आपके एचआर ने आपकी छुट्टियों को अप्रूव कर दिया है, लेकिन आप इस बात से परेशान हैं कि कहीं ये मॉनसून आपकी छुट्टियों को बर्बाद न कर दे और आप घर पर ही बैठे अपनी छुट्टियां टीवी देखते हुए बिता दें। क्या आप इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि बरसात के मौसम में छुट्टियों को कहां बिताया जाये? यदि आपका जवाब हां है तो हम आपकी दुविधा को दूर कर सकते हैं।
आज अपने इस लेख के जरिये हम आपको अवगत कराएंगे पश्चिमी भारत के उन हिस्सों से जहां
मॉनसून और बारिश के बावजूद भी आप अपनी छुट्टियों को एन्जॉय कर सकते हैं। जैसा कि हम आपको शुरुआत में बता चुके हैं आज हमनें इस आर्टिकल में जिन डेस्टिनेशनों का चुनाव किया है वो पश्चिमी भारत के वो स्थान हैं जहाँ आपको वो सब मिलता है जिसकी आपको तलाश है। Read : विश्व का इकलौता मंदिर जहां 10 अलग रूपों में विराजें हैं भगवान विष्णु
उदाहरण के तौर पर यदि आप रेत पर लेट के शोर मचाते समुन्द्र को देखने के शौक़ीन हैं तो आप पश्चिम भारत के अंतर्गत आने वाले अलीबाग का रुख कर सकते हैं। या फिर यदि आप कुछ तूफानी करने के इच्छुक हैं तो क्यों न इस वेकेशन कर्जत और एलोरा में ट्रैकिंग को अंजाम दिया जाये। तो अब देर किस बात की आइये जानें कि कैसे आप मॉनसून में भी अपनी छुट्टियों को यादगार बना सकते हैं।
अलीबाग
रायगढ़ जि़ले के कोंकण क्षेत्र में स्थित अलीबाग, महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर बना एक छोटा सा शहर है। यह मुंबई की प्रसिद्ध मैट्रो के पास है। अलीबाग का अर्थ है,अली का बाग। किंवदंतियों के अनुसार अली ने बहुत सारे आम और नारियल के पेड़ लगाए थे। 17वीं शताब्दी में बनी इस जगह की उन्नति शिवाजी महाराज ने की थी। 1852 में इसे 'तालुका' घोषित किया गया। अलीबाग, बेनी इज़राईली यहूदियों का निवास स्थान भी रह चुका है। अलीबाग का मौसम सुहावना रहता है जहाँ तापमान न बहुत ज्यादा होता है और न बहुत कम। भारत के दूसरे क्षेत्रों की तरह यहाँ ज्यादा गर्मी नहीं होती। अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस होता है।
अंबोली
अंबोली, महाराष्ट्र राज्य में लगभग 700 कि.मी. की ऊँचाई पर बना एक सुंदर व छोटा सा हिल स्टेशन है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सह्याद्री पर्वतमाला में बना है जो सिंधुदुर्ग जि़ले में है। ब्रिटिश शासन के दौरान अंबोली शहर का उपयोग एक ऊँची पोस्ट के रुप में होता था जहाँ से मध्य व दक्षिण भारत में सैनिकों के लिए चौकियाँ बनाई जाती थीं। 1880 में अंबोली को एक हिल स्टेशन घोषित कर दिया गया।सावंतवाड़ी के स्थानीय लोगों ने अंग्रेज़ों से भी पहले इस जगह की खूबसूरती को खोज लिया था। मानसून में महाराष्ट्र का सबसे अधिक बारिश वाला स्थान होने के कारण अंग्रेज़ों ने मेथरन को गर्मियों में अपना पसंदीदा स्थल बना लिया। परिणामस्वरुप एक लंबे समय तक महाराष्ट्र के नक्शे पर अंबोली एक महत्वपूर्ण स्थान बना रहा।
चिपलुन
चिपलुन भारत के महाराष्ट्र राज्य के रत्नागिरी जिला में स्थित एक पर्यटान स्थल है। एक पिकनिक स्थान के रुप में चिपलुन के जन्म की कहानी बड़ी ही रोचक है।पिछले कुछ सालों से चिपलून ने अपने को मिनी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया है। जो भी पर्यटक मुंबई से गोवा जाते हैं वो यहां जरूर आते हैं। पुणे और कोल्हापुर से भी चिपलून बड़ी ही आसानी से पहुंचा जा सकता है। उत्तर - दक्षिण चलाने राजमार्ग पर बसा चिपलुन पूर्व और पश्चिम में अरब सागर के पश्चिमी घाट के बीच स्थित है। समुंद्र तट के पास होने के कारण यहां पर साल भर मौसम गर्म और ठंडा दोनों रहता है।
एलोरा
महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले से 30 किमी दूर एक पुरातात्विक स्थल है जिसे एलोरा गुफाएं कहा जाता है। यह विश्व के विरासत स्थल में सूचीबद्ध है। माना जाता है कि यह गुफाएं राशत्राकुता राजवंश में बनवाई गई थी। इस गुफा में 3 भाग है जिनमें 34 गुफाएं बनी हुई है। तीनों भाग हिन्दू, बौद्ध, व जैन धर्म के लिए है। बौद्ध भाग में 12 गुफाएं, हिन्दू भाग में 17 और जैन भाग में केवल 5 गुफाएं है। यह सभी गुफाएं पुराने समय की बनी हुई नायाब कलाकृति है।
गणपतिपुले
कोंकण समुद्र तट पर एक आकर्षक शहर, गणपतिपुले कैरेबियन द्वीप समूह के लिए भारतीय जवाब है! यह जगह मुंबई से लगभग 375 किलोमीटर की दूरी पर है, और रत्नागिरि जिले के अंतर्गत आता है। महाराष्ट्र का यह छोटा सा गाँव शहरी जीवन की उन्मत्त व्यावसायीकरण से अछूता है और सफलतापूर्वक एक सुखद पर्यटन गंतव्य का आकर्षण बरकरार रखता है।
कर्जत
महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ जिले के शहर और उप जिले में कर्जत एक मनोहर पहाड़ी भू भाग है। यह सहयाद्री श्रेणियों, पश्चिमी घाट और साथ ही साथ भोर घाट में भी फैला हुआ है। यह कोंकण क्षेत्र में उल्हास नदी के किनारे स्थित है। कर्जत प्राकृतिक संपदा, चट्टानी भाग और बहुत सारे झरनों से संपन्न भव्य स्थान है जो मानसून के दौरान पूर्ण रूप से खिले रहते हैं। कर्जत मुंबई महानगर से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है, जो शहरी जीवन से परेशान हो जाते हैं और साहसिक और बाहरी गतिविधियाँ पसंद करते हैं। कर्जत को महाराष्ट्र की अनौपचारिक साहसिक खेल राजधानी के रूप में जाना जाता है। यह सुंदर पहाड़ी स्थान इस तरह की साहसिक गतिविधियों का केंद्र है।
सिलवासा
सिलवासा, भारतीय संघ शासित प्रदेश दादरा और नागर हवेली की राजधानी है। इस शहर को पुर्तगाली शासन के दौरान विला डी पाको द अरकॉस के नाम से जाना जाता था। पागल कर देने वाली भीड़ से अलग, सिलवासा एक प्रसिद्ध गंतव्य स्थल है जहां पर्यटक प्रकृति के शानदार नजारों का लुत्फ उठा सकते है और पुर्तगाल की सांस्कृतिक विरासत की छाप भी देख सकते है।