ट्रैवलिंग या यात्रा हमेशा से ही लोगों के बीच एक खास विषय रहा है और शायद ही हममें से कोई ऐसा हो जिसे घूमना नहीं पसंद है। लेकिन आगे बढ़ने से पहले चंद सवाल क्या आप पहली बार घूमने जा रहे हैं? क्या आप मौका मिलते ही घूमने निकल जाते हैं ? क्या आप प्रकृति को पसंद करते हैं ? क्या आप डर को जीतने का जज्बा और एडवेंचर के शौक़ीन हैं ? या सिर्फ आप घूमने के शौक़ीन हैं ? यदि इन सभी सवालों को लेकर आपका जवाब हां में है तो हमारा सुझाव है कि आप पंचगनी आएं।
पंचगनी में आपका स्वागत है। पंचगनी और महाबलेश्वर दो हिल स्टेशन हैं जो सौंदर्य को पुनः परिभाषित करते हैं। यहाँ का अमर सौंदर्य सालाना पर्यटकों, घरेलू लोगों और अन्य लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता आ रहा है। ज्ञात हो कि पंचगनी की खोज ब्रिटिश लोगों द्वारा उनके शासन काल में हुई थी। पंचगनी के होटल
इतिहास बताता है कि एक अधीक्षक जिन्हें जान चेसोन के नाम से जाना जाता है वे गर्मियों के इस प्रसिद्ध स्थान की देखभाल के लिए नियुक्त किये गए थे। पंचगनी का अर्थ है पाँच पहाडियाँ और यह समुद्र सतह से लगभग 1,350 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। PICS :
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ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध यह स्थान ब्रिटिश लोगों के लिए गर्मियों में एक आश्रय स्थल था और आज भी यहाँ का शांत और ठंडा मौसम पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। तो अब देर किस बात की कुछ ख़ास तस्वीरों के जरिये आपको अवगत कराते हैं पंचगनी से। पंचगनी के बारे में गहराई से जानने के लिए नीचे स्लाइड्स पर क्लिक करें।
सभी के लिए है पंचगनी
चाहे आप पहली बार यात्रा कर रहे हों या हमेशा यात्रा करते हों, पंचगनी की निराली पहाडियाँ सभी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। दूर पहाड़ियों से परे स्वप्न की तरह सूर्यास्त देखना, स्ट्राबेरी तोड़ने के मौसम का आनंद उठाना, आराम से नाव की सवारी करना या अगर आप कुछ और साहसिक कार्य करना चाहते हैं तो पैराग्लाइडिंग करना आदि यहाँ उपलब्ध है और यहाँ आपके विकल्प कभी खत्म नही होंगे।
परफेक्ट पैराग्लाइडिंग के लिए पंचगनी
पंचगनी पश्चिमी भारत में आसानी से उपलब्ध एक बेहतरीन पैराग्लाइडिंग स्थान है। 4500 फीट की ऊँचाई पर स्थित साँस रोकने वाली घाटियाँ, ताज़ा हवाएँ, मंत्रमुग्ध के देने वाले दृश्य - अनेक ऐसे रोमांचक उड़ान स्थल अनेक सुंदर दृश्यों का अनुभव लेने में आपकी सहायता करते हैं। यदि आप पैराग्लाइडिंग में नौसिखिया हैं तो आप अनुभवी पायलटों के साथ उड़ान का विकल्प चुन सकते हैं।
क्या है पंचगनी के आस पास
यदि आप पंचगनी में हैं तो यहां के मुख्य पर्यटक आकर्षणों जैसे शेरबाग, टेबललैंड, धूम बांध, सिडनी पॉइंट, भगवान कार्तिकेय मंदिर की यात्रा करना न भूलें। आपको बता दें कि मॉनसून के दौरान यहां के नज़ारे देखते ही बनते हैं। यहां मॉनसून इन पहाड़ी स्टेशनों के असली जादू में अतिरिक्त खुशी के रूप में प्रारंभ होता है - यहाँ के पहाड़ जादुई झरनों और सँकरे, छोटी तथा घुमावदार धाराओं से आच्छादित हो जाते हैं।
एक विचित्र मगर मोहक हिल स्टेशन है पंचगनी
पंचगनी में उपनिवेशी युग के कई विलक्षण कॉटेज मौजूद हैं। ये किराये पर उपलब्ध हैं और पर्यटक बड़े शहरों की हलचल से दूर सप्ताहांत के कुछ शांत दिन यहाँ बिता सकते हैं। यह स्थान कई इमारतों और स्मारकों ,पारसी घरों और अन्य कई स्थानों पर गौरव करता है जिनकी वास्तुकला ब्रिटिश युग से प्रभावित है। पंचगनी में वायु प्रदूषण का स्तर बहुत कम है और यह अत्यधिक शुद्ध वातावरण का दावा करता है। इस क्षेत्र का मौसम उन लोगों के लिए लाभदायक है जो किसी बीमारी से उबर रहे हैं क्योंकि न सिर्फ यह आपके दिमाग का कायाकल्प करता है बल्कि आपके शरीर को घाव भरने की प्रक्रिया की ओर ले जाने में सहायता भी करता है।
कैसे जाएं पंचगनी
यदि आप मुंबई से यात्रा कर रहे हैं तो आप मुंबई - पुणे राजमार्ग का उपयोग कर सकते हैं जो आपको पहले पंचगनी पहुँचायेगा। अन्यथा यदि आप मुंबई से गोवा रोड पर जाते हैं तब पोल्हातपुर पर बाएं मुड़ने के बाद और ऊपर पहाड़ी पर जाने पर आप पहले महाबलेश्वर पहुँचते हैं। पंचगनी पहाड़ी के नीचे के रास्ते पर है जो सतारा की ओर जाता है। महाराष्ट्र के किसी भी हिस्से से आसानी के साथ पंचगनी आया जा सकता है।
पंचगनी का मौसम
पंचगनी घूमने का आदर्श समय सितंबर से मई तक है जबकि मॉनसून में यहां पर्यटन धीमा पड़ जाता है। ठंड में पंचगनी का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस होता है और गर्मियाँ भी मुख्य रूप से ठंडी होती हैं। पंचगनी अनिवार्य रूप से साल भर का गंतव्य है इसलिए जून से सितंबर के भारी वर्षा के दिनों में भी परिवार और पर्यटक इस जगह पर आते हैं और गीली धरती की सुगंध और हरी भरी धरती की ईश्वरीय सुंदरता में खो जाते हैं।