भारत में मंदिरों की कोई कमी नहीं है। इसे मंदिरों का देश कहा जाता है। भारत का कोई ऐसा राज्य नहीं है, जहां कोई प्रसिद्ध मंदिर न हो। लेकिन क्या आपको पता है कि देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिर कौन से हैं? कहते हैं मंदिर हिंदू धर्म का एक पवित्र स्थान होता है, जहां हर श्रद्धालु जाना चाहता है। हिंदू धर्म की मानें तो मंदिर एक ऐसा पवित्र स्थान है, जहां जाने पर भक्तों को शांति मिलती है, एक सुकून की प्राप्ति होती है।
आज हम आपको भारत के उन मंदिरों के बारे में बताएंगे, जो भारत ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। इन मंदिरों में न केवल भारत के लोग जाना पसंद करते हैं बल्कि विदेशी भी इन मंदिरों के दर्शन से पीछे नहीं हटते। इन सभी मंदिरों का अपना-अपना एक इतिहास है, जिसे जानना तो हर कोई चाहता है लेकिन उसके बारे में आज तक कोई जान नहीं पाया है। इन मंदिरों को लेकर कहा जाता है कि ये सिर्फ मंदिर नहीं है बल्कि ये पूरी सभ्यता व संस्कृति है।
1. केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के नाम से मशहूर बाबा केदारनाथ मंदिर कितना पुराना है, आज तक इसका कोई सटिक प्रमाण नहीं मिल सका है। लेकिन कहा जाता है कि ये मंदिर महाभारतकालीन है, जो चार धामों में से एक है। यह मंदिर 6 महीने बर्फ में ढके होने के कारण बंद रहता है।
2. बद्रीनाथ धाम, उत्तराखंड
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु का स्थायी घर माना जाता है। ये मंदिर भी चार धामों में से एक है, जो 6 महीने बर्फ में ढका रहता है और श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद रखे जाते हैं। इस मंदिर के निर्माण को लेकर कोई खास प्रमाण तो नहीं लेकिन कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 7वीं से 9वीं शाताब्दी के बीच हुआ है। यहां शालिग्राम से निर्मित भगवान बद्री की मूर्ति है, जिसकी स्थापना आदि शंकराचार्य ने की थी।
3. द्वारिकाधीश मंदिर, द्वारका
गुजरात के द्वारका में स्थित द्वारिकाधीश मंदिर को जगत मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के मुख्य देवता भगवान श्रीकृष्ण है, जिन्हें यहां द्वारका के राजा के रूप में पूजा जाता है। कहा जाता है कि यह मंदिर करीब 5000 साल पुराना है और इसका निर्माण भगवान श्रीकृष्ण के परपोते वज्रनाभ ने करवाई थी।
4. काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी
देश के सबसे चर्चित मंदिरों में शुमार काशी विश्वनाथ का मंदिर वाराणसी में गंगा घाट के किनारे पर स्थित है, जो अपने इतिहास व सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह मंदिर हजारों साल पुराना है, जिसका अंतिम बार महारानी अहिल्याबाई ने जीर्णोद्धार करवाया था। इस मंदिर को उत्तर प्रदेश का स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है।
5. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम, तिरुपति
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम एक ट्रस्ट है, जो तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन देखता है। यह देश का अमीर मंदिर भी है, जिसे श्रद्धालु आस्था के चलते अपने बाल भगवान को भेंट स्वरूप चढ़ाते हैं।
6. जगन्नाथ मंदिर, पुरी
उड़ीसा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर को पुरी मंदिर के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ विराजित है, जिनकी मूर्तियां अधूरी है, जो हर 12 साल में बदल दी जाती है। इस मंदिर में बनाया जाने वाला प्रसाद आज तक कभी खत्म नहीं हुआ।
7. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर, गुजरात
गुजरात में स्थित सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं चंद्रदेव ने किया था, जिसका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। यह मंदिर भारत के उन मंदिरों में से एक है, जिसे सबसे अधिक बार तोड़ा गया है।
8. कामाख्या देवी मंदिर, गुवाहाटी
असम के गुवाहाटी में स्थित कामाख्य मंदिर अपने रहस्यों के लिए जाना जाता है। इस मंदिर को तंत्र विद्या का केंद्र माना जाता है। कहा जाता है कि माता के मासिक धर्म के कारण इस मंदिर को महीने में तीन दिन के लिए बंद रखा जाता है।
9. रामानाथस्वामी ज्योतिर्लिंग मंदिर, रामेश्वरम
कहा जाता है कि यह मंदिर काशी के बराबर महत्व रखता है। इस मंदिर स्थापित शिवलिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कहा जाता है कि इसी स्थान पर भगवान राम महादेव की पूजा कर लंका के लिए चढ़ाई की थी। इसीलिए भगवान राम के नाम पर ही इस स्थान का नाम रामेश्वरम और मंदिर का नाम रामेश्वरम मंदिर पड़ा।
10. कालीघाट काली मंदिर, कोलकाता
भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक कालीघाट मंदिर कोलकाता के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भारत का सबसे बड़ा काली मंदिर है, जहां नवरात्रि के दिनों में भक्तों की लम्बी कतारें भी देखने को मिलती है।
11. पद्मनाभस्वामी मंदिर, तिरुवंतपुरम
भारत के सबसे अमीर मंदिर के रूप में प्रसिद्ध पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल के तिरुवंतपुरम में स्थित है, जिसका जीर्णोद्धार 1733 ईस्वी में त्रावनकोर के महाराजा मार्तड वर्मा ने करवाया था। इस मंदिर भगवान विष्णु की प्रतिमा शेषनाग पर शयन मुद्रा में विराजित है। इसलिए मंदिर के स्वामी को पद्मनाभस्वामी (विश्राम की अवस्था) कहा जाता है।
12. मीनाक्षी अम्मन मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु के मदुरई में स्थित मीनाक्षी अम्मन मंदिर का इतिहास भी काफी गहरा है, जिसका जीर्णोद्धार 17वीं शाताब्दी में करवाया गया था। इस मंदिर का गर्भगृह करीब 3500 साल पुराना बताया जाता है।
13. मुरुदेश्वर मंदिर, कर्नाटक
कर्नाटक के मुरुदेश्वर मंदिर को लेकर कहा जाता है कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयं महादेव ने रावण को दिया था, जो इसी स्थान पर रख देने के चलते दोबारा यहां से उठाया न जा सका और यही स्थापित हो गया। मंदिर के पास में ही भगवान शिव की काफी बड़ी प्रतिमा भी है, जो यहां का मुख्य आकर्षण भी है।
14. कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, मथुरा
मथुरा में स्थित कृष्ण जन्मभूमि मंदिर को लेकर कहा जाता है कि इसी स्थान पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। लेकिन बाद में इस स्थान पर औरंगजेब ने मंदिर तोड़कर मस्जिद स्थापित कर दिया, जिसका विवाद आज तक चला आ रहा है। यहां आसपास में श्रीकृष्ण के कई मंदिर है।
15. रंगनाथस्वामी मंदिर, तिरुचिरापल्ली
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में स्थित रंगनाथस्वामी मंदिर अपने गोपुरम के लिए जाना जाता है। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि यह भारत का सबसे बड़ा मंदिर है, जो 156 एकड़ में फैला हुआ है। मंदिर के गोपुरम को लेकर एक किवदंती है कि इसके ऊपरी हिस्से से श्रीलंका के तट को देखा जा सकता है।
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