जब भी हम किसी द्वीप के बारे में सुनते हैं, हम खुद से ही एक अंजान दुनिया की कल्पना करने लगते हैं। और सोचते हैं कि कितना मज़ेदार हैगा अपने उस दुनिया की सैर करना। इसी तरह आपने कई प्राकृतिक द्वीपों के बारे में तो सुना ही होगा, पर क्या कभी आपने मानव निर्मित द्वीपों के बारे में सुना है? नहीं सुना! कोई बात नहीं, इस लेख में हम आपको भारत के ऐसे दो प्रमुख मानव निर्मित द्वीपों के बारे में बताएँगे जहाँ की यात्रा आपकी सबसे दिलचस्प यात्रा होगी।
इनमें से एक, लोकप्रिय समुद्र बंदरगाह है तो अन्य एक गाँव है जो अब द्वीप बन गए हैं।
विलिंगडन द्वीप का समुद्री बंदरगाह
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विलिंगडन द्वीप
हमेशा से ही समुद्री बंदरगाह एक अनूठे आकर्षण रहे हैं, जो फोटोग्राफी के शौक़ीन लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। बड़े जहाज़, छोटे नाव कतारबद्ध हो समुद्री तट पर खड़े, जहाज़ की इमारतें और पानी के क्षितिज एक परफेक्ट दृश्य का निर्माण करते हैं। आपने ज़रूर ही अंडरवर्ल्ड से सम्बंधित फिल्मे देखी होगी, जिसमें एक बंदरगाह या जहाज़ों में एक मार पीट का दृश्य ज़रूर ही होता है। ऐसे ही कई साधारण आकर्षण आपको इन समुद्री बंदरगाहों में देखने को मिलेंगे।
इसी तरह विलिंगडन द्वीप का निर्माण ब्रिटिश सरकार ने व्यापारिक सम्बंधों को बढ़ाने के लिए किया था। इस समुद्री बंदरगाह को बनाने के लिए रेतीली भूमि का एक हिस्सा वेम्बानाड़ झील से बहार निकाला गया और आज यह भारत का सबसे बड़ा मानव निर्मित द्वीप है। विलिंगडन द्वीप कोच्ची में स्थित एक समुद्री बंदरगाह है। इस द्वीप का निर्माण इस तरह किया गया है कि यह सड़क मार्ग और रेल मार्ग से आसानी से जुड़ता है।
विलिंगडन द्वीप में स्थित गेस्ट हाउस
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अंग्रेजों के भारत छोड़ने के बाद, यह भारतीय नौसेना व कोचीन पोर्ट ट्रस्ट के अधीन आ गया। अंग्रेजों द्वारा बनाये गए इस निर्माण में उन्होंने एक बात ज़रूर ही ध्यान रखी कि, यह बंदरगाह दुनिया के अन्य बंदरगाहों से अच्छी तरह जुड़ सके। यहाँ तक कि आज भी विलिंगडन द्वीप समुद्री बंदरगाह में कई ऐसे सी लिंक्स हैं जो अन्य बंदरगाहों से जुड़ती हैं।
कैटल(मवेशियों) द्वीप
आपने यह कई बार सुना होगा कि कई गांव, बांध स्थलों के साथ जलमग्न हो गए। उसी तरह कैटल द्वीप एक पहाड़ी गांव हुआ करता था जो अब ओड़िसा के महानदी नदी पर हीराकुंड बांध बनने के बाद एक द्वीप में बदल गया है। इस बांध के बनने के बाद, इस क्षेत्र में बसे कई गांव जलमग्न हो गए। पर इनमें से अलग कैटल गांव की कहानी काफी दिलचस्प और अद्वितीय है।
हीराकुंड
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कैटल द्वीप वह द्वीप है जो हीराकुंड बांध बनने के बाद अस्तित्व में आया। इस बांध के बनने के बाद जब यहाँ के निवासी दूसरे जगहों को स्थानांतरण कर रहे थे तो, उन्होंने अपने पशुओं(मवेशियों) को यहीं छोड़ दिया। तब यह जगह उन पशुओं(मवेशियों) का स्थायी वास स्थल बन गया और वे जंगली पशुओं में तब्दील हो गए। अब यह जगह उन्हीं जंगली मवेशियों का निवास स्थल है, जो अन्य पालतू मवेशियों से आकार में काफी बड़े होते हैं। इसलिए इस द्वीप का नाम कैटल(मवेशी) द्वीप पड़ गया।
कैटल द्वीप, हीराकुंड जलाशय में स्थित अन्य द्वीपों से अलग एक अद्वितीय(यूनिक) द्वीप है। यह संबलपुर से लगभग 90 किलोमीटर दूर एक अज्ञात स्थल है।
अनोखी व अंजान जगहों की यात्रा हमेशा ही यूनिक व रोमांचक होती है।अन्य सामान्य पर्यटक स्थलों से अलग ये जगहें असल में रोमांचक क्रियाओं के मज़े लेने के लिए सबसे सही और शानदार जगह होते हैं।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव निचे व्यक्त करें।
Read in English: 2 Fantastic Man-made Islands in India
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