हिमाचल प्रदेश एक बेहद ही खूबसूरत होलीडे डेस्टिनेशन है,जो देशी समेत विदेशियों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है। हिमाचल में आप बर्फ बारी रोमांचक खेलों के साथ ट्रेकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। यूं तो हिमाचल में कई ट्रैकिंगडेस्टिनेशन है.लेकिन आज हम आपको बताने जा रहें हैं करेरी लेक ट्रेक के बारे में।
धर्मशाला , परम पावन दलाई लामा की निवास भूमि है जिसे 'देवताओं की भूमि' माना जाता है। धर्मशाल एक बेहद ही खूबसूरत शहर है..यहां आप कलकल बहती नदी और बर्फ से ढकी पहाड़ो की चोटियों को बखूबी निहार सकते हो। धर्मशाला में आप ट्रेकिंग का भी मजा लस सकते हैं। धर्मशाल में स्थित करेरी लेक ट्रेक आपको धर्मशाला की खूबसूरत वादियों से रूबरू कराती है।
करेरी लेक ट्रेकिंग की शुरुआत होती है धर्मशाला के पास स्थित घेरा गांव से यह जगह ट्रेकिंग का शुरुआती बिंदु है। ट्रेकर्स धर्मशाला से घेरा गांव बस या कार द्वारा आसानी से पहुंच सकते है। यह धर्मशाला से करीबन 20 किमी की दूरी पर स्थित है, जिसे एक से दो घंटे के बीच पूरा किया जा सकता है।
पहला दिन : दिल्ली से धर्मशाला
दिल्ली से धर्मशाला बस ट्रेन या हवाई जहाज द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। धर्मशाला पहुँचने के बाद ट्रेकर्स होटल में चेक इन कर सकते हैं। साथ ही धर्मशाला की खूबसूरत वादियों में अपनी शाम भी गुजार सकते हैं।
PC: wikimedia.org
दूसरा दिन- धर्मशाला से घेरा
दूसरे दिन ट्रेकर्स नाश्ता करने के बाद धर्मशाला को घूम सकते हैं..साथ ही शाम के समय के घेरा यानी ट्रैकिंग के अगले पढ़ाव की ओर प्रस्थान कर सकते हैं।PC: wikimedia.org
तीसरे दिन -घेरा -करेरी गांव कैम्प
घेरा -करेरी गांव कैम्प
ट्रेकिंग-17 किमी
समय-8 घंटे
तीसरे दिन की शुरुआत होती है घेरा से जोकि धर्मशाला से 20 किमी की दूरी पर स्थित है। घेरा से करेरी गांव की दूरी कुछ 17 किमी है..जिसे ट्रेकर्स 8 घंटे में पूरा कर सकते हैं..यह ट्रेकिंग नदी और पहाड़ो और घने जंगलों के बीच से होकर गुजरती है।
चौथा दिन- करेरी गांव से राओती
चौथे दिन की ट्रैकिंग की शुरुआत होती है सुबह के नाश्ते से उसके बाद ट्रेकर्स अपने अगले पढ़ाव की ओर प्रस्थान कर सकते हैं...चौथे दिन की ट्रैकिंग की शुरुआत करी गांव से राओती तक..ट्रेकर्स राओती पहुंच कर कैम्प में आराम आकर सकते हैं।
पांचवा दिन राओती से करेरी झील
पांचवा दिन सुबह नाश्ता करने के बाद बाद ट्रेकर्स करेरी झील की ओर अपनी ट्रैकिंग शुरू कर सकते हैं..करेरी झील के पास ही एक मंदिर स्थित है..साथ ही पास में कलकल बहती नदी जिसके पास बैठकर अप अपनी सारी थकान को भुला देंगे।
छठे दिन- करेरी झील-करेरी गांव- धर्मशाला
आज ट्रैकिंग का आखिरी दिन है..ट्रेकर्स झील के किनारे एक सुकून भरी रात बिताने के बाद अगले दिन करेरी गांव की और वापस जा सकते हैं। करेरी झील से करेरी गांव की दूरी कुछ 15 किमी है जिसे 6 घंटे में पूरा किया जा सकता है। ट्रेकर्स करेरी गांव में रुककर हल्का नाश्ता करने के बाद धर्मशाला रवाना हो सकते हैं।
कैसे पहुंचे
वायु द्वाराः गगगल हवाई अड्डा धर्मशाला का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है जिसे आमतौर पर कांगड़ा हवाई अड्डे के रूप में जाना जाता है ।
रेलवे: पठानकोट रेलवे स्टेशन निकटतम रेलवे स्टेशन है, जो धर्मशाला से 84.5 किमी दूर है।
सड़क मार्ग से: धर्मशाला, दिल्ली, चंडीगढ़, मनाली, श्रीनगर और देहरादून सहित राज्य के स्वामित्व वाली बसों और निजी टैक्सियों के माध्यम से उत्तर भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
कब करें ट्रेकिंग
करेरी लेक ट्रेकिंग का सबसे उचित समय मई से जून और सितम्बर से अक्टूबर तक का है।
ट्रेकिंग के दौरान जरूरी चीजे
कॉटन मोज़े
ऊनी मोज़े
दो जोड़ी जूते
बैग पैक
ट्रैक पेंट
टोर्च लाइट
जैकेट
सनग्लास
कैप
सन्सक्रीम
ऊनी दस्ताने
वाल्किंग स्टिक