बारिश की बात हो और चेरापूंजी का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। हो भी क्यूं ना भाई, सबसे ज्यादा बारिश वाला स्थान है चेरापूंजी। जून-जुलाई में तो यहां की बारिश पूरे विश्व की रिकॉर्ड तोड़ देती है। इतनी ज्यादा बारिश होने का मुख्य कारण यहां की जलवायु है। पर्यटन को लेकर अगर बात की जाए तो यहां घूमने लायक काफी जगहें है जो आपका ध्यान आकर्षित करती हैं। इसके अलावा यहां से बांग्लादेश के मैदानों का पूरा दृश्य भी दिखाई देता है, जो बेहद खूबसूरत लगता है। तो आइए आज इस आर्टिकल के जरिए थोड़ी चेरापूंजी की सैर कर ली जाए।
चेरापूंजी के झरने व गुफाएं
हरियाली के साथ-साथ अगर आप झरने व गुफाओं की भी सैर करना चाहते हैं तो चेरापूंजी आपके लिए एक अच्छा गंतव्य साबित हो सकता है। यहां के झरने मनमोह लेने वाले हैं। साथ ही आप शानदार फोटोग्राफी का भी अनुभव ले सकते हैं। यहां कई वाटरफॉल है और सभी बनावट एक-दूसरे से अलग है। इसका अलावा यहां मवासमई और आरवाह गुफा हैं जो आपको एक रोमांचकारी अनुभव कराती है।
चेरापूंंजी का सुप्रसिद्ध 'लोकगीत' व 'लोकनृत्य'
चेरापूंजी में खासी जनजाति के लोग रहते हैं, जो बसंत ऋतु का बेसब्री से इंतजार करते हैं। यहां के लोग बादलों को लुभाने के लिए 'लोकगीत' व 'लोकनृत्य' का आयोजन करते हैं, जो पर्यटकों को खासा पसंद आता है और लोग इसे देखने के लिए बेताब रहते हैं। यहां बादल कभी भी बरस सकते हैं, इसीलिए यहां के लोग हमेशा बेंत के छाते लेकर चलते हैं।
चेरापूंजी का लाइव ब्रिज
चेरापूंजी, लाइव ब्रिज के लिए भी काफी प्रसिद्ध है, जिसे देखने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां के लोगों द्वारा बनाया गया यह ब्रिज बायो-इंजीनियरिंग का एक बेहतरीन नमूना है। इस ब्रिज की खासियत है कि समय के साथ-साथ यह और भी मजबूत होता जाता है। एक साथ इस पर से करीब 50 लोग गुजर सकते हैं। दरअसल, यह ब्रिज किसी लकड़ी या लोहे से नहीं बल्कि यहां पाई जाने वाली भारतीय रबर की एक प्रजाति के पेड़ के कारण होता है, जो अपनी मजबूती के कारण सदियों तक जीवंत रहता है।
चेरापूंजी का ईको पार्क
चेरापूंजी में स्थित एक ईको पार्क है, जहां फूल की प्रजाति ऑर्चिड अपना जलवा बिखेरती है। यानी कि इस पार्क ऑर्चिड के फूल लगाए गए है, जिसे देखने के लिए पर्यटकों का मेला लगा रहता है। ग्रीन हाउस में लगाए गए इन फूलों की देखभाल शिलॉन्ग एग्री-हॉर्टीकल्चरल सोसायटी करती है। फोटोग्राफी के लिए यह स्थान बिल्कुल परफेक्ट है।
चेरापूंजी का मशहूर व्यंंजन
अगर आप खाने-पीने के शौकीन है तो आप यहां के राइस से बने व्यंजन जरूर चखें। यहां का पार्क राइस काफी पसंद किए जाने वाला व्यंजन है। इसके अलावा यहां का सोहरा पुलाव भी काफी पसंद किया जाता है। राइस से बने इस व्यंजन में सब्जियां मिलाकर बनाई जाती है। खास बात यह है कि बिना मसाले का बना यह डिश बेहद स्वादिष्ट होता है।
कैसे पहुंचें चेरापूंजी
यहां का निकटतम हवाई अड्डा गुवाहाटी है, जो 170 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां पहुंचने में करीब 5 घण्टे का समय लगता है। वहीं, यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन गुवाहाटी है, जो 150 किमी की दूरी पर स्थित है। इसके सड़क मार्ग की बात की जाए तो चेरापूंजी, शिलांग से 55 किमी की दूरी पर है और यहां पहुंचने में दो घण्टे का समय लगता है। व्यक्तिगत वाहनों के साथ-साथ सरकारी यातायात के साधन भी इस रास्ते पर हमेशा उपलब्ध रहते हैं।