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बाबा गोरखनाथ की नगरी गोरखपुर में क्या देखें आने वाले पर्यटक

By Syedbelal

आज अपने इस आर्टिकल में हम आपको जिस डेस्टिनेशन से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं उसे आध्यात्मिक टाउन का भी दर्ज दिया गया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की। गोरखपुर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गोरखपुर शहर मौर्य, कुषाण,शुंगा और गुप्ता साम्राज्य का एक खास हिस्सा रहा है। इस शहर का नाम ऋषि गोरखनाथ के नाम पर रखा गया था।

यदि बात इस शहर के अंतर्गत पर्यटन के बिन्दुओं पर हो तो आपको बताते चलें कि आपको यहाँ रेती चौक से चार किलोमीटर की दूरी पर गीता प्रेस है जो यहां का प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। बताया जाता है कि इस जगह पर श्री महाभागवत गीता के अठारह भाग संगमरमर की दीवारों पर लिखे हुए देखे जा सकते हैं।

भारत के अन्य शहरों और कस्बों की तरह यहाँ पर भी बहुत सारे मंदिर है जैसे आरोग्य मंदिर जहाँ स्वस्थ जीवन के लिए प्रकृति चिकित्सा मिलती है। गोरखनाथ मंदिर इस क्षेत्र के सबसे प्रमुख और भव्य मंदिरों में से एक है। आइये इस लेख के जरिये जानें कि अपनी गोरखपुर यात्रा पर ऐसा क्या है जो आपको अवश्य करना चाहिए।

गीता वाटिका

इस स्थान का शुमार गोरखपुर के सबसे प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में है।साथ ही गीता वाटिका गोरखपुर में सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। मंदिर में राधा और कृष्ण की मनमोहक मूर्तियाँ है। पर्यटक अक्सर यहाँ पूजा करने आते है।

गीता प्रेस

गीता प्रेस एक प्रसिद्ध प्रेस है जो पुराने हिंदू ग्रंथों और शिक्षाओं के प्रकाशन के लिए जाना जाता है। इस प्रेस को 1920 में स्थापित किया गया था। गोरखपुर में एक छोटे से किराये के कमरे में तीन मशीनों और मुट्ठी भर लोगों ने इसे प्रकाशित करना शुरू किया था। प्रेस के वर्तमान स्वरूप का 1955 में भारत के पहले राष्ट्रपति ने उद्घाटन किया था। मेन रेलवे स्टेशन से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गीता प्रेस आसानी से पंहुचा जा सकता है। गीता प्रेस आज भी गीता और हिन्दू धार्मिक पुस्तकों के लिए सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है।

कुश्मी वन

कुश्मि वन गोरखपुर में एक बहुत लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह मुख्य रेलवे जंक्शन के करीब है और यह साल और सेकोई के पेड़ों के लिए जाना जाता है। यहाँ बहुत सारे जानवर भी पाए जाते है जैसे बंदर, हिरण और लोमड़ी। इस जंगल में बुद्धिया माई देवी का मंदिर भी है। और यहाँ ये विश्वास है की अगर आप यहाँ कोई मन्नत मांगे ते है तो वह अवश्य पूरी होती है। इस जंगल से जुड़ा एक पार्क और चिड़ियाघर भी है।

गोरखपुर में क्या देखें आने वाले पर्यटक

रामगढ़ ताल

रामगढ़ ताल एक विशाल और प्राकृतिक झील है। यह झील लगभग 700 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है। यह गोरखपुर की खूबसूरत जगहों में से एक है जहाँ कई पर्यटक और स्थानीय लोगों छुट्टियों में झील में तैरने और समय बिताने आते है।

गोरखनाथ मंदिर

गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है और यह शहर के बीचों बीच स्थित है। यह मंदिर उस जगह बनाया गया है जहाँ गुरु गोरखनाथ साधना किया करते थे। यह मंदिर 52 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। यह मंदिर इस क्षेत्र में सबसे सुंदर और विशिष्ट मंदिरों में से एक है। प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी के दिन यहां मकर सक्रांति मेले का आयोजन किया जाता है। लाखों की संख्या में भक्त और पर्यटक विशेष रूप से मंदिर में होने वाले मेले में सम्मिलित होते हैं।

कैसे जाएं गोरखपुर

फ्लाइट द्वारा : यहां का हवाई अड्डा शहर से 6 किमी की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे से टैक्सी द्वारा आसानी से शहर तक आया जा सकता है।

रेल द्वारा : गोरखपुर का निकटतम रेलवे स्टेशन गोरखपुर जंक्शन है। शहर पूर्वोत्तर रेलवे का मुख्यालय है और दूसरे शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, लखनऊ, इलाहाबाद, कोच्चि, कोलकाता, आगरा और जयपुर जैसे बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है।

सड़क मार्ग द्वारा : गोरखपुर आने के लिए बहुत अच्छी सड़क परिवहन व्यवस्था उपलब्ध है जो उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ी हुई है।

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