आज अपनी मनमोहक सुंदरता के अलावा अपनी विविधता और विशेषता के चलते भारत दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। अब बात जब भारत के पर्यटन पर हो रही है तो ऐसे में यदि हम दक्षिण भारत के खूबसूरत राज्य कर्नाटक का वर्णन न करें तो बात एक हद तक अधूरी रह जाती है। कर्नाटक, भारत का दक्षिण पश्चिम पर्यटन हब है जो दुनिया भर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
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कर्नाटक की राजधानी, बंगलौर भी देश में आईटी हब के नाम से जानी जाती है। कर्नाटक राज्य में पर्यटन बढ़ने के कारण, वर्तमान में यहां भारी संख्या में रिसॉर्ट, टूरिस्ट प्लेस आदि बन गए है जिनसे पर्यटकों को यहां आकर आनंद आता है। आज अपने इस लेख में हम आपको अवगत कराएंगे कर्नाटक के उन स्थानों से जहां चाहे आप साल के किसी भी सीजन में जा सकते हैं।
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तो चलिए अब देर किस बात की आज ही टिकट बुक कराने के बाद अपना बैग पैक करिये और निकल जाइए कर्नाटक के इन एवरग्रीन डेस्टिनेशंस को निहारने। कर्नाटक में आप साल के किसी भी सीजन में कहां कहां जा सकते हैं इसको जानने के लिए नीचे दी गयी स्लाइड्स को क्लिक करना न भूलिए।
बांदीपुर
बांदीपुर वन संरक्षित क्षेत्र भारत में प्रमुख रूप से बाघ संरक्षित (टाइगर रिजर्व) क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जहाँ बाघों की आबादी लगभग 70 है। लगभग 900 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ यह प्रोजेक्ट टाइगर संरक्षित क्षेत्र कर्नाटक के चामराजनगर जिले में स्थित है। यह मैसूर से 80 किलोमीटर और बंगलौर से 220 किलोमीटर की दूरी पर है और आप किसी भी शहर से वाहन द्वारा यहाँ पहुँच सकते हैं।
बनरगट्टा
यदि आप बैंगलोर में रहते हैं और सप्ताहांत में घूमने के लिए किसी स्थान की खोज में हैं तो बनरगट्टा जाने का प्लान बनाइए। यह एक प्रख्यात गंतव्य है जो संपूर्ण विश्व के लोगों को आकर्षित करता है, क्योंकि इस क्षेत्र का प्रसिदृ आकर्षण बनरगट्टा वन्यजीवन उद्यान है जो बैंगलोर शहर के दक्षिण में 22 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह उद्यान लगभग 104 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसके अंतर्गत बैंगलोर वन विभाग के अनेकल श्रेणी के दस संरक्षित वन आते हैं। 1971 में स्थापित इस उद्यान में प्रकृति रिजर्व, चिड़ियाघर, बच्चों का पार्क, मत्स्यालय, मगरमच्छ पार्क, संग्रहालय, तितली पार्क, साँप पार्क और यहाँ तक कि पालतू जानवर भी हैं। यहाँ के वनों में घने वृक्ष और कंटीली झाडियाँ भी हैं।
चिकमंगलूर
चिकमंगलूर टाउन कर्नाटक प्रांत में इसी नाम के जिले में स्थित है। यह क्षेत्र बड़ा लोकप्रिय है क्योंकि यहां कई एक पर्यटन स्थल हैं। चिकमंगलूर पर्वतीय व दलदली भूमि मलनाड के समीप स्थित है। चिकमंगलूर का अर्थ है- "छोटी बेटी की भूमि"। कहा जाता है कि यहां के एक पैसे वाले मुखिया नें चिकमंगलूर दहेज में अपनी छोटी बेटी को दे दिया था। इसी प्रकार का एक और स्थान हिरेमगलूर, "बड़ी बेटी की भूमि" यहां है, जो अब चिकमंगलूर जिले का एक हिस्सा है।
धर्मस्थल
धर्मस्थल, कर्नाटक राज्य में बसा छोटा सा गांव है जो नेत्रावती नदी के तट पर स्थित है। यह गांव अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण जाना जाता है। यहां स्थित हर मंदिर में हिंदू धर्म के प्रत्येक भगवान को समर्पित एक मूर्ति है। श्रद्धालु पूरे मन से यहां दर्शन करने आते है। गांव में कई प्राचीन पांडुलिपियों का उल्लेख मिलता है जिनको वहां जाकर देखा जा सकता है। राज्य के कई शहरों से बसों द्वारा जुड़े होने के कारण श्रद्धालुओं को आने में असुविधा का सामना नहीं करना पड़ता है।
गलिबोर
गलिबोर कर्नाटक में बैंगलोर के पास लगभग 110 किमी. की दूरी पर स्थित एक सुंदर गंतव्य है। अर्कावाथि नदी और कावेरी नदी के संगम से लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित गलिबोर एक निर्जन क्षेत्र है जो कावेरी वन्य जीवन अभ्यारण्य के घने जंगलों के बीच स्थित है। गलिबोर एक प्रसिद्ध फिशिंग और नेचर कैम्प है जो कावेरी नदी कि किनारे स्थित है तथा यहाँ हरे भरे पेड़ हैं। इस स्थान का नाम गलिबोर नाम की पहाडी के नाम पर पड़ा जो कैंप के पीछे स्थित है। पहाड़ियों से घिरा हुआ गलिबोर कैंप वनस्पतियों से घिरा हुआ है तथा यहाँ से कावेरी नदी का दृश्य देखा जा सकता है।
घाटी सुब्रमण्य
दोद्दबल्लापुर के पास घाटी सुब्रमण्य मंदिर बेंगलूरु शहर से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह बेंगलूरु के ग्रामीण जिले में बसा है। काफी समय से यह मंदिर तीर्थ यात्रियों के बीच काफी मशहूर रहा है और इतना समय बीतने पर भी यहाँ के देवों की महत्ता बरकरार है। आज भी भक्तजन रोज़ मंदिर जाते हैं।