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आँखों को विजुअल ट्रीट,कानों में मधुर संगीत देता है दिल्ली का ये 10.5 करोड़ का गार्डन

By Syedbelal

कहा जाता है कि भारत की यात्रा का अपना एक अलग ही सुख है, और यदि आपने यहां आकर राजधानी दिल्ली को नहीं देखा तो समझ लीजिये बहुत कुछ छोड़ दिया है आपने। भारत के सबसे बडे शहरों में से एक दिल्ली, प्राचीनता और आधुनिकता का सही संयोजन है यहां जहां एक तरफ आपको मुग़ल, ईरानी, ब्रिटिश वास्तुकला के दर्शन होंगे तो वहीँ दूसरी तरफ आपको विदेशी वास्तुकला से प्रेरित कई खूबसूरत मॉल भी दिखेंगे। Must See : दिल्ली के चुनिंदा होटल

दिल्ली की यात्रा पर यदि हम वहां के खूबसूरत टूरिस्ट आकर्षणों जैसे गार्डन ऑफ फाइव सेन्स, इंदिरा गांधी संग्रहालय, खूनी दरवाज़ा, एयर फ़ोर्स संग्रहालय, बिड़ला मंदिर , चौसठ खंबा का ज़िक्र न करें तो बात अधूरी रहेगी। तो इसी क्रम में आज हम आपको अवगत कराने वाले हैं गार्डन ऑफ फाइव सेंस या पाँच इन्द्रियों के बगीचे से।

गार्डन ऑफ फाइव सेंस मुग़ल गार्डन की तर्ज पर बनाया गया है जिसे 2003 में पर्यटकों के लिए खोला गया। ये गार्डन इतना खूबसूरत है कि इसकी सुंदरता की कल्पना शब्दों में नहीं करी जा सकती। इस प्यारे से बगीचे का उपरोक्त नाम इसलिये है क्योंकि इसमें आपकी पाँचों इन्द्रियों को संतुष्ट करने के लिये कुछ न कुछ अवश्य है।

<span style=तो क्या प्राचीन शिव मंदिर तोड़ने के बाद हुआ था ताजमहल का निर्माण" title="तो क्या प्राचीन शिव मंदिर तोड़ने के बाद हुआ था ताजमहल का निर्माण" loading="lazy" width="100" height="56" />तो क्या प्राचीन शिव मंदिर तोड़ने के बाद हुआ था ताजमहल का निर्माण

कुछ रंग-बिरंगे फूल आपकी आँखों को मोहक लगते हैं, हवाओं का संगीत आपके कानों को अच्छा लगेगा, स्वादिष्ट व्यंजन आपके जीभ को तरंगित कर देते हैं और इन व्यंजनों की सुगन्ध नाकों में बरबस ही घुस कर इनके प्रति आकर्षण उत्पन्न करती है । तो आइये नीचे दी गयी स्लाइड्स को देखिये और जानिये क्या ख़ास है गार्डन ऑफ फाइव सेंस में।

गार्डन की लोकेशन

गार्डन की लोकेशन

गार्डन ऑफ फाइव सेंस नई दिल्ली के ऐतिहासिक मेहरौली इलाके के पास सैदुल अजैब गाँव में स्थित है। बताया जाता है कि ये पार्क 20 एकड़ में फैला हुआ है। इस 20 एकड़ के क्षेत्र में फैले पार्क को को दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम द्वारा 10.5 करोड़ की लागत से विकसित किया गया और इसे आम जनता के लिये वर्ष 2003 में खोला गया था।

आँखों के लिए एक ट्रीट

आँखों के लिए एक ट्रीट

ये गार्डन बहुत सुन्दर है जो आंखों को एक विजुअल ट्रीट देता है। गौरतलब है कि आज इस गार्डन में रंग बिरंगे फूलों की 200 प्रजातियों के अलावा कई चिकित्सीय पौधें भी है। तो यदि आप दिल्ली में हैं तो हमारा यही सुझाव है कि आप इस बगीचे की यात्रा अवश्य करें।

चारों और मन्त्र मुग्ध कर देने वाली खुशबू

चारों और मन्त्र मुग्ध कर देने वाली खुशबू

जैसे ही आप इस बेइंतेहा खूबसूरत बगीचे में घुसेंगे यहां के रंग बिरंगे फूलों से निकलने वाली खुशबू आपको मंत्र मुग्ध कर देगी। हमारा दावा है कि यहां आने के बाद आपकी बड़ी से बड़ी टेंशन छू मंतर हो जाएगी।

ऐसे व्यंजन जो मुहं में पानी ला दें

ऐसे व्यंजन जो मुहं में पानी ला दें

ये स्थान जितना अपनी प्राकृतिक आबो हवा के लिए जाना जाता है उतना ही अपने लजीज खानों के लिए भी। यहां मिलने स्वादिष्ट व्यंजन आपके जीभ को तरंगित कर देते हैं और इनव्यंजनों की सुगन्ध नाकों में बरबस ही घुस कर इनके प्रति आकर्षण उत्पन्न करती है।

कान के लिए संगीत

कान के लिए संगीत

यहां के ऊंचे घने और छायादार पेड़ों से जब हवा टकराती है तो जो संगीत निकल के आपके कानों से टकराता है उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। ये एहसास उसी व्यक्ति को होगा जो इस खुशनुमा वातावरण में मौजूद है। तो यदि आपको ये खूबसूरत एहसास लेना है तोगार्डन ऑफ फाइव सेंस इंतेज़ार कर रहा है।

यहां आइये और गार्डन को फील कीजिये

यहां आइये और गार्डन को फील कीजिये

ज़रा सोचिये कैसा होगा वो नज़ारा जब आपके चारों तरफ फूल और उनकी खुशबू होगी तो इस 20 एकड़ में फैले गार्डन में आइये, इसको निहारिये और इसकी सुंदरता में खो जाइए।

गार्डन के आस पास क्या क्या देख सकते हैं आप

गार्डन के आस पास क्या क्या देख सकते हैं आप

आने वाले पर्यटकों के लिए इस गार्डन के आसपास भी बहुत कुछ है। यहां से निकालकर आप संस्कृति केन्द्र संग्रहालय (1 किमी), महरौली पुरातत्व पार्क (किमी) और छतरपुर मंदिर (2.1 किमी) की यात्रा कर सकते हैं

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