राजस्थान का ऐतिहासिक नगर और अपनी कलात्मक शैली से सबका दिल जीतने वाले जयपुर को 'पिंक सिटी' के नाम से भी जाना जाता है। इस आलीशान शहर को कछवाहा महाराजा जयसिंह-दुितीय ने बसाया था। इस शहर में आपको हरी-भरी पहाड़ियों, अनोखे संग्राहलय, महल, किले और विशिष्ट शैली में बने बाग़-बगीचे आदि देखने को मिलेंगे। जयपुर अपने ऐतिहासिक महत्त्व के कारण तो प्रसिद्ध है ही साथ ही यह अपने आलीशान ऐतिहासिक कलात्मक शैली के लिए भी पर्यटकों को लुभाता है।
इस शहर में आप जंतर मंतर, जयपुर, हवा महल, सिटी पैलेस, गोविंद देवजी का मंदिर, बी एम बिड़ला तारामण्डल, आमेर का किला, जयगढ़ दुर्ग, रामविलास बाग, केंद्रीय संग्राहलय (अल्बर्ट म्यूज़ियम), गुड़िया संग्राहलय, गैंटोर, जलमहल, गलताजी, नाहरगढ़ किला, सिसोदिया रानी का महल व बाग, कनक वृन्दावन आदि दर्शनीय स्थलों की सैर कर सकते हैं। तो चलिए सैर करते हैं राजस्थान के गुलाबी नगर की।
पढ़ें:सुनहरे नगर जैसलमेर के सुनहरे रंग जो हर तरह से हैं अद्भुत
जयपुर
बहुत अधिक नियोजित तरह से जयपुर को बसाया गया है। यहाँ महाराजा के महल, औहदेदारों की हवेली और बाग बगीचे ही नही बल्कि आम नागरिकों के निवास और सड़कों को भी व्वस्थात्मक ढंग से नियोजिय किया गया है।
Image Courtesy:Benjamin Vander Steen
सिटी पैलेस
जयपुर के आकर्षणों में से एक है सिटी पैलेस। यहाँ आप आर्ट गैलरी, म्यूज़ियम, आँगन, बगीचा और विशाल महल, दीवान-ऐ-ख़ास, दीवान-ऐ-आम, सात मंज़िला चन्द्रमहल, गोविन्द देव मंदिर, म्यूज़ियम, राजस्थानी शैली की चित्रकारी और कारीगरी आदि को देख सकते हैं।
Image Courtesy:Poco a poco
हवा महल
कहा जाता है कि इस महल में से राजघराने की महिलायें ठंडी हवा का लुफ्त उठाती थीं और बहार होने वाली गतिविधियों पर अपनी कड़ी दृष्टि रखती थीं। यहाँ महल मधुमक्खी के छत्ते जैसा प्रतीत होता है। इसकी महीन नक्काशी इसे जयपुर की शान बनाती है।
Image Courtesy:Avanticadavid
रामनिवास बाग
इस बाग में आप चिड़ियाघर, म्यूज़ियम, बाग बगीचे और लोक संस्कृति का लुफ्त उठा सकते हैं। अगर आप सांस्कृतिक गतिविधियों में रूचि रखते हैं तो यह आपके लिए बेहद ख़ास जगह है।
Image Courtesy:Anthropoligist
जंतर-मंतर
जंतर मंतर को बनाने वाले महाराजा सवाई जयसिंह ही हैं। इस स्थल पर आप इस वैधशाला का जी भरकर लुफ्त उठा सकते हैं साथ ही यह भी जान सकते हैं कि कैसे नक्षत्रों व सितारों की गतिविधियों का पुरातन में पता लगाया जाता था।
Image Courtesy:McKay Savage
केंद्रीय संग्राहलय (अल्बर्ट म्यूज़ियम)
जयपुर के आलीशान इमारतों में केंद्रीय संग्राहलय (अल्बर्ट म्यूज़ियम) का नाम भी जुड़ा हुआ है। यहाँ इस महल की नक्काशी, हस्तकला आदि को आप करीब से महसूस कर सकते हैं देख सकते हैं।
Image Courtesy:Manoj Vasanth
सिटी पैलेस संग्राहलय
