दीवाली का पर्व, भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस दिन लोग अपने घरों में दीप जलाते हैं और गणेश लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं। अगर गणेश लक्ष्मी जी के मंदिरों की बात की जाए तो काफी कम ही मंदिर होंगे, जहां एक साथ माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा होती है। ऐसे में इस आर्टिकल के माध्यम से आपको उन मंदिरों के बारे में बताया जा रहा है, जहां जाकर आप सुख, समृद्धि की कामना कर सकते हैं।
महालक्ष्मी मंदिर, इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में भी माता लक्ष्मी का प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे महालक्ष्मी मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण सन 1832 में महाराजा मल्हारराव होलकर (द्वितीय) ने करवाया था। यह मंदिर होलकर रियासत की श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है।
लक्ष्मीनारायण मंदिर, नई दिल्ली
नई दिल्ली के गोल मार्केट के समीप स्थित लक्ष्मी जी का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे लक्ष्मीनारायण मंदिर या बिड़ला मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में माता लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की भी प्रतिमा विराजित है। इस मंदिर को साल 1622 में वीर सिंह देव ने बनवाया था। यहां हर साल दीवाली पर काफी सजावट की जाती है और धार्मिक आयोजन भी किए जाते हैं। यहां माता के साथ बप्पा की भी पूजा की जाती है।
गणेश मंदिर, रणथंभौर
राजस्थान के रणथंभौर किला अपने इतिहास के लिए जाना जाता है। इस किले में एक गणेश मंदिर भी है, जो काफी मशहूर भी है। इस मंदिर को आसपास के लोग चिट्ठी वाले गणेश जी के नाम से भी जानते हैं। इस मंदिर को राजा हमीर ने बनवाया था। कहा जाता है कि आसपास में अगर किसी के घर कोई छोटा-बड़ा कार्यक्रम पड़ता है तो लोग मंदिर में कार्ड देना नहीं भूलते।
महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई
फिल्म नगरी के नाम से मशहूर मुंबई का महालक्ष्मी मंदिर शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। यह मंदिर शहर के भुलाभाई देसाई मार्ग पर स्थित है, जहां रोजाना हजारों भक्त मंदिर में शीष नवाने आते हैं। इस मंदिर में माता लक्ष्मी के साथ महाकाली और महासरस्वती की मूर्तियां भी विराजित हैं। यहां माता के साथ बप्पा की भी पूजा की जाती है।
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई
मुंबई में स्थित सिद्घिविनायक मंदिर पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध है। शहर के प्रभा देवी इलाके में स्थित इस मंदिर में रोजाना हजारों भक्त आते हैं। यहां बप्पा के साथ-साथ माता की भी पूजा की जाती है। ये मंदिर देश के उन खास मंदिरों में से एक है, जहां सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग बप्पा के सामने अपना सिर झुकाते हैं।
खजराना गणेश मंदिर, इंदौर
इंदौर में स्थित खजराना गणेश मंदिर भी मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर की तरह ही काफी प्रसिद्ध है। इस मंदिर का निर्माण सन 1735 में महारानी अहिल्याबाई होलकर ने करवाया था। इस मंदिर में जो भी सच्चे मन से दुआ मांगते हैं, उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। अगर किसी की मन्नत पूरी हो जाती है तो श्रद्धालु यहां आकर बप्पा को लड्डुओं का भोग लगाते हैं।
स्वर्ण मंदिर, वेल्लोर
तमिलनाडु के वेल्लोर में महालक्ष्मी मंदिर स्थित है, जिसे दक्षिण भारत का स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है। करीब 100 एकड़ में फैले इस मंदिर में 15000 किलो. सोने का प्रयोग हुआ है। रात के समय में इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जो भी श्रद्धालु आते हैं, वो बस मंदिर की चमक को देखते ही रह जाते हैं। अगर आप भी इस मंदिर में दर्शन करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो रात के समय मंदिर का नजारा देखना ना भूलें। इस मंदिर माता के साथ बप्पा की भी पूजा की जाती है।