29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ भारत एक विशाल देश है जहां आपको एकसाथ बुहत कुछ देखने को मिलता है। भारत इतना बड़ा है कि आप एक ही यात्रा में इसके खूबसूरत स्थलों को देख ही नहीं सकते हैं। भारत में अनेक लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं और कुछ ऐसे स्थल भी हैं जो अब पर्यटकों के बीच लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। इनमे से कुछ जगह ऐसी भी है , जिनके बारे में लोग अभी भी अनिभिज्ञ हैं।
उत्तर प्रदेश में यात्रा करने के लिए10 खूबसूरत स्थल
भारत के ऐसे कई क्षेत्र हैं जो ऐतिहासिक और भौगोलिक महत्व रखते हैं और कई कारणों से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं जैसे कि शिमला एक ऐसा हिल स्टेशन है जो अपने सुहावने मौसम के कारण हज़ारों पर्यटकों को आकर्षित करता है। तो वहीं प्रकृति के बीच शांति की तलाश करने वाले लोगों के लिए यहां धर्मशाला, धनुषकोढ़ी, हम्पी जैसे अनेक दर्शनीय स्थल हैं। यहां तक कि , ऐसे भी अनेक स्थल हैं जो पूरी दुनिया से अलग हो चुके हैं और इनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं।
आज हम आपको भारत के ऐसे 10 दर्शनीय स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर आपको पर्यटकों की भीड़ बढ़ने से पहले ही घूम लेना चाहिए...
अमादुबी, झारखंड
कला से परिपूर्ण देश है भारत लेकिन यहां पर लोग आज भी पैटकर चित्रकला से अनभिज्ञ हैं। अमादुबी के कलाकार वृक्षों की पत्तियों और छाल से इस चित्रकला का निर्माण करते हैं। इस चित्रकला में अनके योद्धओं और महान पुरुषों की गाथाओं को दर्शाया गया है। अगर आप कला के शौकीन हैं तो आपको इस जगह पर जरूर आना चाहिए।
दामरों, अरुणाचल प्रदेश
दामरो में अरुणाचल प्रदेश का सबसे लंबा हैंगिंग ब्रिज है जो यमुना नदी पर बना हुआ है। यह स्थान युद्ध और रक्षा के कौशल में निपुण आदि पद्म जनजाति के लिए भी प्रसिद्ध है। इस जनजाति के लोग अपनी संस्कृति और भाषा को बचाए रखना चाहते हैं।PC:goldentakin
हंकोन, कर्नाटक
एसएच 95 पर करवार से दांदेली की ओर जाते हुए मोड़ पर 12 किमी दूर स्थित कृषि क्षेत्र और रेलवे फाटकों से भरा अस्नोति गांवा आता है और इसके बाद नदी किनारे बसा छोटा सा गांव हंकोन आता है। कुछ समय पहले यहां पर काली नदी के किनारे ईको एडवेंचर कैंप लगाए जाते थे। यहां पर आप कई तरह के वॉटर स्पोर्ट्स जैसे कायकिंग, राफ्टिंग, रैपेलिंग आदि का मज़ा ले सकते हैं।
जवाई, राजस्थान
विश्व धरोहर की सूची में शामिल कुंभलगढ़ किले से महज़ कुछ घंटों की दूरी पर स्थित है जवाई जहां राजस्थान के सबसे विशाल जलाशय देख सकते हैं। इन नदियों और झीलों में आपको अनेक प्रवासी पक्षी देखने का भी मौका मिलेगा। यहां पर आप कैंप का मज़ा भी ले सकते हैं।
इस जगह पर लग्ज़रियस टैंट की सुविधा भी उपलब्ध है जहां से आप वन्यजीवों का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। आप चाहें तो यहां पर जीप से स्लोथ बियर, भारतीय लोमड़ी और अन्य कई प्रजातियों के पशु देख सकते हैं।
नेदुनचेरी, तमिलनाडु
चिदंबरम मंदिर से महज़ 20 किमी की दूरी पर स्थित है छोटा सा गांव नेदुनचेरी। इस गांव में आकर आप खुद को चोला राजवंश के दौर में महसूस करेंगें। यहां चोला राजवंश के शासनकाल के दौरान बनाए गए अनेक शानदार मंदिर और थंजावुर हैं।PC:Raghavendran
पारुले और भोग्वे, महाराष्ट्र
सूर्य मंदिर के पास स्थित है पारुले। सूर्य मंदिर के बारे में कहा जाता है कि सूर्य की किरणें क्षितिज में गायब होने से पहले इस मंदिर की मूर्ति पर पड़ती हैं। मंदिर की रेनोवेशन के कारण ऐसा होना तो अब बंद हो गया लेकिन इस मंदिर का आकर्षण आज भी कायम है।
पोप्पलवाड़ी, गोवा
अगर आप गोवा में कुछ अलग देखना चाहते हैं तो आपको कर्नाटक-गोवा की सीमा पर स्थित पोप्पलवाड़ी देखना चाहिए। प्रकृति की गोद में स्थित इस जगह पर आकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो उठते हैं। ये जगह बाहरी दुनिया से पूरी तरह से कटी हुई है।
पोप्पलवाड़ी एक छोटा सा गांव है जहां फोन और सड़क की कोई बेहत व्यवस्था नहीं है। ये जगह गोवा के समुद्रतटों से बिलकुल अलग है।
मजुली, असम
दुनिया के सबसे बड़े तटवर्ती द्वीपों में से एक है मजुली। इस दूरवर्ती और शांत तट पर आप बेलगुड़ी में पहला ठ केंद्र स्थापित करने वाले वैष्णव धर्म के श्रीमांता शंकरदेव के दर्शन कर सकते हैं।
सदियों पहले यहां पर स्थित ब्रह्मपुत्र नदी 1200 वर्ग किमी से सिकुड़ कर केवल 460 वर्ग किमी रह गई थी। ऐसा मजुली के अनोखे सांस्कृतिक परिदृश्य और विषम वातावरण के कारण हुआ था। जल्द ही मजुली का नाम यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया जाएगा।
मैनपाट, छत्तीसगढ़
बौद्ध मठ धर्मशाला, सिक्किम, लद्दाख और कर्नाटक में पाए जाते हैं। हालांकि हम में से कई लोग ये नहीं जानते हैं कि तिब्बत 1960 के दशक में तिब्बत के चीन पर आक्रमण के बाद कई तिब्बती शरणार्थियों ने मध्य भारत के मैनपाट में शरण ली थी।
वर्तमान समय में भारत सरकार द्वारा शरणार्थियों को 3000 एकड़ की जमीन में फैले सात कैंप दिए गए हैं जिनमें 2000 से भी ज्यादा शरणार्थी रहते हैं। इस जगह का मुख्य आकर्षण सन् 1970 में बना थाकपो शेडुपलिंग मठ है। इस जगह पर प्राचीन ठंग्का, असंख्य झरने और घाटी का मनोरम नज़ारा देखने को मिल सकता है।
उराकम, केरल
केरल के थिरिस्सुर से 10 किमी दूर स्थित छोटा सा गांव है उराकम जो इस राज्य की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में लोकप्रिय है। थिरिस्सुर में अनेक प्राचीन मंदिर, समुद्रतट, महल, पूरम और कलामंडलम आदि हैं।
केरल का छोटा सा गांव उराकलम मां दुर्गा देवी के निवास के रूप में प्रसिद्ध है एवं यहां पर आपको केरल के गांव की वास्तविक सुंदरता देखने को मिलेगी। शहर की भागदौड़ और भीड़भाड़ से दूर छुट्टियां मनाने के लिए आप यहां आ सकते हैं।