हम आगामी 26 जनवरी को 69वां गणतन्त्र दिवस मनाने जर रहे हैं, इस दिन गौरवशाली गणतंत्र राष्ट्र बनाने में जिन देशभक्तों ने अपना बलिदान दिया उन्हें 26 जनवरी के दिन याद किया जाता और उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की जाती है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था।
भारत के संविधान निर्माण की प्रक्रिया में 2 वर्ष, 11 महिना, 18 दिन लगे थे। भारतीय संविधान के वास्तुकार डॉ.भीमराव अम्बेडकर प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। भारतीय संविधान के निर्माताओं ने विश्व के अनेक संविधानों के अच्छे लक्षणों को अपने संविधान में आत्मसात करने का प्रयास किया है। इस दिन भारत एक सम्पूर्ण गणतांत्रिक देश बन गया था।
इस दिन, कारगिल और दिल्ली के इंडिया गेट में अमर जवान ज्योति के साथ साथ, देश के अन्य भागों में भी सैन्य समारोह और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कई नामचीन हस्तियाँ और राजनीतिक चेहरे इन कार्यक्रमों में हिस्सा ले इन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। गणतन्त्र दिवस का यह दिन हर साल लोगों में एक अलग और नया उत्साह लेकर आता है। बच्चों की उत्सुकता तो देखती ही बनती है।
दुनिया को इस गांव ने पढ़ाया है लोकतंत्र का पाठ
इस बार का गणतन्त्र दिवस कुछ खास है क्यों कि, इस बार इस पर्व पर है एक लॉन्ग वीकेंड, जिसे आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ यादगार बना सकते हैं। तो आपने कुछ प्लानिंग कि है, की स बार साल के पहले लॉन्ग वीकेंड पर कहां धमाल मचाया जाये, अगर नहीं की है, फ़िक्र नॉट। क्यों कि आज हम आपको लेख के जरिये बताने जा रहे हैं,भारत की कुछ बेहद ही खूबसूरत किफायती जगहों के बारे में जहां आप अपने दोस्तों या फिर परिवार के साथ साल 2018 के पहले लॉन्ग वीकेंड का मजा ले सकते हैं- तो आये देरी ना करते हुए स्लाइड्स पर डालते हैं एक नजर
अमृतसर
आप सोच रहे होंगे कि, इस लिस्ट सबसे पहला नाम अमृतसर क्यों, तो जनाब देशभक्ति की जो भावना वाघा बॉर्डर भारतीय सेना को देखते हुए आती है,, उसे बयाँ करना बेहद ही मुश्किल होता है। यकीन मानिए, अगर आप एक बार भी इस खूबसूरत रीट्रीट सेरेमनी का हिस्सा बन गये तो आप बार बार वाघ बोर्डर आकर खुद को गौरवान्नित महसूस करेंगें। देशभक्ति के गानों पर लोगो को झूमते हुए देखना, भारत माता की जय के नारे लगाना इस माहौल को और भी गौरवपूर्ण बना देता है। वाघा बॉर्डर के अलावा आप अमृतसर में जलियांवाला बाघ भी देख सकते हैं, जो 1919 में जनरल डायर द्वारा किये नरसंहार को आज भी बतलाता है।Pc:Guilhem Vellut
दिल्ली
