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भूत प्रेत, जादू टोना, नाच गाना अपने में सबकुछ समेटे हैं दिल्ली के ये ऑफबीट डेस्टिनेशन

By Belal Jafri

यदि आप दिल्ली में होंगे तो जाहिर है आपने रेगुलर साइट सीइंग कर ही ली होंगी। हो सकता है पास होने के कारण आपने ताजमहल और फतेहपुर सीकरी को भी निहार लिया हो। पुरानी दिल्ली जाकर मुगलिया डिशेस का भी स्वाद चख लिया हो। साथ ही आपने क़ुतुब कॉम्प्लेक्स जाकर इंडो इस्लामिक आर्किटेक्चरको भी अपने कैमरे में कैद कर लिया हो। तो दिल्ली में रहते हुए अब क्या किया जाये ? तो क्यों न अबकी बार दिल्ली को एक बिलकुल नए तरीके से निहारा जाये।

<strong><span style=दिल्ली जो दिल दहला दे" title="दिल्ली जो दिल दहला दे" loading="lazy" width="100" height="56" />दिल्ली जो दिल दहला दे

आज अपने इस आर्टिकल के जरिये हम आपको कराने जा रहे हैं ऑफबीट दिल्ली के दर्शन| हो सकता है दिल्ली के इन खूबसूरत स्थानों से आप परिचित न हों मगर हमारा दावा है कि ये सभी स्थान इतने खूबसूरत है कि आप यहां जाकर खुद-ब-खुद मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। PICS :

भगवान शिव और शक्ति के आदि-अनादि एकल रूप दर्शाते हैँ ये शिवलिंगभगवान शिव और शक्ति के आदि-अनादि एकल रूप दर्शाते हैँ ये शिवलिंग

तो आइये अब देर किस बात की करा जाये दिल्ली के ऑफ बीट डेस्टिनेशंस के दर्शन।

निज़ामुद्दीन आइये और कव्वालियों में खो जाइए

निज़ामुद्दीन आइये और कव्वालियों में खो जाइए

दक्षिणी दिल्ली में स्थित हजरत निज़ामुद्दीन औलिया (1236-1325) का मकबरा सूफी काल की एक पवित्र दरगाह है। हजरत निज़ामुद्दीन चिश्ती घराने के चौथे संत थे। इस सूफी संत ने वैराग्य और सहनशीलता की मिसाल पेश की थी। आप यहां किसी भी गुरुवार को आइये और यहां आकर ईश्वर से साक्षात्कार कराती हुए कव्वालियों क लुत्फ़ लीजीए। आपको बता दें कि ये दरगाह हुमायूं के मक़बरे के पास ही स्थित है।

दरगाह में क्या करें क्या न करें

दरगाह में क्या करें क्या न करें

आप सूर्यास्त के बाद इस जगह पर आ सकते हैं। यहां आने से पहले आप अपने द्वारा पहने जाने वाले कपड़ों का ध्यान अवश्य रखें। आपको बताते चलें कि जब आप दरगाह में प्रवेश करेंगे तो आपको अपने जूते और चप्पल बाहर ही उतारने होते हैं । यहां आकर आपको किसी को भी सेवा के लिए पैसे नहीं देने होते, यदि यहां जूते चप्पल रखने के लिए कोई आपसे पैसे मांगे तो कृपया उसे नज़रअंदाज कर दीजिये।

दिल्ली की स्ट्रीट लाइफ का आनंद लीजिये

दिल्ली की स्ट्रीट लाइफ का आनंद लीजिये

प्रायः आपने लोगों को कहते सुना होगा कि दिल्ली बिज़ी है, ये रूकती थमती नहीं है। यदि इस बात को आपको करीब से देखने और समझने क मन हो तो आप दिल्ली की स्ट्रीट लाइफ को अवश्य देखें। दिल्ली की स्ट्रीट लाइफ को देखने के लिये आप पहाडग़ंज, चांदनी चौक जीबी रोड और नयी और पुरानी दिल्ली के आसपास के हिस्सों को अपनी लिस्ट में अंकित कर सकते हैं। दिल्ली में इन स्ट्रीट टूर के लिये आप किसी भी अच्छे गाइड से सम्पर्क साध सकते हैं जो प्राइवेट एनजीओ की मदद से आपको इन सड़कों पर जीवन यापन करने वाले लोगों से रू-ब-रू कराते हैं।

दिल्ली के स्थानीय लोक संगीतकारों से मिलिए।

दिल्ली के स्थानीय लोक संगीतकारों से मिलिए।

यदि आप दिल्ली में हैं तो आपको पश्चिमी दिल्ली के अन्तर्गत आने वाले शादीपुर बस डिपो के पास बसे एक स्लम, कठपुतली कॉलोनी की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। ये वो स्थान है जहां जादूगर, सर्कस दिखाने वाले, डांसर्स और लोक गीतोँ और सँगीत से जुड़े हुए लोग हैं। इस स्थान के विषय में खास बात ये है कि यहां रहने वाले ज्यादातर कलाकार आये दिन अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिये विदेश यात्रा करते हैं। यदि आप कला के शौक़ीन हैं तो इस स्थान की यात्रा अवश्य करें।

एक दिल दहला देने वाली यात्रा

एक दिल दहला देने वाली यात्रा

यदि अप कमज़ोर दिल के हैं तो दिल्ली के कुछ स्थानों पर न जाएं, क्या पता किस बुरी या अच्छी आत्मा से आपकी भेंट हो जाये। जी हां बिलकुल सही सुना आपने आज दिल्ली में कई ऐसे स्थान हैं तो गुज़रे वक़्त के हाथों हुए अत्याचार के चलते आज भूतिया या हॉन्टेड हो गये हैं। कुछ ऐसे ही स्थानों में शुमार है खूनी दरवाज़े का, खूनी दरवाज़ा वो स्थान है जिसने न जाने कितनी हत्याओं और लाशों को अपनी आँखों से देखा है। इसके अलावा आप दिल्ली कैंट की भी यात्रा कर सकते हैं इस स्थान के बारे में भी लोगों कि ये मान्यता है कि यहां भी भूत प्रेतों का वास है।

चेंजिंग ऑफ़ गार्ड, राष्ट्रपति भवन

चेंजिंग ऑफ़ गार्ड, राष्ट्रपति भवन

राष्ट्रपति भवन भारत में मौजूद सबसे प्रतिष्ठित इमारतों के अलावा अपनी प्रभावशाली वास्तुकला के और भारत के राष्ट्रपति के सरकारी निवास स्थान के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें कि यहां हर शनिवार एक खास तरह के समारोह का अयोजन किया जाता है जिसे चेंजिंग ऑफ़ गार्ड कहते हैं। आपको बताते चलें कि राष्ट्रपति भवन में समारोह की शुरुआत 2007 में करी गयी थी। यदि आप दिल्ली में हैं तो इस समारोह में अपनी उपस्थिति अवशय दर्ज कराएं।

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