
अबतक हम राजस्थान के ही उदयपुर शहर के बारे में जानते थे, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में दो और उदयपुर शहर मौजूद हैं, एक गुजरात में और दूसरा पूर्वोत्तर भारत के त्रिपुरा राज्य में। है न दिलचस्प बात, वैसे यह उदयपुर शहर भी खूबसूरती के मामले में किसी से कम नहीं। यह शहर अपने प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के अलावा अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है। यहां कई खूबसूरत झीलें मौजूद हैं।
नेटिव प्लानेट के इस खास खंड में आज हम बात करेंगे पूर्वोत्तर भारत के उदयपुर शहर के विषय में, जानते हैं पर्यटन के लिहाज से यह शहर आपके लिए कितना खास है।

पूर्वोत्तर भारत का उदयपुर
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पूर्वोत्तर भारत का यह उदयपुर शहर त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से लगभग 55 किमी की दूरी पर स्थित है। यह शहर यहां बहने वाली गोमती नदी के किनारे बसा है। उदयपुर अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के साथ-साथ धार्मिक महत्व के लिए काफी प्रसिद्ध है। आपको यहां कई खूबसूरत मंदिर दिख जाएंगे, जिनसे हिन्दुओं की गहरी आस्था जुड़ी हुई है। आगे जानते हैं यह शहर किस लिए है सबसे ज्यादा प्रसिद्ध। बिहार की इन जगहों का सन्नाटा निकाल सकता है आपकी चीखें

बात जो उदयपुर को बनाती है खास
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त्रिपुरा का उदयपुर शहर मुख्यत: यहां स्थित त्रिपुर सुंदरी मंदिर के लिए जाना जाता है। माता का यह मंदिर मुख्य शहर से तीन किमी की दूरी बना है। जहां रोजाना भक्तों की लंबी कतार लगती है। यह मंदिर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां देवी सती के सीधे पैर की अंगुलियों के चिह्न मौजूद हैं। यह राज्य का प्रमुख धार्मिक केंद्र है जहां रोजान हजारों की संख्या में दर्शनाभिलाषी आते हैं।Weekend : कोलकाता से बनाएं इन खूबसूरत जगहों का प्लान

झीलों का शहर
त्रिपुरा का यह उदयपुर शहर अपनी कृत्रिम झीलों के लिए भी जाना जाता है। जलापूर्ति के उद्देश्य से त्रिपुरा के राजा द्वारा इन खूबसूरत झीलों का निर्माण करवाया गया था। झीलों के किनारे पैदल मार्ग बनवाए गए हैं, जिससे सैलानी झील के किनारे सैर-सपाटा कर सकें।
साथ ही यहां स्थानीय मछुवारों के लिए प्रशिक्षण केंद्र भी मौजूद है। मंदिर के पीछे कल्याणसागर तालाब यहां का सबसे बड़ा जलाशय है। जहां मछलियां पकड़ने पर सख्त मनाही है।इस देवी का प्रकोप उत्तराखंड को पलभर में कर सकता है बर्बाद

अन्य धार्मिक स्थल
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त्रिपुर सुंदरी मंदिर के अलावा यहां और भी कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं। जहां भक्तों को अच्छा-खासा जमावड़ा लगता है। यहां आप महादेव बाड़ी, सत्संग विहार, भुवनेश्वरी टेंपल, जगन्नाथबाड़ी व लोकनाथ टेंपल के दर्शन कर सकते हैं। यहां स्थित महादेवबाड़ी भगवान शिव को समर्पित मंदिर है।
मंदिर के पास में एक पवित्र सरोवर भी मौजूद है। इस मंदिर का निर्माण यहा के राजा धन्य माणिक्य ने करवाया था। आप चाहें तो यहां से कुछ ही दूरी पर स्थित गनाबती मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं।अद्भुत : उत्तराखंड का यह फल कभी देवताओं को परोसा जाता था

कैसे करें प्रवेश
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उदयपुर, त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से 55 किमी की दूरी पर स्थित है। अगरतला से आप यहां बस या प्राइवेट टैक्सी के माध्यम से पहुंच सकते हैं। रेल मार्ग के लिए आप जिरानिया या अगरतला रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। यहां का नजदीकी हवाई अड्डा अगरतला है।Hill Stations: हरिद्वार से बनाएं इन खूबसूरत जगहों का प्लान