जाने!प्रकृति का अनमोल तोहफा है नेतरहाट को
दिल्ली में रहकर अगर इन वाटरपार्क्स में नहीं गये तो बेकार है बॉस..
इस नंदनवन पार्क में सैलानी 'बाघ सफारी' (टाइगर सफारी), भालुओं की 'बीयर सफारी' और 'लायन सफारी' आदि को देख सकते हैं। नया रायपुर में करीब 800 एकड़़ के क्षेत्र में 200 करोड़ रुपए की लागत से यह मानव निर्मित जंगल सफारी बनी है. इस में वन्यजीवों को प्राकृतिक वातावरण मुहैया कराया गया है।
कब बना यह जंगल सफारी?
छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में 797 एकड़ क्षेत्र में फैला जंगल सफारी एशिया का सबसे बड़ा मानवनिर्मित जंगल सफारी है । इसका उद्घाटन 1 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किया गया।
कहां स्थित है?
जंगल सफारी रायपुर से 20 कि.मी. दूर नया रायपुर में के दक्षिणी छोर पर खंडवा गांव के नजदीक ‘नंदनवन जंगल सफारी' के नाम से स्थित है।
पर्यटक क्या क्या देख सकते हैं?
इस जंगल सफारी में शेर, बाघ समेत सांभर, चीतल, कोटरी, नीलगाय, काला हिरण जैसे वन्यजीवों को निर्भय हो कर अपने इलाके में विचरण करते देखने का आनंद लिया जा सकता है। इस जंगल सफारी के विशाल हरेभरे प्राकृतिक पर्यावरण में पर्यटकों और पर्यावरण प्रेमियों को एक अद्भुत वातावरण मिलेगा।
800 एकड़ में
इस 800 एकड़ के जंगल सफारी में लोगों को एसी और नान एसी बसों से घुमाया जाएगा। एसी बस में जाने वाले हर व्यक्ति का टिकट 300 रुपए और नान एसी बस के लिए 200 रुपए रखा गया है।
टिकट
सफारी में 6 से 12 साल के उम्र के बच्चों को एसी बस में 100 रुपए और नान एसी बस में 50 रुपए शुल्क लगेगा। 6 साल से कम उम्र के बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा।
वर्जित है कैमरा
जंगल सफारी के भीतर स्टिल और डिजिटल कैमरा ले जाने के लिए भी शुल्क देना होगा। स्टिल और डिजिटल कैमरे से जानवरों की तस्वीर खींचने के लिए पर्यटकों को 100 रुपए शुल्क देना होगा।
कैसे पहुंचे जंगल सफारी
नन्दनवन जंगल सफारी स्वामी विवेकानन्द एयरपोर्ट से 15 किमी की दूरी पर स्थित है तो वहीं इसकी दूरी रेलवे स्टेशन से 30 किमी है।एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से यहां आसानी से बस और टैक्सी द्वारा पहुंचा जा सकता है।
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