रतलाम भारत के ह्रदय राज्य मध्य प्रदेश एक खूबसूरत जिला है, जो चारों ओर से खूबसूरत स्थलों से घिरा हुआ है। इस जिले की स्थापना जून 1948 में हुई थी, बाद में इसे 1949 में पुनर्गठित किया गया था। इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि यहां कभी महाराजा रतनसिंह का शासन चलता था, उनके पुत्र रामसिंह के नाम पर इस शहर का नाम पहले रतनराम हुआ बाद में इसे रतराम कहा जाने लगा और फिर यह जिला रतलाम के नाम से लोकप्रिय हुआ।
रतलाम के पास सोने-चांदी के गहनों के अच्छा बाजार है, जिसमें चांदी चौक प्रमुख क्षेत्र है, जहां सोने-चांदी के आभूषणों की भारी बिक्री की जाती है। रतलाम बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस खास लेख में जानिए पर्यटन के लिहाज से रतलाम आपके लिए कितना खास है, जानिए यहां का शानदार स्थलों के बारे में।
पचमढ़ी
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आप रतलाम भ्रमण की शुरूआत प्रसिद्ध हिल स्टेशन पचमढ़ी से कर सकते हैं। मध्य प्रदेश राज्य में पचमढ़ी एकमात्र हिल स्टेशन है। यह पहाड़ी गंतव्य सतपुड़ा रेंज में 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, इसलिए इसे "सतपुड़ा की रानी" के नाम से भी संबोधित किया जाता है।
यह बहुत कम आबादी वाला एक खूबसूरत गंतव्य है। यहां पूरे सालभर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। यहां के घने जंगल और झरने इस स्थल को खास बनाने का काम करते हैं। परिवार और दोस्तों के साथ यहां का प्लान बनाया जा सकता है।
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
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बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्य भारत के सबसे लक्जरी वन्यजीव स्थलों में गिना जाता है। इस पार्क के भ्रमण का सबसे आदर्श समय नवंबर से जून का महीना है।जंगल भ्रमण के लिए जीप सफारी की सुविधा वन विभाग द्वारा उपलब्ध है। इस राष्ट्रीय उद्यान में वनस्पतियों और जीवों की असंख्य प्रजाति निवास करती है।
इस पार्क में भारत के सबसे ज्यादा बाघों की आबादी है जिसे वर्ष 1993 में "परियोजना टाइगर" के तहत बाघ अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया था। बाघों के अलावा आप यहां अन्य जानवरों में जंगली सूअर, लकड़बग्गा, सियार, चिंकारा, हिरण और तेंदुआ जैसे जीवों को देख सकते हैं।
कैक्टस गार्डन
इन स्थलों के अलावा आप रतलाम के कुछ अनोखे स्थलों की सैर का प्लान कर सकते हैं। शहर के सेलाना पैलेस में स्थित कैक्टस गार्डन पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक अपेक्षाकृत नया बगीचा है जिसे लगभग 50 साल पहले सैलाना उद्यान परिसर में स्थापित किया गया था, जो लगभग 200 साल पुराना (सैलाना उद्यान )है।
इस बगीचे में विभिन्न रंगों व आकार के कैक्टिस की विभिन्न प्रजातियों मौजूद है। यहां भारतीय किस्मों के साथ-साथ विदेशी प्रजातियां भी देखी जा सकती हैं। आप यहां बल्ब कैक्टस, सांप कैक्टस, मोर पंख कैक्टस और घंटी कैक्टस आदि देख सकते हैं।
खरमौर पक्षी अभयारण्य
खूबसूरत पर्यटन स्थलों में आप यहां खरमौर पक्षी अभयारण्य की सैर का आनंद ले सकते हैं। यह पक्षी अभयारण्य रतलाम शहर के सेलाना गांव में स्थित है, इसलिए इसे सैलाना पक्षी अभयारण्य भी कहा जाता है। 13 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले इस वन्य की स्थापना वर्ष 1983 में की गई थी।
इस अभयारण्य का सबसे मुख्य दुर्लभ खरमौर पक्षी प्रजाति है।यह अभयारण्य विभिन्न प्रवासी पक्षियों को भी सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है। अभयारण्य का दौरा करने का सबसे आदर्श समय जुलाई से सितंबर के बीच का है।
ढोलवाड़ बांध
उपरोक्त स्थानों के अलावा आप यहां ढोलवाड़ बांध की सैर का प्लान बना सकते हैं। पर्यटन के लिहाज से यह एक शानदार जगह है, जिसे सरोज सरोवर के नाम से भी संबोधित किया जाता है। ढोलवाड़ बांध यहां आने वाले सैलानियों के मध्य काफी लोकप्रिय है। यह बांध राति में स्थित है जो रतलाम से 25 किमी की दूरी पर है।
बांध के आसपास का दृश्य काफी लुभावना है। यहां सैलानी सूर्यास्त देखना और शांत हवा और शांत माहौल का आनंद लेना ज्यादा पसंद करते हैं। शहरी भागदौड़ से दूर से यह स्थान एक आदर्श पिकनिक स्पॉर्ट भी है। परिवार या दोस्तों के साथ आप यहां का प्लान बना सकते हैं।