इस संग्राहलय में आप राजघराने से जुड़े अस्त-शास्त्र, वस्त्र व जेवरात, पालकियां व बग्गियां आदि को देख सकते हैं। इनको देख कर आप प्राचीन काल को समझ सकेंगे।
Image Courtesy:Tim Moffatt
गुड़िया संग्राहलय
यह संग्रालय गुड़ियों को लिए विख्यात है यहाँ देशी-विदेश की विभिन्न प्रकार की गुड़ियाओं को देखा जा सकता है तभी इसका नाम गुड़िया संग्राहलय है।
Image Courtesy:xiquinhosilva
रामबाग पैलेस
कहा जाता है कि रामबाग पैलेस पहले एक बाग हुआ करता था जिसे रानी ने अपनी दासी से खुश होकर उसे भेंट स्वरुप दिया था। हालांकि अब यह महल एक होटल में तब्दील हो चुका है। परन्तु इसकी भव्य कलात्मकता देखने लायक है।
Image Courtesy:Arnie Papp
चिड़ियाघर
जयपुर का चिड़ियाघर दर्शनीय स्थलों में से एक है। यहाँ आप विभिन्न तरह के पक्षी-पशु को देख सकते हैं। इस चिड़ियाघर में मगरमच्छ और सांपों के घर भी बने हुए हैं जो दर्शनीय हैं।
Image Courtesy:Tom Thai
इसरलाट (सरगा सूली)
इसरलाट (सरगा सूली) मीनार (टॉवर) है। यह मीनार त्रिपोलिया गेट के पास बनी हुई है जो कि जयपुर की सबसे ऊँची इमारतों में से एक है इसे राजा ईश्वरी ने बनवाया था।
Image Courtesy:Rotatebot
आमेर
आमेर का किला उच्च कोटि की शिल्प कला का जीता जागता उदाहरण है। जो अपने भव्य महलों, कलात्मक शैली वाली नक्काशियों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। इस किले में एक है शीश महल जिसे पूरी दुनिया का सबसे खूबसूरत शीश महल माना जाता है।
Image Courtesy:Honza Soukup
गैंटोर
गैंटोर में जयपुर के शासकों की समाधियाँ बनी हुई हैं। इन समाधियों को छतरी भी कहा जाता है। आप आमेर जाने से पहले इन समाधियों के दर्शन कर सकते हैं। क्यूंकि यह आमेर के रास्ते पर ही पड़ती हैं।
Image Courtesy:Politvs
जलमहल
जय महल जयपुर के आलीशान ऐतिहासिक महलों में से एक है जो जयपुर की शान बना हुआ है। यह महल जयपुर की झील के बीच में बना हुआ है। इस महल तक पहुँचने के लिए बोट की व्यवस्था है।
Image Courtesy:Kedariyer
जयगढ़ किला
जयगढ़ किला ऐतिहासिक इमारतों का एक नायाब नमूना है। इस किले में विष की सबसे बड़ी तोप रखी हुई है। कहा जाता है कि इस तोप को एक बार दागने के लिए सौ किलो बारूद की ज़रुरत पड़ती थी। जयगढ़ किले को महाराजा सवाई ने बनवाया था।
Image Courtesy:Knowledge Seeker
नाहरगढ़ किला
नाहरगढ़ किला सुदर्शन गढ़ के नाम से भी जाना जाता है। यह किला बेहद ऊंचाई पर बना हुआ है जहाँ से पूरे जयपुर का दृश्य बेहद खूबसूरत लगता है। अगर आप इस किले से जयपुर के अद्भुत नज़ारों को और भी दिलकश तरीके से देखना चाहते हैं तो आप यहाँ जयपुर स्थापना दिवस पर आइये इस रात यहाँ आतिशबाज़ी का समा होता है।
Image Courtesy:Andy king50
गलताजी
गलताजी जयपुर का तीर्थ स्थल है। कहा जाता है कि ऋषि गलता ने इसी स्थल पर कठोर तपस्या की थी, इसीलिए इसे गलता जी के नाम से जाना जाता है। यहीं एक झरना भी है जो दर्शनीय है।
