लोगों को ज्यादातर हिल स्टेशन, बीच और मंदिरों पर जाना पसंद है। यह जगह लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। लेकिन डैम और रिज़रवायर भी देखने लायक होते हैं।
अगर आप कर्नाटक यात्रा पर निकले हैं तो इन प्रसिद्ध डैम की ओर जाना न भूले। बड़े-बड़े दरवाज़े, जबरदस्त फोर्स के साथ पानी का बहाव और शानदार बैकवाटर इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देती है।
काबिनी डैम
काबिनी बांध का बैकवाटर वन्य जीवन में समृद्ध है। नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान काबिनी वन रिजर्व का हिस्सा है। यह डैम बहुत ही छोटा सा है जो मैसूर के पास स्थित है। इसका पानी कर्नाटक की तरफ बहता है जो कावेरी नदी में जाकर मिल जाता है।
Photo Courtesy: Dave Lonsdale
तुंगभद्रा डैम
तुंगभद्रा डैम कर्नाटक के सबसे बड़ेे डैम में से एक है। इस डैम को होसपेट में तुंगभद्रा नदी के पार बनाया गया है। इस डैम में लगभग 33 दरवाज़ें हैं। यह डैम पीने के लिए पानी, सिंचाई के लिए पानी और बिजली उत्पादन के लिए पानी प्रदान कराता है। इस डैम के पास एक हम्पी नाम का जगह है जो बहुत ही प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस है।
वाणी विलासा सगर
वाणी विलासा सगर कर्नाटक का बहुत ही पुराना डैम है। यह चित्रदुर्गा के पास स्थित है जिसे आज़ादी के पहले ही बनवाया गया था। इस डैम को मारी काविने के नाम से भी जाना जाता है और धीरे-धीरे यह टूरिस्ट का आकर्षण भी बनता जा रहा है।
Photo Courtesy: Karthik Prabhu
सूपा डैम
उत्तरी कर्नाटक में सुपा डैम काली नदी के पास निर्मित किया गया है। इस डैम का प्रयोग बिजली उत्पादन के लिए किया गया है।
Photo Courtesy: Chinmayisk
हेमवती डैम
1979 हसन में हेमवती डैम का निर्माण किया गया था और यह डैम हेमवती नदी के ऊपर बना हुआ है। जब इसे बनाया गया था तो इसके वाटर लेवल को प्राचीन चर्च के साथ मिला दिया गया था।
Photo Courtesy: Technofreak