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गुमनाम तो हैं मगर, बेहद खूबसूरत, दिलकश और ऑसम हैं हिमाचल के ये हिल स्टेशन

By Syedbelal

हिमाचल प्रदेश, भारत के उत्तर में स्थित राज्य है जो अपनी खूबसूरती, प्रकृति और शांत वातावरण के कारण हर साल पूरी दुनिया के लाखों पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। यहाँ पर्यटन तेजी से बढ़ रहे उद्योगों में से एक है और यही कारण है की प्रतिवर्ष राज्य की आय में भी भारी इजाफा हो रहा है। राज्य के पर्यटन में आये तेज उछाल के चलते यहां बीते कुछ वर्षो में होटल और रिजोर्ट में बढोत्तरी हुई है जो राज्य की प्रगति और विकास के लिए एक अच्छा संकेत है।

भौगोलिक दृष्टि से हिमाचल प्रदेश के पूर्व में तिब्बत पश्चिम में पंजाब , और उत्तर में जम्मू और कश्मीर जैसे राज्यों से घिरा हुआ है। मुख्य रूप से देवभूमि या देवताओं की भूमि के नाम से लोकप्रिय ये राज्य आने वाले पर्यटकों के लिए स्वर्ग है यहां की हरियाली, बर्फ से ढंकी हुई चोटियां, बर्फीले ग्लेशियर, मनमोहक झीलें आने वाले किसी भी पर्यटक का मन मोहने के लिए काफी है।

<strong><span style=अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव देता है चूहों को समर्पित करणी माता मंदिर" title="अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव देता है चूहों को समर्पित करणी माता मंदिर" loading="lazy" width="100" height="56" />अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव देता है चूहों को समर्पित करणी माता मंदिर

राज्य के प्रमुख 12 जिले अपनी मनमोहक साईट सीइंग, धार्मिक स्थलों, फिशिंग, पर्वतारोहण, पैर ग्लाइडिंग , ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, गॉल्‍फ, पैराग्‍लाइडिग, स्कीइंग के कारण हमेशा से ही दुनिया भर के पर्यटकों का ध्यान अपनी और आकर्षित करते आये हैं। Read : भानगढ़ के इस किले से क्यों डरते हैं लोग

तो चलिए इसी क्रम में आज हम इस लेख के माध्यम से आपको अवगत कराएंगे हिमाचल के उन हिल स्टेशनों से जिनसे सूचनाओं की कमी के चलते अब तक अंजान थे। तो अब देर किस बात की आइये जानें क्यों ख़ास हैं ये स्थान

बड़ोग

बड़ोग

समुद्र सतह से 6000 फुट की ऊँचाई पर स्थित बड़ोग शहर हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित है। यह एक छोटा सा गाँव है जो 20 वीं सदी में प्रारंभ हुए समझौते के बाद बना। यह वही समय था जब कालका-शिमला नैरो गेज रेलवे स्टेशन बना था। इस स्थान का नाम एक इंजीनियर बड़ोग के नाम पर पड़ा, जिसने पहाड़ में से एक बड़ी टनल बनाने की योजना बनाई।

चंबा

चंबा

चंबा एक खुबसूरत पर्यटन स्थल है जो की उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है जिसकी उचाई समुद्री तट से लगभग 1524 मीटर की है। यह जगह अपने प्राकृतिक परिवेश और प्रदूषण रहित खूबसूरती क लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। देवदार और चीड़ के पेड़ों से घिरा हुआ, चंबा का अन्नवेषित इलाका प्रकृति प्रेमियों के लिए एक सपनों की दुनिया के सामान है। यह हिल स्टेशन अपने सेब और खुबानी के बाग और साथ ही साथ बुरांश के फूलों के लिए माना जाता है।

जोगिंदर नगर

जोगिंदर नगर

यह खुबसूरत स्‍थल समुद्र स्‍तर से 2500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जहां एशिया का सबसे बड़ा हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्‍ट चलता है। इस जगह को इलेक्ट्रिक सिटी के नाम से जाना जाता है। इस साइट से बरहोट के पहाड़ो को देखा जा सकता है।

