खूबसूरत परिदृश्य,शांत समुद्री तट,पानी पर तैरती हाउसबोट, कई मंदिर, आयुर्वेद की सुंगध, दुर्बल झीलें या समुद्री झीलें, नहर, द्वीप केरला को गोडस ऑन कंट्री बनाते हैं। केरल एक बेहद ही खूबसूरत हॉलिडे डेस्टिनेशन हैं, यहां घूमने की कई अनगिनत जगहें मौजूद है।
अरे जनाब गॉड्स ओन कंट्री के दर्शन के लिए अब मौसम की परवाह मत कीजिये आप
केरल की यात्रा के दौरान आप यहां खूबसूरत जगहों का दीदार कर सकते हैं। सर्दियों के दौरान यहां सुहाने मौसम में काफी कुछ देखा जा सकता है। अगर आप कहीं घूमने का मन बना रहे हैं, तो अपनी छुट्टियों में घूमने की लिस्ट में केरला को शामिल करना कतई ना भूले ...आइये हम आपको अपने लेख के जरिये बताते हैं, केरला में घूमने के कुछ खास खूबसूरत जगहों के बारे में...
मुन्नार
मुन्नार दक्षिण भारत का सबसे लोकप्रिय होलीडे डेस्टिनेशन है..इस जगह को घूमने का बेस्ट सितम्बर से मई है। मानसून के बाद सर्दियों के दौरान आप मुन्नार को और खूबसूरत देख सकते हैं।
बारिश के बाद यहां चाय की पत्तियां काफी हरी भरी नजर आने लगती है,जो इस जगहों को और आकर्षक बना देता है। मुन्नार के साथ सैलानी मैटपेट्टी बांध, पोथामेडु व्यू पॉइंट, टॉप स्टेशन, इको प्वाइंट, आदि भी देख सकते हैं।PC: Unknown
त्रिशूर
केरल की सांस्कृतिक राजधानी के नाम से जाना जाने वाला यह वह मोहक स्थान है जो पुरुषों और देवताओं की कारीगरी द्वारा बनाई गई सौंदर्य की दुनिया में आपकी आँखें खोल देगा। त्रिशूर, जो त्रिशिवापेरुर का लघु नाम है (जिसका वास्तविक अर्थ है "भगवान शिव के नाम वाला शहर"), का नाम यहाँ के इष्ट देव वडक्कुम्नाथन क्षेत्रम के नाम पर पड़ा।
इस सांस्कृतिक शहर को घूमने का उचित समय अक्टूबर से मार्च के बीच में है, इस दौरान यहां का मौसम काफी सुहाना रहता है..साथ ही आप त्रिशूर की यात्रा अप्रैल से मई के बीच में भी कर सकते हैं, उस दौरान यहां त्रिशुर पूरम का भव्य पर्व देख सकते हैं।PC: Manojk
कोच्ची
तटीय शहर होने के कारण कोच्ची घूमने के सही समय सर्दी का मौसम ही है। केरल के खूबसूरत शहरों में से एक कोच्ची छुट्टियां मनाने के लिए एक बेस्ट जगह है..सैलानी यहां बिर्टिश,डच, और पुर्तगाली निर्मित इमारतों को देख सकते हैं। इसके अलावा पर्यटक यहां चेराई बीच और मरीन ड्राइव भी घूम सकते हैं।PC: Dhruvaraj S
कोवलम
कोवलम, केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम (जिसे पहले त्रिवेंद्रम कहा जाता था) के पास समुद्र के तट पर स्थित एक जाना-माना शहर है।'कोवलम' मलयालम भाषा से लिया गया एक शब्द है जिसका मतलब है कि 'नारियल के पेड़ों का झाड़-झंखाड़ की तरह उगना। यह नाम इस शहर के लिए बहुत उपयुक्त है क्योंकि यहाँ नारियल के पेड़ों के छोटे-छोटे जंगल(कुंज) बहुतायत मिलते हैं। जैसे कश्मीर को इस ‘धरती का स्वर्ग' कहा जाता है उसी तरह को कोवलम को भी 'दक्षिण के स्वर्ग' के रूप में जाना जाता है। PC: Purblind
पोनमुडी
पोनमुडी एक बेहद ही खूबसूरत हिल स्टेशन है, जोकि समुद्री स्तर से करीबन 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है...पोनमुडी, का शाब्दिक अर्थ होता है - गोल्डन पीक, होता है।यह हिल स्टेशन, पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला का एक घटक है,जो कि अरब सागर के समानांतर है।
जिनकी आत्मा साहसिक कायों को करने के लिए बेताब रहती है वह यहां आकर ट्रैकिंग और हाईकिंग का मजा उठा सकते हैं। यहां के लंबे और घुमावदार सड़कों के चक्कर, पोनमुडी की यात्रा को अविस्मरणीय अनुभव में बदल देते हैं।PC: Thejas Panarkandy
वायनाड
पश्चिमी घाट के हरे भरे पर्वतों के बीच स्थित वायनाड का प्राकृतिक सौन्दर्य आज भी अपने प्राचीन रूप में है। वायनाड, वास्तव में शान्ति और संतुष्टि की खोज के लिए एक आदर्श स्थान है। यहां आप हरे भरे पहाड़, झरने, चाय के बगान आदि देख सकते हैं। यहां आप एडक्कल गुफा देख सकते हैं, चेम्ब्रा पीक पर ट्रेक कर सकते हैं,पोकुट झील में बोटिंग का मजा उठा सकते हैं आदि।PC: Dhruvaraj S
वर्कला
वर्कला ही केरल में एकमात्र ऐसी जगह है जहां पहाडि़यां, समुद्र के निकट हैं। यह जगह प्राकृतिक स्प्रिंग्स और मत्स्य पालन के लिए विखाय्त है। इसके अलावा पर्यटक यहां अंजेंगो किला,शिवगिरी शिवगिरी मठ, जर्नादन स्वामी मंदिर, कुडुवायिल जुमा मस्जिद, वर्कला बीच,पापनासम बीच, कपिल झील, अंचिलो किला, शिव पार्वती मंदिर और पावर हाउस आदि देख सकते हैं।PC: Kerala Tourism