अगर आप ठंड के कारण छुट्टियों में कहीं नहीं जाना चाहते, तो दिल्ली स्थित इंडिया गेट अवश्य जायें। दिल्ली की सड़कों पर आजादी का जश्न मनाने की बात ही कुछ और होती है, सुबह के समय राजपथ पर परेड देखें और शाम के समय आजादी के रंग में रंगे हुए पार्क में परिवार के साथ कुछ समय बिताएं, इस दिन दिल्ली के पार्कों को भी देश की आज़ादी के रंग में रंग दिया जाता है। तिरंगे झंडे की सजावट और रंग बिरंगे विद्युत सज्जाओं से दिल्ली के पार्क जगमगा उठते हैं। सबसे दिलचस्प है इस बार डी. टी. सी. की मुफ़्त यात्रा। दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की तरफ से लोगों के लिए फ्री बस राइड की सुविधा होगी। इन बसों द्वारा आपको अपने दिल्ली और देश के शान, पौराणिक धरोहरों और मॉन्युमेंट्स की यात्रा फ्री में कराई जाएगी, जिसकी समय सीमा है सुबह 6 बजे से सुबह 10 बजे तक।Pc:Pete Souza
राजस्थान
गुलाबी सर्दी में राजस्थान की राजधानी ही नहीं बल्कि पूरा राजस्थान घूमने का मजा ही कुछ और होता है, आप तीन दिन की छुट्टी में जयपुर-जोधपुर या जयपुर-अजमेर-पुष्कर को आसानी से घूम सकते हैं।
Pc:Jean-Pierre Dalbéra
त्रिउंड ट्रेक
अगर काफी दिन से ट्रैकिंग का प्लान बन रहा है, तो इसे साल के पहले लॉन्ग वीकेंड में ही मुकम्मल कर डालिए। त्रिउंड, हिमाचल प्रदेश का ऐसा ट्रेकिंग सफ़र है जो हर एक रोमांच पसंद करने वालों को अपनी ओर आकर्षित करता है। झरनों पहाड़ों के साथ होता हुआ यह ट्रेकिंग सफ़र आपको प्रकृति के हर रंग से रूबरू कराता है। त्रिउंड ट्रेक मेकलॉडगंज से होते हुए गालु मंदिर से 6 किलोमीटर की दूरी से आरम्भ होता है। इस पूरे ट्रेक के दौरान आपको सुनाई देती है बौद्ध मठों की घंटियों की मधुर ध्वनि, जो धुंध और नीचे उतर आए बादलों की सतह पर तैरती प्रतीत होती है। यह हरे-हरे घास और चारागाह की एक बड़ी भूमि है। यह एक दिन का ट्रेक आपको ऐसे अनुभव का एहसास कराएगा जो आपने कभी सोचा भी नहीं होगा।Pc:Travelling Slacker
बिनसर
अगर आप प्रकृति की गोद में छुट्टियां बिताना चाहते हैं, तो उत्तराखंड स्थित बिनसर चले आइये। यह जगह प्राकृतिक प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। घने देवदार के जंगलों से निकलते हुए शिखर की ओर रास्ता जाता है, जहां से हिमालय पर्वत श्रृंखला का अकाट्य दृश्य और चारों ओर की घाटी देखी जा सकती है। बिनसर से हिमालय की केदारनाथ, चौखंबा, त्रिशूल, नंदा देवी, नंदाकोट और पंचोली चोटियों की 300 किलोमीटर लंबी शृंखला दिखाई देती है, जो अपने आप मे अद्भुत है और ये बिनसर का सबसे बडा आकर्षण भी हैं। अगर आप ट्रैकिंग करना चाहते हैं, तो वह भी यहां कर सकते हैं।
Pc:anurag agnihotri
आगरा
अगर आप दोस्तों के साथ रोड ट्रिप का मजा लेना चाहते हैं, दिल्ली से आगरा रोड ट्रिप कर सकते हैं, आगरा में दुनिया के सात अजूबों में से एक यानी ताजमहल को निहार सकते हैं, साथ ही आगरे के पेठे का स्वाद ले सकते हैं। मुगलों की राजधानी रह चुका आगरा में कई मुगलकालीन इमारतें हैं, जो आज भी मुगल काल की वास्तुकला को दर्शाती है,जिनमे से खास है, अकबर का किला, फतेहपुर सिकरी आदि।
Pc:David Castor
सात अजूबों को निहारे
अगर आप सोच रहे हैं कि, ये कैसे मुमकिन है, तो मुमकिन है बॉस, क्योंकि आप भारत के सात अजूबों को कोटा के सेवेन वंडर्स इन पार्क में देख सकते हैं। इस पार्क में अप ताजमहल से लेकर लिबर्टी ऑफ़ स्टेचू तक देख सकते हैं।Pc: Tanveer Ahmed