अमूमन आपने अपने बचपन में दादी नानी के किस्से और कहानियों में किलों के बारे में सुना होगा। बात जब भारत में पर्यटन की हो और ऐसे में हम भारत के किलों का वर्णन न करें तो बात लगभग अधूरी रहती है। तो आइये सबसे पहले आपको ये बताते हैं कि किले क्या होते हैं। शत्रु से सुरक्षा के लिए बनाए जाने वाली इमारत को किले या दुर्ग के नाम से जाना जाता है। इन्हें 'गढ़' और 'कोट' भी कहते हैं। दुर्ग, पत्थर आदि की चौड़ी दीवालों से घिरा हुआ वह स्थान है जिसके भीतर राजा, सरदार और सेना के सिपाही आदि रहते है। तो इसी क्रम में आज हम आपको अवगत कराएंगे हिमाचल के कांगड़ा किले से। कांगड़ा किले को नगर कोट के नाम से भी जाना जाता है। जिसका निर्माण काँगड़ा के मुख्य साही परिवार ने कराया था। समुद्र स्तर से 350 फुट की ऊंचाई पर स्थित ये किला 4 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। ये किला आज जहाँ स्थित है उसे पुराना काँगड़ा भी कहा जाता है। तो आइये देखें इस खूबसूरत किले की कुछ तस्वीरें।
कांगडा किले में मंदिर
कांगडा किले में मौजूद लक्ष्मी मंदिर का एक फ़ोटो।
कांगडा किले का गेट
कांगडा किले के प्रवेश द्वार में जाते हुए लोग।
कांगडा किले का मंदिर परिसर
कांगडा किले के मंदिर परिसर को दर्शाता हुआ एक एक फोटो।
बचे हुए अवशेष
ये तस्वीर है कांगड़ा किले के बचे हुए अवशेषों की जो आज भी अपना इतिहास दर्शाते हैं।
किले के बचे हुए अवशेष
कांगड़ा किले के बचे हुए अवशेषों आज भी अपना इतिहास दर्शाते हैं।
कांगड़ा किले का प्रवेश द्वार
ये तस्वीर है कांगड़ा किले के रणजीत सिंह गेट की।
किले का शीर्ष बिंदु
ये तस्वीर है कांगड़ा किले के शीर्ष बिंदु कि आप देख सकते हैं कांगड़ा घाटी को निहारने के लिए यहां बेंचें भी लगी हुई हैं।
किले का महल परिसर
इस तस्वीर के माध्यम से आप देख सकते हैं किले में मौजूद महल परिसर को।
बचे हुए अवशेष
आप देख सकते हैं कि ये किला कितना पुराना है कहा जाता है कि जिस समय सिकंदर ने भारत पर आक्रमण किया तब इस किले ने देश की रक्षा में बड़ा महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
किले में मंदिर
किले में मौजूद लक्ष्मी नारायण मन्दिर का एक खूबसूरत फोटो।
इतिहास बताते अवशेष
ये काँगड़ा शहर से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है,ये किला जितना सुन्दर है उनता ही इसका ऐतिहासिक महत्त्व भी है।
किले की तस्वीर
स किले का वर्णन महाभारत में भी है साथ ही ये भी कहा गया है की जब महान यूनानी शासक एलेक्ज़ेंडर ने यहाँ आक्रमण किया तब भी ये किला यहाँ मौजूद था।
किले की तस्वीर
ये किला दो प्रमुख नदियों बानगंगा और मांझी नदी के पास बना हुआ है। ये किला दो विशाल और मोटी दीवारों से घिरा है।
किले की तस्वीर
आप इस तस्वीर के जरिये देख सकते हैं कि कैसे इस किले के निर्माण के वक़्त खूबसूरत गलियारे को बनवाया गया था।
किले का प्रवेश
किले के प्रवेश को दर्शाती ये तस्वीर वास्तु से प्रेम करने वाले किसी भी व्यक्ति को मोहित कर सकती है।
एएसआई का नोटिस बोर्ड
किले के बारे में गहराई से बताता एएसआई का नोटिस बोर्ड।
किले का व्यू
परिसर के बहार लगे गेट से आप इस किले की विशालता को देख सकते हैं।
किले में मंदिर
आज भी आप इस किले में कई सारे प्रमुख मंदिरों को देख सकते हैं।
किले के विशाल स्तम्भ
यहाँ आने वाले पर्यटक इस किले में वॉच टावर,लक्ष्मी नारायण मंदिर और आदिनाथ मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं।
किले में नक्काशी
इस किले की ख़ास बात ये भी है कि आपको यहां खूबसूरत नक्काशियां देखने को मिलेंगी।
जयंती माता मंदिर
आप इस किले से एक अन्य पहाड़ी पर स्थित जयंती माता मंदिर भी देख सकते हैं।
दर्शनी गेट
दर्शनी गेट ये खूबसूरत तस्वीर कांगड़ा किले के दर्शनी गेट को बखूबी दर्शाती है।
अंधेरी गेट
कांगड़ा किले के अंधेरी गेट को दर्शाति तस्वीर।
अमीरी गेट
कांगड़ा किले का एक अन्य गेट इस गेट को अमीरी गेट के नाम से जाना जाता है।
अहिनी गेट
कांगड़ा किले का एक अन्य गेट इस गेट को अहिनी गेट के नाम से जाना जाता है।
इतिहास दर्शाता कांगड़ा किला
इस किले के शीर्ष पर व्यक्ति अहनी और अमीरी अहनी के माध्यम से जा सकता है। काँगड़ा के पहले गवर्नर नवाब अलिफ़ खान ने इस किले के द्वारों का निर्माण कराया था।