खूबसूरत और रंग बिरंगे पक्षी किसे नहीं भाते भला, इनकी खूबसूरती को देख लगता है, वाह भगवान ने भी क्या खूब रंगों के साथ खेलकर इन्हें बनाया है। अगर आप इन खूबसूरत पक्षियों को अपने कैमरे में कैद करना चाहते हैं, तो तैयार हो जाइए, क्योंकी उत्तर प्रदेश में होने जा रहा है तीसरा उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल।
जी हां, आपने सही पढ़ा! यूपी वन विभाग, यूपी वन निगम और फिक्की द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल यूपी के दुधवा नेशनल पार्क में 9 से 11 फरवरी के बीच आयोजित किया जायेगा। इस बर्ड फेस्टिवल के दो संस्करण चंबल घाटी में आयोजित किए गए थे।
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बर्ड फेस्टिवल
इस बर्ड फेस्टिवल का आयोजन उत्तर प्रदेश में पर्यावरण पर्यटन को बढ़ावा देने की उम्मीद से किया जा रहा है। इया बर्ड फेस्टिवल का आयोजन संयुक्त रूप से यूपी वन विभाग, यूपी वन निगम और फिक्की द्वारा आयोजित किया जाता है।
बड़े पक्षी विशेषज्ञ हो सकते हैं शामिल
माना जा रहा है कि,इस कार्यक्रम में डॉ असद रहमानी, श्री अजय सक्सेना, डॉ राजू कसम्बे, डॉ सतीश पांडे, शशक दळवी, गरिमा भाटिया, सतपाल गांधी, संजय कुमार आईएएस, रेन लेवी सहित संरक्षण के जगत के बड़े नाम शामिल हो सकते है।
कब होगा उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय बर्ड महोत्सव?
यूपी वन विभाग, यूपी वन निगम और फिक्की द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल यूपी के दुधवा नेशनल पार्क में 9- 11 फरवरी के बीच आयोजित किया जायेगा। इस बर्ड फेस्टिवल के दो संस्करण चंबल घाटी में आयोजित किए गए थे।
कहां है दुधवा नेशनल पार्क ?
दुधवा नेशनल पार्क, भारत - नेपाल सीमा के पास उत्तर प्रदेश राज्य के तराई बेल्ट में स्थित है। इसे 1958 में वन्यजीव अभयारण्य के रूप मेंस्थापित किया गया था और 1977 में यह एक राष्ट्रीय उद्यान बन गया था। आज, यह उद्यान दो भागों में विभाजित है : किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य और कतरनियाघाट वन्यजीव अभयारण्य।Pc: AnantShastri
बर्ड फेस्टिवल के लिए दुधवा राष्ट्रीय उद्यान उत्तम है
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान लगभग 811 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसमे 38 प्रजाति के स्तनधारी, 16 प्रजाति के सरीसृप और पक्षियों की कई प्रजातियां शामिल हैं।Pc:Koshy Koshy
450 प्रजातियों का है घर
भारतीय उपमहाद्वीप में पाए जाने वाले लगभग 1300 पक्षियों में, 450 से ज्यादा प्रजातियां अकेले दुधवा रिजर्व में देखी जा सकती हैं। इनमें हॉर्नबिल, रेड जंगल फ़ॉवल, पीटा फोवल, बंगाल फ्लोरिकन, मत्स्य पालन ईगल, बंगाल फ्लोरिकन, सर्प ईगल, ऑस्प्रे, स्वर्ग फ्लाईकचर, वुडपैकर्स, शामा, इंडियन पिटा, ओरिओल्स, एमेरल्ड कबव आदि शामिल हैं। सर्दी के मौसम के दौरान, दुधवा नेशनल पार्क में विभिन्न प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है।Pc:Naman Narain
प्रोजेक्ट टाइगर दुधवा
भारत के राष्ट्रीय पार्को में चल रहे प्रोजेक्ट टाइगर में दुधवा का नाम दूसरे स्थान पर पहुंच गया है । यहां पल रही विश्व की अनूठी गैंडा पुनर्वास परियोजना के 27 सदस्यीय गैंडा परिवार के स्वछंद घूमते सदस्य पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु बने रहते हैं । इसीलिए हर साल बड़ी तादाद में सैलानी और वन्य-जीव विशेषज्ञ यहां आते हैं ।Pc:DARSHAN SEN
जंगल सफारी का ले मजा
पर्यटक इस फेस्टिवल में चाहे तो जंगल सफारी का मजा लेकर वहां मौजूद जानवरों को भी निहार सकते हैं।Pc:Koshy Koshy
टिकट बुक करें
नेशनल पार्क में टेंट की बुकिंग के लिए आपको करीबन 8500 रुपये प्रति रात के आधार पर चुकाने होंगे, जिसमें रहने, भोजन, सफारी, सभी सत्रों में प्रवेश, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि शामिल हैं। इसमें पहले आयें पहले पायें ऑफर भी है, अगर आप पहले बुकिंग कराते हैं, तो आपको दस प्रतिशत डिस्काउंट भी मिलेगा।Pc:Abhishek Shastri
नैनीताल
कुमाऊँ की पहाड़ियों के मध्य में स्थित नैनीताल दुधवा नेशनल पार्क से करीबन 250 किमी की दूरी पर स्थित है। नैनीताल अपने खूबसूरत परिदृश्यों और शांत परिवेश के कारण पर्यटकों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है।Pc:Sujayadhar
दिल्ली से कैसे पहुंचे दुधवा नेशनल पार्क
दिल्ली से दुधवा आने के लिए गाजियाबाद, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहाँपुर, खुटार, मैलानी, गोला होते हुए पलिया पहुँचा जा सकता है, जहाँ से दुधवा मात्र 10 कि०मी० की दूरी पर स्थित है।
Pc: Vishwamitra Manav