भारत एक बेहद ही खूबसूरत देश है..इस देश के हर राज्य में कई ऐसी खूबसूरत जगहें और पर्यटन स्थल मौजूद है..जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। अभी तक हमने आपको अपने लेखो के जरिये भारत के कई पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी। इसी क्रम में आज हम आपको रूबरू कराने जा रहें हैं झारखंड राज्य के हजारी भाग से।
हज़ारीबाग शहर रांची से 93 किमी. की दूरी पर स्थित है तथा झारखंड के छोटा नागपुर पठार का एक भाग है। खूबसूरत पर्यटक स्थलों से भरा हजारीबाग झारखंड में स्थित है। हजारीबाग का अर्थ होता है हजार बागों वाला और यह दो शब्दों हजार और बाग से मिलकर बना है।
यहां पर 2019 फीट की ऊंचाई पर हैल्थ हिल रिसोर्ट का निर्माण किया गया है।यह रिसोर्ट प्रकृति की गोद में बसा हुआ है और बहुत खूबसूरत है। इन पर्यटक स्थलों में हजारीबाग झील प्रमुख है जहां पर वाटरस्पोटर्स का आनंद लिया जा सकता है। हजारीबाग वन्य जीव अभयारण्य, कैनेरी पहाड़ी और रजरप्पा इसके अन्य प्रमुख पर्यटक स्थल हैं।
चंदवारा और जिलिंजा हज़ारीबाग जिले की दो महत्वपूर्ण पर्वत श्रेणियां है। हज़ारीबाग का सबसे ऊँचा पर्वत पारसनाथ चोटी है। ऐसा विश्वास है कि 23 वें और 24 वें जैन तीर्थंकरों को यहाँ मोक्ष प्राप्त हुआ था। आइये जानते है स्लाइड्स में हजारी बाग में घूमने की जगहों के बारे में
हजारीबाग वन्यजीव अभयारण्य
हज़ारीबाग से 19 किमी. की दूरी पर स्थित हज़ारीबाग राष्ट्रीय उद्यान विभिन्न वनस्पतियों और जीव जंतुओं से समृद्ध है। यह बहुत विशाल और खूबसूरत है। इसका क्षेत्रफल लगभग 184 वर्ग कि॰मी॰ है। अपनी खूबसूरती के लिए इसे पूरे विश्व में जाना जाता है।यह उद्यान कई जानवरों जैसे हाथी, बाघ, जंगली भालू, तेंदुआ, हिरन और अन्य कई प्रजातियों का घर है। यदि आप भाग्यशाली हैं तो आप स्लोथ भालू की झलक देख सकते हैं। यहां घूमने के लिए अप्रैल-जुलाई का समय आदर्श है क्योंकिइस समय इसकी हरियाली कई गुना बढ़ जाती है।
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हजारी झील
मनोरम हजारी झील पर सैलानी जल क्रीड़ा का आनन्द ले सकते हैं। प्रकृतिक नजारों से से भरपूर यह रमणीय स्थल पर्यटकों को बहुत पसंद आती हैं क्योंकि वह यहां पर शहर की भागती-दौड़ती जिंदगी से दूर बेहतरीन पिकनिक मना सकते हैं। यहां पर वाटर स्पोर्टस भी उपलब्ध हैं जो युवा पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं।
रजरप्पा
रजरप्पा मां छिन्न मस्तिका मन्दिर के लिए प्रसिद्ध है। मन्दिर के अलावा यह भेरा और दामोदर नदी के संगम स्थल के रूप में भी जाना जाता है। इन दोनों नदियों का संगम मनोहारी है क्योंकि भेरा नदी लगभग 20 फीट की ऊंचाई से झरने के रूप में दामोदर नदी में मिलती है। इस झरने की धारा ने पहाड़ी को इस तरह से काट दिया है कि यह एक सुन्दर तस्वीर जैसा लगता है। यहां पर बोटिंग करने की भी सुविधा है जो पर्यटकों को अपनी तरफ बहुत आकर्षित करती है।PC: wikimedia.org
ईचाक (मंदिरों का शहर)
हज़ारीबाग़ ज़िला मुख्यालय से 13 किलोमीटर उ.पु.मे ईचाक स्थित है। ईचाक एक समय सिंह राजाओ की राजधानी हुआ करती थी, जो रामगढ राजघराने से ताल्लुक रखते थे। यह कहा जाता है कि इन्ही राजाओं के शासन काल (18 वीं सदी) में यहाँ लगभग 170 मंदिरों का निर्माण करवाया था। इन मंदिरों में एक और खासियत है कि लगभग सभी मंदिरों के समीप तालाब का निर्माण करवाया था। यहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक बुढ़िया माता का मंदिर है। यहाँ बिहार,बंगाल,उड़ीसा एवं अन्य क्षेत्रो से श्रद्धालु आते है। माना जाता है कि यहाँ पर मांगी गयी हर मन्नत पूरी होती है। अन्य मंदिरों में सूर्य मंदिर भी एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहाँ सूर्य मंदिर के पीछे एक गुफा है, जो तत्कालीन बंद कर दिया गया है, ऐसी मान्यता है कि यह सुरंग लगभग 15 km. लंबी है। जिसका दूसरा सिरा सिंह राजा के पदमा स्थित महल में जाकर खुलता है, जहाँ से महारानी इसी सुरंग के रास्ते सूर्य मंदिर में पूजा करने आती थी।
खुटरा
छडवा डैम से तीन किलोमीटर की दूरी पर एक बहुत प्यारा सा गाव खुटरा है। जहा पर एक बहुत बडी मस्जिद है जो अपने आस पास के इलाके मे सब से बडा है जिसे देखने के लिये लोग दूर्-दूर से आते हैं।
छडवा डैम
हजारीबाग शहर से मात्र सात किलोमीटर दूर यह डैम मे भागती-दौड़ती जिंदगी से दूर बेहतरीन पिकनिक मना सकते है
कैसे जायें हजारीबाग
वायुयान
हजारीबाग का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट रांची है, राँची से हजारीबाग की दुरी मात्र 99 किलोमीटर है,जिसे डेढ घंटे में बस या निजि वाहन से तय किया जा सकता है।
हजारीबाग बाग़ ट्रेन द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है...यहां से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई,कोलकाता आदि के लिए ट्रेने उपलब्ध है।
बस द्वारा
हजारीबाग बस द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है...रांची से हजारीबाग के लिए बसें हार्ट आधे घंटे पर उपलब्ध रहती है।
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