किसी जगह की समृद्ध संस्कृति और विरासत के दर्शन करने में संग्रहालय और आर्ट गैलरियां एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये ऐसे इतिहास को दर्शाते हैं जिनसे हम बरसों तक अंजान रहते हैं। हर संग्रहालय, आर्ट गैलरी एक कहानी कहती है, बीते हुए कल में ले जाती है। चलिए आज हम इन्हीं इतिहास की झलकियों और अंजान राज़ों को जानने चलते हैं चंडीगढ़ के गवर्नमेंट म्यूज़ियम के आर्ट गैलरी में, जहाँ भारत के विभाजन के अस्तित्व के राज़ अब भी कैद हैं।
चंडीगढ़ का गवर्नमेंट म्यूज़ियम
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संग्रहालय के पीछे की कहानी
भारत की आज़ादी से पहले यह संग्रहालय लाहौर में स्थित था, जो उस समय पंजाब की राजधानी हुआ करता था। भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद संग्रहालय की 60% चीजें, पेंटिंग्स, मूर्तियां और अन्य चीजें पाकिस्तान के हिस्से में चली गईं और 40% चीजें भारत के हिस्से में आ गईं। यह संग्रहालय सबसे पहले भारत के अमृतसर में था, जहाँ से उसे शिमला शिफ्ट किया गया फिर पटियाला और फिर अंत में चंडीगढ़।
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संग्रहालय में खूबसूरती से की गई वास्तुकला के अलावा संग्रहालय के अंदर और भी अन्य संग्रहालय और गैलरियां मौजूद हैं; जैसे आर्ट गैलरी, नैचुरल हिस्ट्री म्यूज़ियम, चंडीगढ़ आर्किटेक्चर म्यूज़ियम, चित्रों की नैशनल गैलरी।
गांधार मूर्ती
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कलाकृतियों का महत्व
आर्ट गैलरी में कई अलग-अलग वर्ग हैं, जैसे गांधार मूर्तियां, प्राचीन भारतीय मूर्तियां, भारतीय लघु चित्र, मध्यकालीन भारतीय मूर्तियां, धातु की मूर्तियां, पुरालेख और मुद्राशास्त्र और सजावटी कला के कुछ नाम।
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नैचुरल हिस्ट्री म्यूज़ियम(प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय) में जो वर्ग शामिल हैं, वे डायनासोर, मनुष्य के विकास, मनुष्य के विकास की चित्रावली, कला और पाण्डुलिपि धारा की प्रकृति से सम्बंधित हैं।
नैचुरल हिस्ट्री म्यूज़ियम
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चित्रों की नैशनल गैलरी में भारत की आज़ादी की लड़ाई, सैनानियों के चित्र, भित्तिचित्र और भारतीय स्वतंत्रता से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों को दर्शाया गया है।
चंडीगढ़ आर्किटेक्चर म्यूज़ियम(चंडीगढ़ वास्तुकला संग्रहालय) चंडीगढ़ के इतिहास का एक जीता जागता चित्रण है। इस शहर के विकास के लिए बनाई गई योजना में शामिल जगह, चित्र, रेखाचित्र, मॉडल और अन्य उपकरणों को संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है।
भारतीय भित्तिचित्र
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संग्रहालय में होने वाली क्रियाएं
हर बार यहाँ अन्य क्षेत्रों से आये हुए कलाकारों द्वारा समकालीन प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा यह केंद्र संस्कृति, कला और अन्य रचनात्मक क्षेत्रों से सम्बंधित आयोजित होने वाले सेमिनार, कार्यशालाओं और अन्य कार्यक्रमों का प्रमुख स्थल भी है।
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संग्रहालय के अन्य आकर्षण
यहाँ गज़ेटेड(राजपत्रित) छुट्टियों को छोड़कर हर शुक्रवार, शनिवार और रविवार की शाम को लाइट और साउंड शो का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यहाँ इंग्लिश, हिंदी और फ्रेंच भाषा में विशेष निर्देशित पर्यटन की भी सुविधा उपलब्ध है जिनका पर्यटक पूरा-पूरा लाभ उठा सकते हैं।
संग्रहालय में टेक्सटाइल वर्ग
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संग्रहालय के निकट ही स्थित अन्य पर्यटक केंद्र
चंडीगढ़ में संग्रहालय के अलावा निकट ही बसे अन्य पर्यटक स्थल हैं, रॉक गार्डन, कैपिटल कॉम्प्लेक्स, रोज़ गार्डन, सुखना वन्यजीव अभ्यारण्य और सबके बीच छिपी हुई खूबसूरत घाटी।
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