किआरीघाट

किआरीघाट

किआरीघाट एक सुंदर स्थान है जो सोलन जिले से 19 किलोमीटर की दूरी पर शिमला से चंडीगढ़ के रास्ते पर स्थित है। कभी डाक बंगले के रूप में प्रसिद्द यह स्थान वर्तमान में पर्यटकों के लिये रुकने की जगह के लिये प्रसिद्द है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग निगम (एच पी टी डी सी ) अब यहाँ एक किफायती होटल चलाता है जो एप्पल कार्ट इन के नाम से जाना जाता है।

मशोबरा

मशोबरा

मशोबरा शिमला जिले में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक स्‍थल है। पहाड़ियों में एक सुंदर शहर के रूप में, यह जगह अपने सम्मोहित करने वाले दृश्यों और ठंडी जलवायु के लिए आगंतुकों के बीच अच्छी तरह से जाना जाता है। समुद्र स्तर से 2500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, मशोबरा सिंधु और गंगा नदी के तट पर स्थित है और एशिया के सबसे बड़े वाटरशेड के रूप में माना जाता है।

पालमपुर

पालमपुर

काँगड़ा घाटी में स्थित पहाड़ी शहर पालमपुर अपने शानदार परिदृश्य और शांत वातावरण के लिये जाना जाता है। चीड़ और देवदार के घने जंगल और स्वच्छ पानी की धाराएँ यहाँ के आकर्षण को बढ़ाती हैं। यह स्थान छुटियाँ बिताने के लिये आदर्श है, क्योंकि यह किसी भी व्यावसायिक पर्यटन स्थल के जैसा नही है। समुद्र सतह से 1220 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह स्थान प्रकृति और कला प्रेमियों के लिये उपयुक्त है। इस शहर की खोज 19 वीं सदी में हुई थी जब ब्रिटिश लोगों ने इस स्थान के ढलानों पर चाय की झाडियाँ लगाने का निश्चय किया।

नाहन

नाहन

नाहन रसीले हरे जंगलों और बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ एक शानदार शहर है। यह हिमाचल प्रदेश में शिवालिक पहाड़ियों पर बसा है। नाहन राजा करन प्रकाश द्वारा 1621 में स्थापित किया गया था। उन्होने रक्षाबंधन त्यौहार पर पतंग उड़ाने की परंपरा शुरू किया जो आज भी जारी है।

सोलन

सोलन

हिमाचल प्रदेश में स्थित सोलन जिला एक सुंदर स्थान है और इसे भारत के मशरूम शहर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती होती है। समुद्र सतह से 1467 मीटर की ऊँचाई पर स्थित सोलन अपने सुंदर दृश्यों के लिये जाना जाता है। संपूर्ण क्षेत्र घने जंगलों और ऊंचे पहाड़ों से घिरा हुआ है। 1986 मीटर की ऊँचाई पर स्थित मतिउल चोटी शहर के पूर्व में स्थित है और इसे यहाँ से आसानी से देखा जा सकता है। शहर के उत्तर में कारोल चोटी है जो इस क्षेत्र की सबसे ऊँची चोटी है। सोलन अन्य हिल स्टेशनों जैसे कांडाघाट, कसौली, चैल और दगशाई की सैर के लिये आधार के समान है।

रिवलसर

रिवलसर

रिवलसर पर्यटकों का मुख्‍य आकर्षण केंद्र है जो समुद्र स्‍तर से 1350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर भगवान बुद्ध के तीन मठ बने हुए है जो हिंदू मंदिर में स्‍थापित है। यह जगह सिख धर्म के लिए भी महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि यहां 10 वें सिखगुरू गोविंद सिंह एक महीने के लिए आएं थे।

हरिपुरधार

हरिपुरधार

हरिपुरधार, हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में एक छोटा सा शहर है।यह शहर एक गहरी घाटी के उच्च रिज पर स्थित है।समुंद्र तल से 2500 मीटर की ऊंचाई पर है मौजूद इस शहर को पहले डुंगभंगयानी के नाम से जाता जाता था जोकि किसी ज़माने में सिरमौर की गर्मियों की राजधानी हुआ करता था| आपको बताते चलें कि ये शहर अपने भंगयानी मंदिर के कारण भी लोगों की आस्था का केंद्र है।

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