मुंबई से 120 किमी दूर स्थित इगतपुरी एक खूबसूरत जगह है। जहां चारो तरफ प्राकृतिक छटा बिखरी हुई है। सहयाद्रि की सबसे ऊंची पहाड़ी यानि पश्चिमी घाट में स्थित ये हिल स्टेशन हाइकर्स के लिए बहुत मशहूर है। मेडिटेशन के लिए भी लोग इगतपुरी में आते हैं।
दुनिया के सबसे बड़े विपसयना केंद्रों में से एक धम्मा गिरि यहां स्थित है और इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। इस प्राचीन ध्यान केंद्र में आत्म शांति की अनुभूति तो होती ही है साथ ही जीवन के प्रति नज़रिया भी बदल जाता है।
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इगतपुरी में कई चोटियां, व्यूप्वाइंट और प्राकृतिक संसाधन हैं जहां आप घूम सकते हैं। इगतपुरी में कैमल घाटी, भट्सा रिवर घाटी, त्रिंगलवाड़ी किला आदि पर्यटकों के बीच ज्यादा लोकप्रिय है। यहां कुछ जगहों जैसे बितानगढ़ ट्रैक और कुलनगढ़ ट्रैक पर ट्रैकिंग का मज़ा ले सकते हैं।
सड़क और रेलमार्ग से इगतपुरी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां सतवाहना राजवंश के कई ऐतिहासिक किले स्थापित हैं। इसके अलावा यहां पर ट्रैकिंग, रैपेलिंग और रॉक क्लाइंबिंग का मज़ा भी लिया जा सकता है। इगतपुरी में कई बॉलीवुड निर्देशक और प्रोड्यूसर फिल्मों की शूटिंग के लिए यहां आते हैं।
इगतपुरी आने का सही समय
ट्रैकर्स और प्रकृति प्रेमियों के लिए मॉनसून का समय सबसे सही है। जून से सितंबर के बीच इगतपुरी घूमने में सबसे ज्यादा मज़ा आता है। इस दौरान अच्छी बारिश की वजह से ये पूरी जगह खिल उठती है। गर्मी में यहां नहीं आना चाहिए। सर्दी यानि नवंबर से मार्च के बीव इगतपुरी घूमने आ सकते हैं।PC:Jsdevgan
किन चीज़ों की जरूरत है
सामान्य दवाईयां
आरामदायक कपड़े और
ट्रैकिंग के जूते
सनस्क्रीम
सनग्लास
PC:Debbie Lai
कैसे जाएं इगतपुरी
सड़क मार्ग : मुंबई से इगतपुरी की की दूरी पहले रूट से जान पर 121 किमी है और दूसरे रूट से 144 किमी है। ये दोनों रूट इस प्रकार हैं :
पहला रूट : मुंबई - छेद्दा नगर - एनएच 160 से ओल्ड मुंबई आगरा रोड़ - तलेगाँव - बजरंग वाडा - इगतपुरी
दूसरा रूट : मुंबई - छेद्दा नगर - ईस्टर्न एक्सप्रेस राजमार्ग - भिवंडी रोड़ - वाडा रोड - एनएच 848 से वाडा शाहपुर रोड़ - कलामगांव - कसारा बायपास के माध्यम से एनएच 160 - बजरंग वाडा - इगतपुरी
पहले रूट से जाने पर 3 घंटे का समय लगेगा जबकि दूसरे रूट पर 4 घंटे लगेंगें इसलिए आपको पहले रूट से जाना चाहिए।
कैसे जा सकते हैं इगतपुरी
मुंबई से इगतपुरी के बीच कई ट्रेनें चलती हैं। इससे आप 2 से 3 घंटे में पहुंच जाएंगें। मुंबई से इगतपुरी की ट्रेन का शेड्यूल, समय आदि जानने के लिए ये टेबल देखें।
बस द्वारा : अगर आप खुद ड्राइव करना थकना नहीं चाहते हैं तो आप बस में भी सफर कर सकते हैं। बस में रास्ते के खूबसूरत नज़ारे भी देखने को मिलेंगें। बस की टिकट प्रति व्यक्ति 450 रुपए से 480 रुपए के बीच होती है। मुंबई से इगतपुरी के लिए दिन में एक बस तो जरूर जाती है।
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थाणे में कहां रूकें
मुंबई से सुबह जल्दी निकलें वरना अगर ट्रैफिक में फंस गए तो सफर तय करने में ज्यादा समय लग जाएगा। हाईवे पर नाश्ते के लिए कई विकल्प मिल जाएंगें। यहां आप महाराष्ट्र की फेमस डिश वड़ा पाव, मसाला पाव और पोहा आदि खा सकते हैं।
