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भारत के वो टॉप 5 डेस्टिनेशंस जहां आप तारों की रौशनी को महसूस कर सकते हैं

By Super

"तारे गिनना" "तारे देखना" वो लोकप्रिय मुहावरे हैं जिनसे हम अकसर ही दो - चार होते हैं। इसके पढ़ने के बाद हो सकता है आपके मन में ये प्रश्न उठे की यात्रा या ट्रैवल के विषय में बताने वाले हम लोग आज अचानक चांद - तारों के विषय में क्यों बात कर रहे हैं? तो आपके प्रश्नों का जवाब देते हुए आपको बता दें कि आज का हमारा ये आर्टिकल आपको भारत के उन डेस्टिनेशंस से रू-ब-रू कराएगा जहां जाकर आप खूबसूरत आकाश को देख सकते हैं चांद और सितारों को निहार सकते हैं उनकी रौशनी को महसूस कर सकते हैं।

Read in English: Travel to the 5 Stargazing Destinations of India

गौरतलब है कि भारत का शुमार विश्व के उन चुनिंदा मुल्कों में हैं जहां एक व्यक्ति के लिए वो सब है जिसकी उसे तलाश है। यानी ये कहा जा सकता है जैसी एक ट्रैवलर की जरूरत है भारत उसे वो अनुभव देगा। इस बात को ऐसे समझा जा सकता है कि यदि व्यक्ति भारत में नेचर को निहारना चाहता हैं तो वो केरल, सिक्किम, उत्तराखंड का रुख कर सकता है, संस्कृति के लिए राजस्थान और बिहार जा सकता है, धर्म और आध्यात्म को जानने के लिए काशी स्पीती और लेह लद्दाख के मठों की यात्रा कर सकता है। विविधता के लिए दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार की तरफ प्रस्थान कर सकता है। होटल और फ्लाइट की बुकिंग पर पाएं 50% की छूट - जल्दी करें

अब जैसा कि हम आपको बता चुके हैं आज का हमारा ये लेख आपको भारत में मौजूद उन खूबसूरत स्थानों से अवगत कराएगा जहां जाकर आप विशाल आकाश में मौजूद चांद और सितारों को निहार सकते हैं उनकी रौशनी को महसूस कर सकते हैं। तो अब देर किस बात की आइये जानें कि कौन कौन से डेस्टिनेशंस का रुख आप प्रकृति के इस बेश कीमती उपहार को महसूस कर सकते हैं।

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जैसलमेर

जैसलमेर,'गोल्डन सिटी', राजस्थान के शाही महलों और लड़ने वाले ऊंटों के साथ एक रेतीले रेगिस्तान के आकर्षण का प्रतीक है। यह विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल महान थार रेगिस्तान के बीच में स्थित है। जैसलमेर जिले के प्रशासनिक मुख्यालय के रूप में सेवारत होने के साथ, यह पाकिस्तान, बीकानेर, बाड़मेर और जोधपुर की सीमाओं से लगा है। यह सुनहरा शहर राज्य की राजधानी जयपुर से सिर्फ 575 किमी दूर है। पर्यटन जिले की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण प्रमुख भूमिका निभाता है। शहर के संस्थापक राव जैसल, जिन्होंने 12 वीं सदी के दौरान जैसलमेर पर शासन किया, के नाम पर इस शहर को नामित किया गया है। आपको बताते चलें कि यह सुनहरा शहर राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य रूपों, जिन्हे वैश्विक मंच पर अत्यधिक सराहा जाता है। इस स्थान का शुमार भारत के उन स्थानों में हैं जहां चांदनी रात और सितारे किसी भी व्यक्ति को मोहित कर सकते हैं।

लद्दाख

इंडस नदी के किनारे पर बसा ‘लद्दाख' जम्मू और कश्मीर राज्य का एक प्रसिद्ध पर्यटन-स्थल है। इसे, लास्ट संग्रीला, लिटिल तिब्बत, मून लैंड या ब्रोकन मून आदि के नाम से भी जाना जाता है। मुख्य शहर ‘लेह' के अलावा, इस क्षेत्र के समीप कुछ प्रमुख पर्यटन-स्थल जैसे, अलची, नुब्रा घाटी, हेमिस लमयोरू, जांस्कर घाटी, कारगिल, अहम पैंगांग त्सो, और त्सो कार और त्सो मोरीरी आदि स्थित हैं। ज्ञात हो कि सुन्दर झीलें और मठ, मन को सम्मोहित कर देने वाले परिदृश्य और पहाड़ की चोटियाँ यहाँ की आकर्षक विशेषताएँ हैं। आपके बताते चलें कि कई पर्यटक सिर्फ यहां इसलिए आते हैं की वो विशाल पर्वत मालाओं से चांद और सितारों को देख सकें।

