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चलिए भारत के अनछुए और अंजान खूबसूरती का मज़े लेने!

लद्दाख, कसौल, मुन्नार, राजस्थान के पुराने किले, नॉर्थ ईस्ट के मठों और वादियों की शानदार यात्रा पर हर साल कई पर्यटक अपनी छुट्टी के मज़े लेने जाते हैं। भारत में ऐसे ही कई अन्य जगह भी हैं जो यात्रियों, पर्यटकों की जानकारी में अभी तक नहीं आए हैं। ये भारत के कुछ ऐसे अंजान और छुपे हुए अद्भुत स्थान है, जहाँ के शानदार और अद्भुत नज़ारे पर्यटकों को मंत्रमुगध कर देंगे।

चलिए आज हम आपको भारत की चारों दिशाओं में स्थित ऐसे क्षेत्रों की सैर कराते हैं, जहाँ की अंजान खूबसूरती आपका दिल जीत लेंगी। प्रकृति, वन्यजीवों, पहाड़ों, इतिहास के कुछ ऐसे पहलुओं से आप रूबरू होंगे जिनके बारे में शायद ही कहीं आपने पढ़ा होगा। कई रोमांचक क्रियाओं से भरपूर यात्रा के भी मज़े आपको इन जगहों पर मिलेंगे और यहाँ की शांति में आप पूरी तरह से रम जाएँगे।

चलिए चलते हैं, ऐसी ही जगहों की सैर पर जहाँ आप जाकर उनकी खूबसूरती में खो जाएँगे।

 दूधपत्थरी, श्रीनगर

दूधपत्थरी, श्रीनगर

जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित घास के मैदान का खूबसूरत नज़ारा लोगों को एक अलग ही दुनिया में ले जाता है। दूधपत्थरी का मतलब होता है दूध की घाटी। दूधपत्थरी घास के मैदानों में सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थल है।

Image Courtesy:Ankur P

हल्द्वानी, उत्तराखंड

हल्द्वानी, उत्तराखंड

कुमाऊँ का प्रवेश द्वार भी कहा जाने वाला क्षेत्र हल्द्वानी, उत्तराखंड के नैनीताल में बसा एक छोटा सा नगर है। घने जंगलों और गौला नदी से घिरा यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए सबसे शानदार जगह है। रोमांच पसंद पर्यटकों के लिए यह क्षेत्र ट्रेकिंग और हाइकिंग का मज़ा लेने के लिए सबसे आदर्श जगह है।बादलों से बातें करते हिमालय के उँचे-उँचे पर्वतों का नज़ारा यहाँ देखते ही बनता है।

Image Courtesy:Travelling Slacker

लैतमॉसियांग, मेघालय

लैतमॉसियांग, मेघालय

क्या आप इस दुनिया से दूर किसी एसी जगह जाना चाहते हैं, जहाँ आप और आपकी शांति के अलावा और कोई ना हो? ऐसी जगह है, मेघालय के ईस्ट ख़ासी हिल्स जिले के मॉसिनराम ब्लॉक का लैतमॉसियांग गाँव। यहाँ आपको पहाड़ और बादलों के बीच आराम से बिना किसी शोरशराबे के, इस दुनिया से दूर होने का अनुभव होगा।

Image Courtesy:Rajesh Dutta

अडलाज वाव, गुजरात

अडलाज वाव, गुजरात

गुजरात के गाँधीनगर जिले में अडलाज में स्थित एक ऐतिहासिक वाव है जिसका निर्माण कार्य राजा रणवीर सिंह द्वारा प्रारंभ करवाया गया था। कुएँ में उस समय के वास्तुकला की छवि और निपुणता आपको साफ दखेगी जो आपको सम्मोहित कर उसी काल में दोबारा ले जाएगी। यह स्थापत्य कला का एक अद्भुत नमूना है।

Image Courtesy:Notnarayan

टाडा फॉल्स, आंध्रप्रदेश

टाडा फॉल्स, आंध्रप्रदेश

टाडा फॉल्स, आंध्रप्रदेश के चित्तुर जिले में बहता एक खूबसूरत जलप्रपात है। छोटी छोटी पहाड़ियाँ और घने जंगलों के बीच बहते इस जलप्रपात का नज़ारा ही अचंभित कर देने वाला है। यह जगह ट्रेकिंग, हाइकिंग और पिकनिक के लिए आदर्श क्षेत्र है।

Image Courtesy:Viknesh

झातिन्ग्री, हिमाचल प्रदेश

झातिन्ग्री, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के बरोट जाने वाले रास्ते पर ही पड़ने वाला क्षेत्र झातिन्ग्री अभी पर्यटकों की नज़रों से बिल्कुल दूर है। दुनिया की सारी मोहमाया से दूर, एकांत में इस जगह की यात्रा आपके ज़िंदगी की सबसे शांत और मंत्रमुग्ध कर देने वाली यात्रा होगी।

Image Courtesy:Wikimate786

मैथोन, झारखंड

मैथोन, झारखंड

झारखंड के धनबाद जिले में बसा मैथोन क्षेत्र, बाराकार नदी के किनारे पर बसा है। माई का थान(स्थान) कहलाने वाले इस क्षेत्र का नाम पास ही के कल्याणेश्वरी मंदिर के नाम पर रखा गया था। प्रकृति प्रेमी पर्यटकों का यह आदर्श स्थल है।

Image Courtesy:TripodStories- AB

पाथिमून्नु कन्नार पालम ब्रिड्ज, केरल

पाथिमून्नु कन्नार पालम ब्रिड्ज, केरल

पाथिमून्नु कन्नार पालम ब्रिड्ज या 13 कन्नार ब्रिड्ज केरल के कोल्लम जिले के काज़ातुरुति में स्थित है। भारत के सबसे पुराने इस रेलवे पुल का नज़ारा देखते ही बनता है। कई सदियों पहले इस वास्तु चमत्कार का निर्माण पत्थरों, चुनापत्थरों और गुड से कराया गया था।

Image Courtesy:jeganathjb

चेत्तिनाद महल, तमिलनाडु

चेत्तिनाद महल, तमिलनाडु

अगर आप राजस्थान के किलों और राजमहलों को बार-बार देखकर थक गये हैं और कुछ नये जगहों में महलों के दर्शन करना चाहते हैं, तो निकल पड़िए तमिलनाडु के चेत्तिनाद महल के दर्शन करने के लिए, जहाँ आप एक शानदार वास्तुकला की अद्भुत शैलियों, कलाओं और परंपराओं से रूबरू होंगे।

Image Courtesy:Planemad

चालकुदी, केरल

चालकुदी, केरल

आप सबने केरल के मुन्नार, ठेकाडी जैसी शानदार जगहों के बारे में सुना होगा और घुमा भी होगा। पर केरल में इनसे भी अलग और इन्हीं की तरह एक अद्भुत क्षेत्र और भी है, जो है चालकुदी। त्रिसूर जिले में स्थित यह क्षेत्र चालकुदी नदी के किनारे बसा हुआ है। हिल स्टेशन, वन्यजीव, माला का प्रवाही जल और अज़िकोड मुन्‍नक्कल बीच, चारों दिशाओं से आ एक ही जगह चालकुदी में मिलते हैं।

Image Courtesy:Jan J George

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