नाश्ते के बाद आप थाणे के आसपास की जगहों पर भी घूम सकते हैं। थाणे को स्थानीय रूप से थाना और सिटी ऑफ लेक्स भी कहा जाता है। इय शहर में तकरीबन 30 प्राचीन झीले हैं। थाणे में सबसे खूबसूरत जगह है मसुंदा तलाओ जिसे तलाओ पाली भी कहा जाता है।
यहां की झीलों में बोटिंग और वॉटर स्कूटर की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां की प्रमुख झीलें हैं उपवन झील, तंसा झील, कचराली तलाओ, मखमली तलाओ, सिद्धेश्वर तलाओ, ब्रमहलो तलाओ, घोसाले तलाओ और रैलादेवी तलाओ आदि।
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शाहापुर से होकर मुंबई से इगतपुरी
थाणे से शाहापुर 53 किमी दूर है। यहां जैन धर्म का लोकप्रिय मानस मंदिर देख सकते हैं। इस क्षेत्र में ये जैन मंदिर पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा मशहूर है। शाहापुर में लोग पिकनिक मनाने भी आते हैं।
शाहापुरी से इस इगतपुरी 49 किमी दूर है। इस सफर में आपको कई खूबसूरत नज़ारे देखने का मौका मिलेगा।
इगतपुरी के रास्ते में इन दर्शनीय स्थलों पर भी घूम सकते हैं।
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भट्सा नदी घाटी
इगगतपुरी में प्रवेश से ठीक पहले भट्सा नदी के तट पर बनी इस घाटी के दर्शन करने को मिलते हैं। घने जंगलों, नदी और पेड़ों के बीच धुंध से घिरी ये घाटी इगतपुरी के सबसे खूबसूरत आकर्षणों में से एक है।
इस घाटी पर घटानदेवी मंदिर दर्शनीय है। रात में यहां कैंपिंग भी की जा सकती है। यहां रूकने पर कैंफायर, पक्षियों को देखना, बोर्ड गेम आदि का मज़ा ले सकते हैं।PC: Kashif Pathan
कैमल घाटी
फोटो खिंचवाने का शौक आपका कैमल घाटी में पूरा हो सकता है। इस घाटी में कई खूबसूरत झरने बहते हैं जिनमें से कई 1000 फीट की ऊंचाई से बहते हैं। मॉनसून के दौरान कैमल घाटी बहुत खूबसूरत लगती है।
PC: Kashif Pathan
त्रिंगलवाड़ी किला
समुद्रतट से 3000 फीट की ऊंचाई पर बना त्रिंगलवाड़ी किला ट्रैकर्स के बीच बहुत मशहूर है। यहां आपको कई ऐतिहासिक खंडहर देखने को मिल जाएंगें।PC: Ccmarathe
कलसुबाई ट्रैक
अगर आप इगतपुरी में एक से दो दिन ज्यादा रूक सकते हैं तो 1646 मीटर ऊंची कलसुबाई चोटि पर ट्रैकिंग का मज़ा ले सकते हैं। ये महाराष्ट्र की सबसे ऊंची पर्वत चोटियों में से एक है।
इस पहाड़ी के तल में बाड़ी गांव है जहां से ट्रैक की शुरुआत होती है। ये इगतपुरी सेये 30 किमी दूर है। कलसुबाइ चोटि पर पहुंचने के बाद आपको जीत का अहसास होगा।PC:Hitmoments
धम्मा गिरि मेडिटेशन सेंटर (विपस्सना केंद्र)
दुनिया के सबसे बड़े विपस्सना केंदों में से एक धम्मा गिरि यहां स्थित है और इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। इस प्राचीन ध्यान केंद्र में आत्म शांति की अनुभूति तो होती ही है साथ ही जीवन के प्रति नज़रिया भी बदल जाता है।
यहां पर श्वास लेने की प्रक्रिया पर ध्यान देना सिखाया जाता है। इस कोर्स के पूरा होने तक आपको शांत रहना पड़ता है और इस दौरान आप अपने आसपास के लोगों से बात नहीं कर सकते हैं। यहां आपको बिना फोन, परिवार और दोस्तों के रहना पड़ता है।PC:Piyushshelare