जयपुर के आमेर में स्थित है जगत शिरोमणि मंदिर, जिससे मीरा बाई मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भगवान कृष्ण और मीरा बाई को समर्पित है। यह जयपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण साल 1599 से 1608 ईस्वी के बीच हुआ था।
आपको बता दें मीरा बाई मेवाड़ के एक राजा की पत्नी थीं, जब मीरा बाई ने अपना जीवन भगवान कृष्ण को समर्पित कर दिया, मंदिर मीरा बाई मंदिर के नाम से लोकप्रिय हो गया। इसके अलावा एक और कहानी है, जो बताता है की मंदिर का निर्माण राजा मान सिंह की पहली पत्नी रानी कनकवती ने अपने पुत्र जगत सिंह के सम्मान में करवाया था। इसलिए इसे जगत शिरोमणि मंदिर का नाम मंदिर को दिया गया।
जगत शिरोमणि मंदिर जयपुर के आमेर पैलेस से जुड़ा हुआ है। मंदिर में दो प्रवेश द्वार हैं। एक प्रवेश द्वार आमेर महल की ओर जाता है और दूसरा आमेर शहर की ओर जाता है। इस मंदिर को आमेर महल के प्रांगण के बगल में बनाया गया था ताकि रानी जब चाहें मंदिर में दर्शन कर सकें।
जगत शिरोमणि मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है क्योंकि मंदिर की कुछ संरचनाएं बेहद अविश्वसनीय है, जैसे प्रवेश द्वार पर हाथियों को एक संगमरमर के पत्थर से बनाया गया है। यह राजस्थान का एक अनूठा मंदिर है। बता दें देवताओं की मूर्तियों को भी एक ही पत्थर से तराशा गया है।
माना जाता है कि इस मंदिर में स्थित भगवान कृष्ण की मूर्ति वह मूर्ति है, जिसकी 600 साल पहले मीरा बाई मेवाड़ राज्य में पूजा करती थी। आमेर शासकों द्वारा मेवाड़ पर मुगल हमले के दौरान इस मूर्ति को नष्ट होने से बचा लिया गया था और आमेर लाया गया था।
यह मंदिर एतिहासिक और धार्मिक रूप से एक दिलचस्प मंदिर है। दावा किया जाता है कि यह एकमात्र मंदिर है, जिसमें मीरा बाई की मूर्ति है। इस मंदिर का रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जाता है।
समय
जगत शिरोमणि मंदिर सुबह 06:00 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक और फिर शाम 04:00 बजे से शाम 08:00 बजे तक खुला रहता है।
जगत शिरोमणि मंदिर के पास घूमने की जगह:
आमेर किला अंबिकेश्वर मंदिर, पन्ना मीना कुंड, बद्रीनाथ मंदिर, अनोखी संग्रहालय
कैसे पहुंचे
जगत शिरोमणि मंदिर आमेर में स्थित है और आमेर किले से कुछ ही मिनटों में आसानी से पहुंचा जा सकता है। आमेर रोड पर आमेर हाथी स्टैंड के बाद बाईं लेन लें। मीरा बाई मंदिर आमेर शहर के हेरिटेज वॉकिंग टूर का एक जरूरी हिस्सा है।