

तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X