Photo Courtesy: nevil zaveri

माथेरान

महाराष्ट्र में माथेरान एक अदभुत हिल स्टेशन है - सबसे छोटा और सबसे अधिक प्रसिद्द। लगभग 2650 फुट की ऊँचाई पर बसा यह पर्यटन स्थल पश्चिमी घाट श्रंखला के पहाड़ी क्षेत्र में बसा है। बड़े व्यस्त शहरों से माथेरान की निकटता इसे सप्ताहांत पर शीघ्र आश्रय स्थल बनाती है। माथेरान का अर्थ है ‘सिर पर जंगल'। इतिहास यह बताता है कि किसी ह्यू पोलिंट्ज़ मलेट ने 1850 में माथेरान की खोज की थी। गौरतलब है कि अन्य पर्यटन स्थलों की तरह माथेरान में भी अनेक दर्शनीय स्थल हैं जो पास के क्षितिज के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य प्रस्तुत करते हैं।

नैनीताल

नैनीताल को भारत का झीलों वाला कस्बा भी कहा जाता है। यह हिमालयन बेल्ट में स्थित है। यह कुमाऊँ की पहाड़ियों के मध्य में स्थित है और इसे खूबसूरत झीलों का आशीर्वाद प्राप्त है। नैनीताल को श्री स्कन्द पुराण के मानस खंड में ‘तीन संतों की झील' या ‘त्रि-ऋषि-सरोवर' के रूप में उल्लेखित किया गया है। यदि बात नैनीताल में पर्यटन की हो तो आपको बता दें कि नैनीताल अपने खूबसूरत परिदृश्यों और शांत परिवेश के कारण पर्यटकों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ब्रिटिश व्यापारी, पी. बैरून ने 1839 में, यहाँ की सम्मोहित कर देने वाली खूबसूरती से प्रभावित होकर ब्रिटिश कॉलोनी स्थापित करके नैनीताल को लोकप्रिय बना दिया। वर्तमान में नैनीताल के आसपास ऐसा बहुत कुछ है जो किसी भी पर्यटक को मोहित करने के लिए काफी है।

Photo Courtesy: Yogendra Joshi

अंडमान

सालों से मनुष्य, एकांता की तलाश में कई समुंद्री तटों की ओर खींचा चला जाता है। चाहे वो ब्राज़ील के अमेज़न हो या फिर इबिज़ के समुंद्री तट, यहाँ के शांत वातावरण में मनुष्य एकांत प्राप्त करता है, जो विश्व के कुछ ही स्थानों में प्राप्त होती है। अगर आप भी, कुछ समय एकांत में बिताना चाहते हैं, तो अंड़मान - निकोबार द्वीप एक सही स्थान है। ज्ञात हो कि यह भारत की सब से बड़ी अपतटीय यूनियन टेरेटरी है, जो भारत के दक्षिण में और बंगाल की खाड़ी के बीच है। 8000 वर्ग कि.मी में फैला यह द्वीप अपनी प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण कई सैलानियों को अपनी छुट्टियाँ बिताने के लिए मजबूर करता है। आपको बता दें कि ये दोनों द्वीप अपने साफ और सुन्दर समुंद्री तटों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ सैलानियों को स्कूबा डाइविंग का मौका मिलता है, जिसमें वे पानी के नीचे बसे कई जीव और अन्य प्रकार के पौधे देखते हैं। इस के साथ यहाँ और भी कई सुन्दर पर्यटक स्थल है जिसे देख मनुष्य का मन मंत्रमुग्ध हो जाता है। इसकि इन्ही खूबियों के कारण इसे "इको-फ्रेंडली" स्थान का दर्जा दिया गया है। बताया जाता है कि शाम के समय दूरबीन से तारे देखना यहां का एक अन्य आकर्षण है।

भारत के वो 5 स्थान जहां देखें चाँद तारे

Photo Courtesy: _e.t

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