Image Courtesy:Politvs
सिसोदिया रानी का महल व बाग
इस भव्य आलीशान महल को राजकुमारी सिसोदिया ने करवाया था। इस महल में पर्यकों को बहुत कुछ देखने को मिलेगा। यहाँ बगीचे, संगीतमय फव्वारे, कलात्मक चित्र, महल के झरोखे आदि बेहद आकर्षक हैं।
Image Courtesy:lpiepiora
कनक वृन्दावन
कनक वृन्दावन एक राधामाधव मंदिर है जो दर्शनीय है। इस मंदिर के पास एक बेहद खूबसूरत बाग़ है जिसमे सदा फूलों की रौनक रहती है यहीं पत्थरों के बीच बहता पानी पर्यटकों को अपनी और लुभाता है।
Image Courtesy:xiquinhosilva
लक्ष्मी नारायण मंदिर
जयपुर के दर्शनीय स्थलों में से एक है लक्ष्मी नारायण मंदिर जो अपनी कलात्मक शैली के लिए पर्यकों के बीच खासा लोकप्रिय है।
Image Courtesy:Arjuncm3
सामोद
सामोद महल जयपुर के दर्शनीय स्थलों में से एक है। इस महल का आकर्षक नज़ारा देखने लायक होता है हालाँकि अब यह महल एक आलीशान होटल में तब्दील हो चुका है।
Image Courtesy:VBzi
टौंक
टौंक जयपुर के मनोरम दृश्यों वाले पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ आप 'सुनहरी कोठी' या 'गोल्डन मेंशन' आदि देख सकते हैं जो अपनी बनावट और कलात्मकता के लिए खासा प्रसिद्ध है।
Image Courtesy:Daniel VILLAFRUELA
कैसे जाएँ
वायु मार्ग द्वारा- जयपुर का नजदीकी एयरपोर्ट संगानेर है जो शहर से कुल 11 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह जयपुर का नजदीकी एयरबेस है। यह एयरपोर्ट देश के कई शहरों जैसे मुम्बई, दिल्ली, औरंगाबाद, उदयपुर और जोधपुर आदि से फ्लाइट द्वारा सीधे जुड़ा है। यात्री, एयरपोर्ट से शहर तक आने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते है।
रेल मार्ग द्वारा- जयपुर रेलवे स्टेशन, राजस्थान राज्य का सेंट्रल रेल हेड है। यह देश के कई मुख्य शहरों से नियमित रूप से चलने वाली ट्रेनों द्वारा जुड़ा है। कॉमन ट्रेन के अलावा, पर्यटक जयपुर तक एक स्पेशल ट्रेन के द्वारा भी पहुंच सकते है जिसे पैलेस ऑन व्हील कहा जाता है। यह ट्रेन दिल्ली से चलती है। यह एक लक्जरी ट्रेन है जो राजस्थान के प्रमुख शहरों जैसे जयपुर, अल्वर, और उदयपुर से होकर गुजरती है।
सड़क मार्ग द्वारा- पिंक सिटी जयपुर, देश के गंतव्य स्थलों तक सड़क मार्ग द्वारा भली - भांति जुड़ा हुआ है। नई दिल्ली और आगरा से जयपुर के लिए कई सीधी बसें मिलती है। दिल्ली और आगरा के बीच का यह सड़क मार्ग गोल्डन ट्रैवल क्षेत्र का हिस्सा है।
Image Courtesy:Sranjanm2002
कब जाएँ
जयपुर घूमने का आर्दश मौसम अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है, इस दौरान यहां का वातावरण काफी सुंदर लगता है।
Image Courtesy:xiquinhosilva
राजस्थान का 'पेरिस' जयपुर
'पिंक सिटी' से मशहूर जयपुर राजस्थान का एक खूबसूरत शहर
Image Courtesy:jit bag