भारत में रहकर इनके चक्कर में नहीं पड़े तो...आपने जीवन में कुछ नहीं किया
दरअसल मै बात जार रहीं हूं जुगनू की..जिसे मानसून के मौसम में रात के समय उड़ते हुए देखा जा सकता है। हालांकि आज के समय में जुगनू भी शायद हमारी किताब का हिस्सा बन गया है। लेकिन....आज मै आपको अपने लेख से कुछ ऐसी जगहों से रूबरू कराने जा रहीं हूं जहां आप आज भी जुगनू को चमकते हुए देख सकते है। जब एक साथ बहुत सारे जुगनू चमकते हैं..तो लगता है मानो दिवाली सी हो.....ये जगह मुंबई और पुणे के बेहद ही करीब है..अगर अप इस वीकेंड अपने बचपन की यादों को ताजा करना चाहते हैं तो बस पहुंच जाइए इन खूबसूरत जगहों पर
अहमदनगर
मुंबई से 220 किमी की दूरी पर स्थित अहमदनगर जुगनुओं को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं...यहां पिछले सात सालों से 'फायरफ्लिज़ फेस्टिवल' का आयोजन किया जा रहा है....इस मेले की ज़िम्मेदारी ग्रासरूट्स संस्था के हाथ में है। इनमें गांव के लोग भी मदद करते हैं। यहां लाखों जुगनू रात में इकट्ठा होते हैं और गांव को अपनी रौशनी से जगमग कर देते हैं।
दूरी
पुणे-165 किमी
मुंबई-190 किमी
राजमाची
राजमाची ट्रेकर्स के बीच खासा लोकप्रिय डेस्टिनेशन है...यहां स्थित श्रीवर्धन और मंजरन किले से सह्याद्री पर्वत के खूबसूरत नजारे देखे जा सकते हैं। राजमाची में आप रात के समय जुगनू की लुप्धुम रोशनी को देख सकते हैं...जुगनू की रौशनी देखने का सबसे अच्छा तरीका राजमाची की नाईट ट्रैकिंग करते हुए। इस जगह मुंबई और पुणे से ट्रैकिंग करने के दो रास्ते हैं पहला- कोंदिवडे गांव से कर्जत के माध्यम से यह ट्रेक छोटा है लेकिन कठिन है....तो वहीं दूसरा है पुणे से जोकि काफी आसान है लेकिन काफी लंबा है,राजमाची में ठहरने के लिए कई छोटे छोटे होम स्टे है।
दूरी
पुणे-75 किमी
मुंबई-80 किमी
मुलशी
मुलशी में आप जुगनू को मुलशी झील के किनारे रात में उड़ते हुए देख सकते हैं..यहां जुगनुयों को देखने का सबसे अच्छा आप्शन है यहां मौजूद रीजोर्ट्स..जहां आप अपनी बालकॉनी से जुगनुयों को उड़ते हुए निहार सकते हैं।
दूरी
पुणे-50 किमी
मुंबई-160 किमी
भीमाशंकर
भीमाशंकर के जंगल कई जीव जन्तुयों का घर है जैसे विशालकाय गिलहरी, बांस पिट वाइपर, कार्वी पेड़ और बिलीमिनेन्सेंट कवक आदि।इस जंगल में रात में जाना वर्जित है।लेकिन आप भेलगिरी से येलवली नामक अभयारण्य से ट्रेकिंग करते हुए जुगनुयों को देख सकते हैं। इस गांव के लोग आपको ठरहने के लिए तंबो, घर का खाना आदि उपलब्ध कराते हैं।
दूरी
पुणे-100 किमी
मुंबई-200 किमी
रत्नावाड़ी
रत्नावाड़ी रतनगढ़ किले की ट्रैकिंग के लिए एक बेस गांव है..पर्यटक इस गांव में ट्रैकिंग के अलावा जुगनुयों को और अमृतेश्वर मंदिर के दर्शन करने पहुंचते हैं। यहां पर्यटकों के रुकने के लिए काफी अच्छी व्यस्व्था है...
दूरी
पुणे-185 किमी
मुंबई-180 किमी
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