यूँ तो अक्सर आप अपनी फैमिली और बच्चों के साथ पार्क, ऐतिहासिक इमारतें, हिल स्टेशन, या फिर झीलें आदि की सैर के लिए जाते हैं। पर क्या आप कभी अपने बच्चों के साथ या फैमिली के साथ वन्यजीव अभ्यारण की सैर के लिए गए हैं। अगर नहीं तो इस वेकेशन आप बच्चों के साथ वन्यजीव अभ्यारण की सैर के लिए अवश्य जाएँ।
खूबसूरत पार्क में हाथी की मदमस्त झलक
Photo Courtesy: Srikaanth Sekar
यहाँ आप अनेकों जानवरों को करीब से देखने के साथ साथ अपने बच्चों को भी वन्यजीव के प्रति प्रेम का नया पाठ पढ़ा सकते हैं। पूरे भारत देश में तक़रीबन 80 से अधिक राष्ट्रीय पार्क हैं। इन राष्ट्रीय उद्यानों में देश भर से हज़ारों लोग यहाँ जाते हैं जो लुप्तप्राय बाघ प्रजाति की एक झलक पाना चाहते हैं। इन वन्यजीव की एक झलक पाने के लिए लोग हज़ारों मीलों की दूरी तय करके यहाँ पहुँचते हैं।
यहाँ आप बंद जानवरों को करीब से देख सकेंगे साथ ही इनकी जीवन शैली का भी ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। यहाँ आकर आप ज़िन्दगी के बहुत खूबसूरत पल बिता सकते हैं जहाँ कुदरत के हसीन जाति को समझ पाएंगे। अगर आपको फोटोग्राफी का शौक़ है तो अपने अपने इस शौक को यहाँ पूरा कर सकते हैं।
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य, सुल्तान बत्तेरि
उत्तराखंड की मशहूर कॉर्बेट नेशनल पार्क
Photo Courtesy: Soumyajit Nandy
उत्तराखंड की कॉर्बेट नेशनल पार्क
कॉर्बेट नेशनल पार्क वन्यजीव प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहाँ का शांत वातावरण पर्यटकों को बेहद पसंद आता है। 1957 में कॉर्बेट नेशनल पार्क को रामगंगा नेशनल पार्क के रूप में जाना जाता था। फिर बाद में इस पार्क का नाम प्रसिद्द ब्रिटिश शिकारी, प्रकृतिवादी और फोटोग्राफर जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया।उनकी प्रसिद्द पुस्तक " मैन ईटर्स ऑफ कुमाऊं" है जिसमें कुमाऊं में शिकार के अनुभवों का वर्णन किया गया है। इस पुस्तक में खासकर बाघ के शिकार का वर्णन किया गया है जिसने 400 से अधिक लोगों को मार डाला था।
कॉर्बेट नेशनल पार्क हमेशा से ही सबको लुभाता है
Photo Courtesy: Vikram Gupchup
यह नेशनल पार्क हरे-भरे पेड़ पौधों से घिरा हुआ है जो कि हिमालय की तलहटी में बसा हुआ है। इस पार्क में आप अनेक जीवों को देख सकते हैं जैसे बाघ, चीता, हाथी, हिरण, साम्बर, पाढ़ा, बार्किंग हिरन, स्लोथ भालू, घूरल, लंगूर और रेसस बंदर आदि। जीवों के साथ साथ आप यहाँ बेहद खूबसूरत रंगबिरंगे पक्षियों को भी देख सकते हैं जो अपना आशियाना इसी पार्क में बनाये हुए हैं।
माउंट आबू वन्य जीवन अभयारण्य, माउंट आबू
यहाँ अनेक किस्मों के तक़रीबन 600 से अधिक प्रजातियों वाले पक्षी रहते हैं जिनमें कुछ यूँ हैं- मोर, तीतर, कबूतर, उल्लू, हॉर्नबिल, बार्बिट, चक्रवाक, मैना, मैगपाई, मिनिवेट, तीतर, चिड़िया, टिट, नॉटहैच, वागटेल, सनबर्ड, बंटिंग, ओरियल, किंगफिशर, ड्रोंगो, कबूतर, कठफोडवा, बतख, चैती, गिद्ध, सारस, जलकाग, बाज़, बुलबुल और फ्लायकेचर आदि।
असम का काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान बेहद लुभावना है
Photo Courtesy: Diganta Talukdar
काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम
काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान मध्य असम का गौरव माना जाता है, जो 430 वर्ग में फैला हुआ है। इस उद्यान में एक सींग वाला गेंडा खासकर के आकर्षक है। यह उद्यान एक सींग वाले राइनोसेरोस, यूनीकोर्निस गेंडे का निवास है। सर्दियों के मौसम में आप यहाँ हज़ारों की संख्या में अलग अलग तरह के पक्षियों को भी देख सकते हैं।
जो दूर दूर से यहाँ आते हैं। यहाँ आकर आप कई तरह के जीवों को करीब से देख सकेंगे। जैसे सींग वाला गैंडा, हाथी, भारतीय भैंसा, हिरण, सांभर, भालू, बाघ, चीते, बिल्ली, जंगली बिल्ली, हॉग बैजर, लंगूर, हुलॉक गिब्बन, भेडिया, साही, अजगर आदि।
बांदीपुर नेशनल पार्क अपने आपमें रोमांचक है
Photo Courtesy: Dave Lonsdale
बांदीपुर नेशनल पार्क, बांदीपुर
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान बांदीपुर के मुख्य आकर्षणों में से एक है। जो किसी भी वनजीव प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक स्थल है। इस वेकेशन आप बच्चों के साथ और कैमरा थामे यहाँ की सैर कर सकते हैं। यह उद्यान 800 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है जो घाना जंगल होने के साथ साथ प्राकृतिक सुंदरता से भी घिरा हुआ है।
इस पार्क में आप अनेकों जीवजन्तु को सामने से देख सकते हैं। बाघ, चार सींगों वाला हिरण, विशाल गिलहरी, हाथी, हार्नबिल, जंगली कुत्ते, चीता, निष्क्रिय भालू, और गौर आदि को और इनके घरों को देखने का लुफ्त उठा सकते हैं। साथ ही इस पार्क में अनेकों पक्षियों को भी देखा जा सकता है जैसे भूरे बाज़ उल्लू, ट्रोगोंस, ग्रे जंगल पक्षी, ड्रोंगो बे उल्लू, बुनकर पक्षी, कठफोड़वा, किंगफिशर, सामान्य गाने वाले पक्षी और मक्खी आदि।
बाघों का गढ़ कहा जाता है बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को
Photo Courtesy: Jack Fiallos
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, मध्यप्रदेश
बाघों का गढ़ बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान बेहद रोमांचक और साहसिये पर्यटन स्थल है, जो कि 448 क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहाँ एक पहाड़ है जिसमे छोटी छटी पहाड़ियां हैं, इस पहाड़ को बांधवगढ़ भी कहा जाता है। इस पार्क में पशुओं की तक़रीबन 22 प्रजातियां पाई जाती हैं।
जिन्हें देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक यहाँ आते हैं। साथ ही आप यहाँ अनेकों पक्षियों को भी देख सकते हैं जिनकी 250 प्रजातियां पाई जाती हैं। यहां व्हाइट टाइगर, एशियाई सियार, धारीदार हाइना, बंगाल फॉक्स, एक प्रकार का जनवार, आलस भालू, जंगली बिल्ली, ग्रे नेवला और तेंदुए आदि को आप देख सकते हैं। यहाँ आप बच्चों के साथ बेहद खूबसूरत यादें समेट सकते हैं।
थोल झील पक्षी अभयारण्य, अहमदाबाद
राजस्थान के प्रमुख आकर्षक स्थलों में से एक है रणथम्भौर राष्ट्रीय अभ्यारण्य
Photo Courtesy: Dibyendu Ash
रणथम्भौर राष्ट्रीय अभ्यारण्य, राजस्थान
रणथम्भौर राष्ट्रीय अभ्यारण्य सवाई माधोपुर राजस्थान का बेहद साहसिक और आकर्षक पर्यटन स्थल है जहाँ हर साल हज़ारों की तादाद में सैलानी आते जाते रहते हैं। यह अभ्यारण अपनी खूबसूरती और बाघों की वजह से बेहद लोकप्रिय है।
यह अभ्यारण उत्तर भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय अभ्यारण्यों में से एक है। यहाँ आप अनेकों पशुओं को देख सकते हैं जैसे बाघ, सियार, चीते, हाइना, मार्श मगरमच्छ, हिरन आदि। यह पार्क बाघों के लिए हमेशा से ही सैलानियों को लुभाती रही है। इस वेकेशन आप यहाँ की सैर कर सकते हैं।
Photo Courtesy: Jon Connell