घूमने का मजा तभी है जब आप वहां से ढेर सारी खरीददारी भी करें...जिसके चलते वह यात्रा और भी यादगार बन जाती है। लेकिन क्या आपने घूमते समय कभी चोर बाजार से खरीददारी की है।
आप सोच रहें होंगे, कि भला ऐसी क्या आफत आन पड़ी है जो अब मै चोर बाजार के कपड़े पहनो या चीजें खरीदूं ..तो जनाब ये देश के ऐसे बाजार है, जहां चोरी के जूते, फोन, मोबाइल, गैजेट्स, ऑटो पार्ट्स से लेकर कार तक सस्ते दामों पर उपलब्ध रहती हैं।
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अगर आप यहां जाने की सोच रहें है तो बेहतर होगा पैदल जायें क्यों कि, गलती से आप अपनी गाड़ी पार्क कर देंगे, तो हो सकता है कि उसके स्पेयर पार्ट्स चोर बाजार की दुकानों पर नजर आएं। देश के इन चोर बाजार में चोरी की गाड़ी को मॉडिफाई करके बेचा जाता है। यहां अपनी गाड़ी या बाइक खड़ी करना खतरे से खाली नहीं है।
आइए जानते हैं देश के ऐसे बाजारों के बारे में.....
दिल्ली का चोर बाजार
दिल्ली का चोर बाजार देश के सबसे पुराने बाजारों में से एक है..जोकि हर रविवार को लाल किले के पीछे दरियागंज में नावेल्टी और जामा मस्जिद के पास लगता है। ये बाजार मुंबई से अलग है। इसे कबाड़ी बाजार भी कहा जाता है। यहां हार्डवेयर से लेकर किचन इलेक्ट्रॉनिक का सामान मिलता है। ये मार्केट जामा मस्जिद के पास संडे के दिन लगती है। यहां खरीदते समय प्रोडक्ट जांच ले क्योंकि जैसा वेंडर कहते हैं, वैसा प्रोडक्ट नहीं निकलता।
कब लगती है मार्केट?
ये बाजार जामा मस्जिद के पास संडे के दिन लगती है। इस बाजार में किसी भी प्रोडक्ट को खरीदते समय प्रोडक्ट जांच ले क्योंकि जैसा वेंडर कहते हैं, वैसा प्रोडक्ट नहीं निकलता।
यहां का फेमस किस्सा
यहां के लिए एक स्टोरी फेमस है कि एक आदमी ने यहां गाड़ी पार्क की थी।बारगेनिंग करते समय उसे अपनी गाड़ी के टायर ही दुकान में मिले।
मुंबई चोर बाजार
मुंबई का चोर बाजार करीब 150 साल पुराना है जोकि दक्षिणी मुंबई के मटन स्ट्रीट मोहम्मद अली रोड के पास है। इस बाजार की शुरुआत पहल शेयर बाजार नाम से हुई थी, लेकिन अंग्रेज लोगों के ‘शोर' को गलत बोलने के कारण इसका नाम ‘चोर' बाजार पड़ गया। इस मार्किट में आप सेकंड हैंड कपड़े, ऑटोमोबिल पार्ट्स और चुराई हुई घड़ियां और ब्रांडेड घड़ियों की रेप्लिका, चोरी के विंटेज और एंटीक सजावटी सामान आदि खरीद सकते हैं। इस मार्केट के बारे में मुंबई में एक कहावत प्रचलति है कि,यहां आपके घर से चोरी हुआ सामान भी मिल जाएगा। मुंबई जाने पर ‘चोर बाजार' जरूर घूमें।PC:Cory Doctorow
क्या है फेमस
यहां के रेस्तरां और कबाब काफी फेमस है। यहां जेबकाटने वालों से सावधान रहें।
कब खुलता है?
ये मार्केट रोजाना सुबह 11 बजे से शाम के 7.30 तक खुला रहता है।
PC: A Vahanvati
सोती गंज, मेरठ, यूपी
उत्तरप्रदेश के मेरठ में सोती गंज मार्केट काफी लोकप्रिय है। इस मार्केट को चोरी की गाड़ियों और स्पेयर पार्ट्स का गढ़ माना जाता है।इस बाजार में सभी गाड़ियों के ऑटो पार्ट्स मिल जाएंगे। यहां चोरी, पुरानी और एक्सीडेंट में खराब हुई गाड़ियां आती है। मेरठ की सोतीगंज मार्केट एशिया का सबसे बड़ा स्क्रैप मार्केट भी है।यहाँ पर एशिया की सबसे ज्यादा रद्दी भी मिलती है।
कब खुलता है यह बाजार
ये मार्केट मेरठ सिटी में सुबह 9 बजे से शाम को 6 बजे तक खुलती रहती है। यहां सामान खरीदने के लिए आपको सही डीलर मिलना जरूरी है।
चिकपेटे, बेंगलुरु
दिल्ली और मुंबई के चोर बाजार के मुकाबले बेंगलुरु कम फेमस है। ये मार्केट बेंगलुरु में चिकपेटे जगह पर संडे के दिन लगती है। यहां सेकेंड हैंड गुड्स, ग्रामोफोन, चोरी के गैजेट्स, कैमरा, एंटीक, इलेक्ट्रॉनिक आइटम और सस्ते जिम इक्विपमेंट मिलते हैं। ये मार्केट लोकल मार्केट की ही तरह है। ये मार्केट एक गांव के मार्केट की ही तरह संडे के दिन लगती है।
पुदुपेत्ताई, चेन्नई सेंट्रल
मेरठ की तरह ही चेन्नई का ‘ऑटो नगर' में पुरानी और चोरी की कारों को मॉडिफाई करते हैं। यहां हजारों की संख्या में दुकानें हैं। ये दुकानें गाड़ियों के ऑरिजनल पार्ट्स और कार को बदलने के लिए फेमस है। इन्हें इस काम में इंटरनेशनल एक्सपर्टीज है। यहां गाड़ियों के तमाम स्पेयर पार्ट्स से लेकर कार मॉडिफाई का सामान और सर्विस मिलती है। ये चोर बाजार गाड़ियों को बदलने का सबसे सस्ता जरिया है। इस मार्केट में कई बार पुलिस की रेड़ पड़ी है लेकिन ये तब भी कभी बंद नहीं हुई है।
कहां है?
ये मार्केट एग्मोर ट्रेन स्टेशन से 1 किलोमीटर दूर है।
कब खुलती है?
ये सुबह 10 बजे से शाम के 6 बजे तक खुली रहती है।
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