बुंदेलखंड मध्य भारत का एक प्राचीन हिस्सा है, जो मध्य प्रदेश और कुछ उत्तर प्रदेश के भागों में फैला हुआ है। अतीत से जुड़े साक्ष्यों के अनुसार इस क्षेत्र को पहले जेजाकभुक्ति के नाम से जाना जाता था। यह एक खास भौगोलिक खंड है, जो अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए ज्यादा प्रसिद्ध है। सांस्कृतिक विविधता के बावजूद बुंदेलखंड अपनी एकता और आपसी तालमेल के लिए जाना जाता रहा है। इतिहास, संस्कृति और परंपराओं का एक खूबसूरत मेल बुंदेलखंड में देखने को मिलता है।
बुंदेलखंड ने महाराजा छत्रसाल के शासनकाल के दौरान खूब प्रसिद्धी हासिल की। यह खंड असंख्य प्राचीन संरचनाओं का घर है, जो पर्यटन के लिए काफी खास माने जाते हैं। इस लेख के माध्यम से जानिए मध्य भारत के इस प्राचीन हिस्से के कुछ शानदार आकर्षणों के बारे में।
झांसी का किला
PC - Bornav27may
बुंदेलखंड में आप झांसी का किला देख सकते हैं, यह किला यहां के मुख्य आकर्षणों में गिना जाता है। यह किला झांसी के लिए लैंडमार्क का काम करता है, जिसके आसपास यह पूरा शहर बना है। माना जाता है कि 11शताब्दी के बाद से बुंदेलखंड पर चंदेल राजाओं की अच्छी पकड़ हो गई थी। ओरछा के राजा वीर सिंह जू देव ने 1613 में किले का निर्माण करवाया था।
तब इस शहर को बलवंतनगर के नाम से संबोधित किया जाता था। यह किला आज भी अपनी मजबूत दीवारों के बल पर शहर को खास बनाने का काम करता है। यह बगीरा क्षेत्र में खड़ा है।
ओरछा का किला
PC- Sagar Das, Rosehub
बुंदेलखंड की ऐतिहासिक संरचनाओं में आप ओरछा का किला देख सकते हैं। यह किला मध्य प्रदेश राज्य के ओरछा में स्थित है। जानकारी के अनुसार इस किले का निर्माण राजा रुद्र प्रताप सिंह ने 16वीं शताब्दी में करवाया था। ओरछा नगर राज्य के टीकमगढ़ से लगभग 80 किमी की दूरी पर स्थित है, यहां से झांसी की दूरी मात्र 15 कि.मी की ही रह जाती है। यह किला यहां के प्रसिद्ध किलों में गिना जाता है, जिसके अंदर बहुत से प्राचीन आक्रषण देखने को मिलेंगे।
आप इस किले के अंदर कई खूबसूरत भवन और मंदिर देख सकते हैं। यहां स्थित राज महल और राम मंदिर पर्यटकों को काफी ज्यादा आकर्षित करता है, जिनका निर्माण राजा मधुरकर सिहं ने करवाया था।
चतुर्भुज मंदिर
PC- Nishantsrivastava
बुंदेलखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों में आप यहां के चतुर्भुज मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर राज्य के ओरछा में स्थित है। यहां मुख्य देवता चार भुजाओं के साथ विराजमान हैं, इसलिए इस मंदिर का नाम चतुर्भुज पड़ा। धार्मिक पर्यटन के लिहाज से यह मंदिर काफी ज्यादा मायने रखता है।
ओरछा के किले से यह मंदिर बहुत नजदीक है। मंदिर का वास्तुकला बहुत ही ज्यादा आक्रषित करती है। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।
जहांगीर महल
PC- Doron
बुंदेलखंड की ऐतिहासिक संरचनाओं की श्रृंखला में आप यहां के जहांगीर महल को देख सकते हैं। 17वीं शताब्दी के दौरान बना यह किला अपनी खास वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जिसमें आप इंडो-इस्लामिक शैला का अच्छा-खासा प्रभाव देख सकते हैं। यह महल ओरछा में जहांगीर के आगमन की खुशी में बनवाया गया था।
इस महल का निर्माणा बुंदला शासक वीर सिंह देव द्वारा किया गया था। यह महला काफी विशाल है जो पर्यटकों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है। इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां आ सकते हैं।
ओरछा वन्यजीव अभयारण्य
उपरोक्त स्थानों के अलावा आप बुंदेलखंड के प्राकृतिक स्थलों की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। ओरछा वन्यजीव अभयारण्य यहां के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में गिना जाता है, जहां सैलानी वन्यजीवन का रोमांचक आनंद लेने के लिए आते हैं। ओरछा फोर्ट से यह अभयारण्य मात्र 2 किमी की दूरी पर स्थित है, जिसका निर्माण 1994 में करवाया गया था।
जंगली जीवों में आप यहां हिरण, बंदर, जंगली सूअर, नीलगाय, भालू, सियार आदी को देख सकते हैं। यह जंगल क्षेत्र लगभग 200 से ज्यादा पक्षी प्रजातियों को सुरक्षित आश्रय देने का काम करता है। एक रोमांचक सैर के लिए आप यहां आ सकते हैं।